छात्र केंद्रित अधिगम से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंविद्यार्थी-केंद्रित शिक्षा का अर्थ है सीखने की प्रक्रिया की पारंपरिक शिक्षक-केंद्रित समझ को उलट देना और छात्रों को सीखने की प्रक्रिया के केंद्र में रखना। में शिक्षक केंद्रित कक्षा, शिक्षकों ज्ञान के लिए प्राथमिक स्रोत हैं। दूसरी ओर, छात्र-केंद्रित कक्षाओं में, सक्रिय शिक्षण को दृढ़ता से प्रोत्साहित किया जाता है।
शिक्षार्थी केंद्रित विधि क्या है?
इसे सुनेंरोकेंशिक्षार्थी केंद्रित पद्धति में, छात्र और शिक्षक दोनों ध्यान केंद्रित करते हैं। छात्र सक्रिय श्रोता हैं। समूह कार्य को प्रोत्साहित किया जाता है। छात्र सहयोग करना सीखते हैं
छात्र केंद्रित शिक्षा शास्त्र की क्या विशेषता है?
इसे सुनेंरोकें(1) यह बच्चों को प्रदर्शन आधारित लक्ष्यों के बजाय निपुणता पर ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित करेगा। (2) अधिगम में बच्चों की स्वाभाविक अभिरुचि तथा जिज्ञासा कम होती है। (3) बाहरी अभिप्रेरणा कम होती है। (3) अधिगम पुनरुत्पादन एवं स्मरण की प्रक्रिया है
अध्यापक केंद्रित विधि कौन सी है?
इसे सुनेंरोकें(i) शिक्षक केन्द्रित शिक्षण-प्रणाली: इस पद्धति के अंतर्गत शिक्षक की प्रधानता होती है तथा छात्र (विद्यार्थी) निष्क्रिय रहते हैं। इसमें छात्र श्रोता के समान शिक्षक की बात सुना करते हैं। पढ़ाने का यह तरीका ऊपर के वर्गों के लिए तो ठीक कहा जा सकता है, किन्तु प्राथमिक वर्ग तक के बच्चों के लिए उपयोगी नहीं है।
बाल केंद्रित शिक्षा का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंबालक के मनोविज्ञान को समझते हुए शिक्षण की व्यवस्था करना तथा उसकी अधिगम सम्बन्धी कठिनाइयों को दूर करना बाल केन्द्रित शिक्षण कहलाता है. अर्थात बालक की रुचियों, प्रवृत्तियों, तथा क्षमताओं को ध्यान में रखकर शिक्षा प्रदान करना ही बाल केन्द्रित शिक्षा कहलाता है.
बाल केंद्रित शिक्षा का महत्व क्या है?
इसे सुनेंरोकेंबाल केंद्रित शिक्षा में बालक की मनोविज्ञान के अनुरूप शिक्षण व्यवस्था की जाती है। इसका उद्देश्य अधिगम संबंधी कठिनाइयों को दूर करना है। इसमें सीखने की प्रक्रिया के केंद्र में बालक होता है। बाल केंद्रित शिक्षा में बालक की शारीरिक और मानसिक योग्यता के विकास पर अध्ययन किया जाता है
संवेग or संज्ञान में क्या संबंध है?
इसे सुनेंरोकेंCognition and Emotion Eefinition अर्थात जो व्यक्ति के व्यवहार को उत्तेजित करें या गति प्रदान करें उसे हम संवेग कहते हैं। संज्ञान (Cognition) – संवेदी सूचनाओं को ग्रहण करके उसका समुचित उपयोग करने को ही संज्ञान या समझ कहते हैं
बाल केंद्रित पाठ्यचर्या की विशेषता क्या है?
इसे सुनेंरोकें▫️ बाल केंद्रित शिक्षण में व्यक्तिगत शिक्षण को महत्व दिया जाता है इसमें बालक का व्यक्तिगत निरीक्षण कर उसकी दैनिक कठिनाइयों को दूर करने का प्रयास किया जाता है। बालक को दी जाने वाली शिक्षा बालक के उद्देश्यों को ध्यान में रखकर देनी चाहिए क्योंकि उसका उद्देश्य निश्चित होगा तभी सफलता प्राप्त होगी
शिक्षण कितने प्रकार के होते हैं?
शिक्षा के प्रकार
- औपचारिक शिक्षा
- निरौपचारिक शिक्षा
- अनौपचारिक शिक्षा (Informal Education)
- स्मृति स्तर
- बोध स्तर पर शिक्षण
- चिन्तन स्तर पर शिक्षण
व्याख्यान विधि के कितने अंग है?
इसे सुनेंरोकेंव्याख्यान विधि शिक्षण में अपना अद्वितीय स्थान रखती है। इस विधि द्वारा शिक्षक गहन एवं सूक्ष्म विषय-वस्तु को सरल तथा सुबोध बना सकता है। शिक्षक इसके प्रयोग में व्याख्यान के साथ-साथ स्वयं प्रश्नों द्वारा पाठ का विकास करता चलता है तथा छात्रों को भी प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करके विषय-वस्तु की विवेचना करता है।