पाठ्यक्रम विकास के प्रमुख घटक क्या है?

पाठ्यक्रम विकास के प्रमुख घटक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: इस पाठ्यक्रम में दो घटक शामिल हैं: पहले वर्ष में मुख्य प्रोग्राम, और दूसरे वर्ष में वैकल्पिक प्रोग्राम। वैकल्पिक पाठ्यक्रमों में कक्षा वाले पाठ्यक्रम, अक्सर परियोजना घटकों के साथ, विभिन्न क्षेत्रों द्वारा पेशकश, स्वतंत्र अध्ययन के पाठ्यक्रम, विनिमय कार्यक्रम और गहन क्षेत्र पाठ्यक्रम शामिल होते हैं।

प्रबंध के क्या सिद्धांत है?

इसे सुनेंरोकेंप्रबंध के सिद्धांत एक आधारभूत सत्य होते हैं। जो सामान्य कारण तथा उसके परिणाम में संबंध स्थापित करते हैं। प्रबंध के सिद्धांत ऐसे आधारभूत सत्य होते हैं जो कारण एवं परिणाम के संबंध को अभिव्यक्त करते हैं। इन्हें प्रबंधकों द्वारा निर्णय लेने और कार्यवाही करने के लिए दिशा-निर्देशों के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।

कक्षा अनुसार की आवश्यकता क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसमाजीकरण की इस प्रक्रिया में प्रभावी ढंग से भाग लेने के लिए पाठ्यचर्या की बहुत आवश्यकता होती है। पाठ्यचर्या विद्यालयीय कार्यक्रम की एक निश्चित योजना प्रस्तुत करती है। पाठ्यचर्या कि सहायता से पुस्तकें निर्धारित कि जाती हैं। पाठ्यचर्या के आधार पर मूल्यांकन कार्य सरल हो जाता है ।

पाठ्यक्रम से क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंपाठ्यक्रम (Curriculum) एक शिक्षा का आधार हैं जिसकी राह पर चलकर शिक्षा के उद्देश्यों की पूर्ति की जाती हैं। पाठ्यक्रम के अनुसार ही छात्र अपना अधिगम कार्य करते हैं। पाठ्यक्रम द्वारा ही विषयों को क्रमबद्ध तरीके से किया जाता हैं। समाज की आवश्यकता को देखते हुए ही किसी भी पाठ्यक्रम का निर्माण किया जाना आवश्यक हैं।

पाठ्यक्रम विकास से क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंCurriculum Development उद्योगों की सहायता से वर्तमान, नवीन तथा उच्च तकनीकी विषयों में कौशल एवं सुयोग्यता आधारित पाठ्‌यक्रम का विकास। छात्रों को अपनी गति से शिक्षा प्राप्त करने देने और उनको और अधिक अध्ययन विकल्प प्रदान करने के लिए लचीला पाठ्‌यक्रम प्रारम्भ करना।

पाठ्यक्रम विकास में कौन कौन सी खामियां उत्पन्न होती है?

वर्तमान पाठ्यक्रम के दोष-

  • (1) संकुचित आधार हमारे वर्तमान पाठ्यक्रम के आधार ही संकुचित है।
  • (2) पुस्तकीय स्वभाव
  • (3) सैद्धान्तिक (अव्यावहारिक)
  • (4) तकनीकी तथा व्यवसायिक विषयों की कमी
  • (5) अनुपयोगी
  • (6) जीवन के साथ सम्बन्ध नहीं
  • (7) अध्यापकों का असहयोग
  • (8) सह-सम्बन्ध का अभाव

प्रबंध के कितने कार्य हैं?

इसे सुनेंरोकेंप्रबंधन के कार्य: योजना, आयोजन, स्टाफिंग, दिशा और नियंत्रण | Functions of Management: Planning, Organizing, Staffing, Direction and Control.

प्रबंध के कितने सिद्धांत है?

इसे सुनेंरोकेंअनेक प्रबंध विषय के विचारक एवं लेखकों ने कॉरपोरेशन में प्रबंध कार्य सिद्धांतों में निदेशित होता है समय-समय पर प्रबंध के सिद्धांतों का अध्ययन जो कि कल्पना को स्पष्ट करने एवं इसको प्राप्त किया है। वास्तव में प्रबंध विषय से संबंधित सोच करने के मार्ग के संबंध में दिशानिर्देश का काम करते का एक लंबा इतिहास है।

पाठ्यक्रम का महत्व क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपाठ्यक्रम विभिन्न खेलकूद की प्रवृत्तियों द्वारा शारीरिक विकास करता है। विभिन्न पाठ्य सहायक गतिविधियों द्वारा नैतिक आध्यात्मिक व सांस्कृतिक विकास करता है तथा आवश्यक विषयों के ज्ञान एवं सही दिशा निर्देशन के द्वारा व्यावसायिक विकास करता है। इस प्रकार पाठ्यक्रम बालक के व्यक्तित्व के विकास में सहायता करता है।

आकलन का उपयोग कौन करता है?

इसे सुनेंरोकेंपारंपरिक रूप से, सीखने के आकलन को पूरी तरह शिक्षक की ज़िम्मेदारी माना जाता रहा है। हालांकि, कई देशों में शिक्षक अब यह महसूस करने लगे हैं कि विद्यार्थियों को भी उनकी स्वयं की प्रगति के मूल्यांकन में शामिल किया जा सकता है और किया जाना चाहिए।

पाठ्यक्रम क्या है इसके निर्माण के सिद्धांतों की व्याख्या कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंवर्तमान युग में पाठ्यक्रम का अर्थ अध्ययन में आनेवाली सभी क्रियाओं तथा विषयों से लिया जाता है। इस प्रकार पाठ्यक्रम से अभिप्राय उन सभी अनुभवों से है जो कक्षा , विधालय , खेल , का मैदान एवं अन्य सहगामी क्रिया ओं द्वारा प्राप्त होते है।

पाठ्यक्रम विकास के महत्व क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपाठ्यक्रम बच्चे के व्यक्तित्व के संपूर्ण विकास पर बल देता है, जिससे कि बालक वातावरण तथा समाज में अपना सामंजस्य स्थापित कर सकें। एक अच्छे शिक्षा के विचार में पाठ्यक्रम का अर्थ सिर विद्यालय में पढ़ाये जाने वाले विषयों से नहीं हैं बल्कि यह छात्र के उन सारे अनुभवों से है जो वह विद्यालय में प्राप्त करता है।