साइनस की प्रॉब्लम क्यों होती है?

साइनस की प्रॉब्लम क्यों होती है?

इसे सुनेंरोकेंनाक की हड्डी बढ़ना- नाक की हड्डी बढ़ने के कारण भी साइनस की समस्या हो जाती है। दरअसल, बचपन या किशोरावस्था में नाक पर चोट लगने या दबने के कारण नाक की हड्डी एक तरफ मुड़ जाती है, जिससे नाक का आकार टेढ़ा दिखाई देता है। हड्डी का यह झुकाव नाक के छिद्र को प्रभावित करता है, जिससे साइनस की समस्या हो सकती है

द्विपक्षीय दाढ़ की हड्डी साइनसाइटिस क्या है?

इसे सुनेंरोकेंनाक के आसपास चेहरे की हड्डियों के भीतर नम हवा के रिक्त स्थान हैं, जिन्हें ‘वायुविवर’ या साइनस (sinus) कहते हैं। साइनस पर उसी श्लेष्मा झिल्ली की परत होती है, जैसी कि नाक और मुँह में। जब किसी व्यक्ति को जुकाम तथा एलर्जी हो, तो साइनस ऊतक अधिक श्लेष्म बनाते हैं एवं सूज जाते हैं।

साइनस को जड़ से कैसे खत्म किया जा सकता है?

साइनस की समस्या को जड़ से मिटाता है गाजर का रस

  1. साइनस से आवाज में बदलाव, सिर दर्द, नाक या गले में बलगम आना और तनाव जैसी स्थिति हो जाती है। ये एक ऐसी समस्या है जो दवाओं के सेवन के बाद भी दूर नहीं होती।
  2. लहसुन- लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं।
  3. गाजर का रस-
  4. स्टीम लें-
  5. पानी पिएं-

साइनस एलर्जी क्या है?

इसे सुनेंरोकेंनाक के आसपास चेहरे की हड्डियों में नम हवा के रिक्त स्थान होते हैं जिन्हें साइनस कहते हैं। इन साइनस की अंदरुनी सतह (श्लेष्मा झिल्ली) में एलर्जी या किसी अन्य कारण से सूजन आ जाए तो साइनोसाइटिस की समस्या हो जाती है। यह सूजन बैक्टीरिया या वायरस के संक्रमण से पैदा होती है।

नाक की हड्डी बढ़ जाए तो क्या करें?

इसे सुनेंरोकेंइस हड्डी को राइनोप्लास्टी टेक्नीक से ठीक करते हैं। जिन्हें यह समस्या है उन्हें समय रहते इलाज लेना चाहिए वर्ना सांस संबंधी दिक्कत हो सकती है। नाक की हड्डी को ठीक करने के लिए सर्जरी करते हैं जिसमें गले में ट्यूब डालकर कृत्रिम सांस देकर प्रक्रिया पूरी करते हैं। सर्जरी के बाद नाक में विशेष जेल लगाते हैं

साइनस कैसे बनता है?

इसे सुनेंरोकेंक्यों होता है साइनस साइनस का मुख्य कारण साइनस के अंदर की चिपचिपी झिल्ली में सूजन आ जाना है। साइनस की झिल्ली में सूजन की कई सारी वजहें हैं, मसलन नाक की हड्डी का टेढ़ा होना या फिर नाक की हड्डी बढ़ जाना, बढ़ता हुआ प्रदूषण, धूल मिट्टी से एलर्जी, दांतों में दर्द, दूषित पानी का सेवन आदि, जो साइनस की वजह बन जाते हैं