धारा 321 में क्या होता है?

धारा 321 में क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय दंड संहिता की धारा 321 के अनुसार, जो कोई किसी कार्य को इस आशय से करता है कि तद््द्वारा किसी व्यक्ति को उपहति कारित करे या इस ज्ञान के साथ करता है कि यह संभाव्य है कि वह तद््द्वारा किसी व्यक्ति को उपहति कारित करे और तद््द्वारा किसी व्यक्ति को उपहति कारित करता है, वह स्वेच्छया उपहति करता है, यह कहा जाता है ।

धारा 323 में क्या सजा है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय दंड संहिता की धारा 323 के अनुसार, जो भी व्यक्ति (धारा 334 में दिए गए मामलों के सिवा) जानबूझ कर किसी को स्वेच्छा से चोट पहुँचाता है, उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास जिसे एक वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, या एक हजार रुपए तक का जुर्माना या दोनों के साथ दंडित किया जा सकता है।

धारा 341 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंधारा 341 का विवरण भारतीय दंड संहिता की धारा 341 के अनुसार, जो भी व्यक्ति किसी व्यक्ति को गलत तरीके से रोकता है, तो उसे किसी एक अवधि के लिए साधारण कारावास की सजा जो एक महीने तक हो सकती है, या पांच सौ रूपये का आर्थिक दंड, या दोनों से दंडित किया जाएगा ।

धारा 302 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार से भारतीय दंड संहिता की धारा 302 आईपीसी के अंतर्गत हत्या के लिए दंड के प्रावधान या सजा के प्रावधान बताए गए हैं अगर कोई व्यक्ति हत्या का दोषी पाया जाता है तो न्यायालय द्वारा Dhara 302 आईपीसी के तहत उसे मृत्युदंड या आजीवन कारावास और आर्थिक दंड से दंडित किया जाता है।

धारा 327 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय दंड संहिता की धारा 327 के अनुसार, जो कोई इस प्रयोजन से स्वेच्छापूर्वक चोट पहुँचाना कारित करेगा कि पीड़ित व्यक्ति से, या उससे हितबद्ध किसी व्यक्ति से, कोई सम्पत्ति या मूल्यवान प्रतिभूति बलपूर्वक ले ली की जाए या पीड़ित व्यक्ति को या उससे हितबद्ध किसी व्यक्ति को कोई ऐसी बात, जो अवैध हो, या जिससे किसी अपराध का किया …

323 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंधारा 323 का विवरण भारतीय दंड संहिता की धारा 323 के अनुसार, जो भी व्यक्ति (धारा 334 में दिए गए मामलों के सिवा) जानबूझ कर किसी को स्वेच्छा से चोट पहुँचाता है, उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास जिसे एक वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, या एक हजार रुपए तक का जुर्माना या दोनों के साथ दंडित किया जा सकता है।

धारा 504 में क्या सजा है?

इसे सुनेंरोकेंDhara 504 भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत शांति भंग करने के इरादे से अपमान करना उकसाना आदि से संबंधित धारा है जिसमें दंड के प्रावधान भी दिए गए हैं। 2 वर्ष तक का कारावास या जुर्माना अथवा दोनों से दंडनीय होता है। इस Dhara के अधीन अपराध जमानती ओर गैर संघेय है व शमनिय होता है

धारा 323 और 504 क्या है?

इसे सुनेंरोकेंधारा 323, 504, 506 का मतलब मारपीट कर जान से मारने की धमकी देना, जिसमें पुलिस ने एनसीआर दर्ज की है। : गैर संज्ञेय अपराध है, एनसीआर का मतलब है कि सिर्फ वादी की ओर से बताई गई समस्या को सिर्फ कागजों में अंकित करना, जिसे दर्ज करने के बाद सीआरपीसी 155 के तहत एसपी के आदेश मिलने के बाद ही दारोगा जांच कर सकता है

धारा कितनी होती है लिस्ट?

इसे सुनेंरोकेंधारा 503 आपराधिक धमकी को परिभाषित करता है। धारा 504 सार्वजनिक शांति भंग करने के इरादे से अपमान के लिए सजा निर्धारित करती है। धारा 509 किसी भी शब्द, इशारे या किसी महिला की विनम्रता का अपमान करने के इरादे से काम करने के अपराध से संबंधित है। धारा 510 सार्वजनिक रूप से एक शराबी व्यक्ति द्वारा दुराचार से संबंधित है।

सबसे बड़ी धारा कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय दंड संहिता की धारा 302 कई मायनों में महत्वपूर्ण है। हत्या के आरोपी व्यक्तियों पर इस धारा के तहत ही मुकदमा चलाया जाता है। इसके अलावा, अगर मामले में हत्या के एक आरोपी को अपराध का दोषी माना जाता है, तो धारा 302 में ऐसे अपराधियों को सजा दी जाती है।

सबसे खतरनाक धारा कौन सी होती है?

इसे सुनेंरोकेंहाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने धारा 307 को धारा 325(CAUSING GREVIOUS HURT) में बदलने का कार्य किया है या यदि इसके लिए खतरनाक हथियार का इस्तेमाल किया गया हो तो धारा 326 मेँ। लेकिन दुर्भाग्य की बात ये है कि पुलिस धारा 325 या 326 लगाती ही नहीँ।

धारा 327 में कितने साल की सजा होती है?

इसे सुनेंरोकेंलागू अपराध संपत्ति या मूल्यवान प्रतिभूति उद्दापित करने के लिए या अवैध कार्य, जिससे किसी अपराध का किया जाना आसान हो, कराने को मजबूर करने के लिए स्वेच्छापूर्वक चोट पहुँचाना। सजा – दस वर्ष कारावास + आर्थिक दण्ड। यह एक गैर-जमानती, संज्ञेय अपराध है और प्रथम श्रेणी के मेजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।