स्थानांतरित कृषि कितने प्रकार के होते हैं?

स्थानांतरित कृषि कितने प्रकार के होते हैं?

विश्व भर में स्थानांतरण कृषि के स्थानीय नामों की सूची

स्थानांतरण कृषि के स्थानीय नाम क्षेत्र
हुमाह जावा और इंडोनेशिया
भारत
झूम उत्तर-पूर्वी भारत
वेवर और दहियार बुंदेलखंड क्षेत्र (मध्य प्रदेश)

Iii स्थानांतरी कृषि क्या है इस कृषि की क्या हानियाँ हैं?

इसे सुनेंरोकेंस्थानांतरित कृषि की निम्नलिखित हानियां हैं – (i) स्थानांतरित कृषि में किसान एक स्थान पर टिक कर नहीं रह सकता। (ii) कृषि बड़े पैमाने पर नहीं की जा सकती। केवल अपने निर्वाह के लिए ही फ़सलें उगाई जाती हैं। (iii) इसमें मशीनों का प्रयोग नहीं किया जा सकता।

मेक्सिको में स्थानांतरित कृषि की प्रथा को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंDetailed Solution. स्थानांतरण कृषि अमेज़ॅन बेसिन, उष्णकटिबंधीय अफ्रीका, दक्षिण पूर्व एशिया के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के घने जंगलों वाले क्षेत्रों में प्रचलित है। यह एशिया, अफ्रीका और दक्षिण-अमेरिका के विभिन्न हिस्सों में प्रचलित कृषि की एक पारंपरिक प्रथा है । ​ सही उत्तर मैक्सिको है।

विश्व की सबसे मुख्य फसल कौन सी है?

विश्व की प्रमुख खाद्य फसल कौन सी है?

  • गेहूं
  • मक्का
  • चावल
  • जौ

स्थानांतरित खेती से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंस्थानान्तरी कृषि अथवा स्थानान्तरणीय कृषि (अंग्रेज़ी: Shifting cultivation) कृषि का एक प्रकार है जिसमें कोई भूमि का टुकड़ा कुछ समय तक फसल लेने के लिये चुना जाता है और उपजाऊपन कम होने के बाद इसका परित्याग कर दूसरे टुकड़े को ऐसी ही कृषि के लिये चुन लिया जाता है।

स्थानांतरित कृषि कैसे की जाती है?

स्थानांतरित कृषि या झूम कृषि क्या है?

  1. झूम कृषि के तहत पहले वृक्षों तथा वनस्पतियों को काटकर उन्हें जला दिया जाता है| इसके बाद साफ की गई भूमि की पुराने उपकरणों (लकड़ी के हलों आदि) से जुताई करके बीज बो दिये जाते हैं।
  2. कुछ वर्षों (प्रायः दो या तीन वर्ष) तक जब तक मृदा में उर्वरता बनी रहती है, इस भूमि पर खेती की जाती है।

स्थानांतरित कृषि को दक्षिण राजस्थान में क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंब. राजस्थान में रबी तिलहनों में राई, सरसो, तारामीरा तथा अलसी शामिल हैं। उत्तर- उपरोक्त दोनों कथन सही है।

स्थानांतरित कृषि का स्थानीय नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसही उत्तर झूम है। स्थानांतरित कृषि कृषि पद्धति का एक रूप है जिसमें किसान कृषि उद्देश्यों के लिए वनस्पतियों को काटकर और जंगलों को जलाकर भूमि के एक क्षेत्र को साफ करते हैं। इस प्रथा को स्लैश-एंड-बर्न कृषि के रूप में भी जाना जाता है। झूम कृषि को स्थानांतरित कृषि या स्लेश एंड बर्न कृषि के रूप में भी जाना जाता है।