बीजों को रोगमुक्त कैसे बनाते हैं?

बीजों को रोगमुक्त कैसे बनाते हैं?

रोग की रोकथाम:

  1. खेत स्वच्छता के सिद्धांत का पालन करें। पूर्व की फसल के अवशेषों को खेत से निकाल कर नष्ट कर दें।
  2. फसल बुवाई के लिए प्रमाणित और बीमारी मुक्त बीज का प्रयोग करें।
  3. क्षेत्र विशेष के लिए संस्तुत की गई रोग प्रतिरोधी किस्मों की बुवाई करें।
  4. बीजों को कार्बोक्सीन या कार्बेन्डाजिम के साथ 2.5 ग्राम/किग्रा.

बीज कैसे फैलते हैं?

इसे सुनेंरोकेंबीज का विकास अंडे व स्पर्म के गर्भाधान क्रिया के द्वारा होता है। और इस प्रकार से उत्पन्न युग्मज में कोशिका तथा नाभकीय विभाजन होता है तथा भ्रूण के रूप में विकसित होता है बीज निर्माण की यह प्रक्रिया विभिन्न पौधों में भिन्न-भिन्न प्रकार से होती है।

कौन कौन से बीज फलों से इकट्ठे किए जाते हैं?

चने के कुछ दाने और तीन कटोरियाँ लो। पहली कटोरी में चने के चार-पाँच दाने लो और कटोरी को पानी से पूरा भर दो।

  • दूसरी कटोरी में भी उतने ही चने भीगी हुई रूई या कपड़े में लपेटकर रख दो। ध्यान रहे, कपड़ा या रूई सूखने न पाये। तीसरी कटोरी में केवल चने ही रखो।
  • तीनों कटोरियों को ढंक दो।। दो दिन बाद देखो और लिखो।
  • बीज का अंकुरण कैसे होता है?

    इसे सुनेंरोकेंअंकुरण क्रिया उस क्रिया को कहते हैं, जिसमें बीज एक पौधे में बदलने लगता है। इसमें अंकुरण की क्रिया के समय एक छोटा पौधा बीज से निकलने लगता है। यह मुख्य रूप से तब होता है, जब बीज को आवश्यक पदार्थ और वातावरण मिल जाता है। इसके लिए सही तापमान, जल और वायु की आवश्यकता होती है।

    बीज उपचार का सही क्रम क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंबीज की ड्रेसिंग के लिए धातु के बीज ड्रेसर/ मिट्टी के बर्तन या पॉलीथीन बैग का उपयोग किया जाता है। बुवाई से पहले बीज का निम्नलिखित में से किसी भी कीटनाशक द्वारा उपचार करें। बीज की ड्रेसिंग के लिए धातु के बीज ड्रेसर/ मिट्टी के बर्तन या पॉलीथीन बैग का उपयोग किया जाता है।

    ट्राइकोडर्मा का उपयोग कैसे करें?

    इसे सुनेंरोकेंप्रति एकड़ खेत में एक किलो ग्राम ट्राइकोडर्मा सौ लीटर पानी में घोलकर उसका छिड़काव कर दें। भूमि शोधन के लिए एक किलो ग्राम ट्राइकोडर्मा सौ किलो ग्राम गोबर की खाद में मिलाकर एक सप्ताह तक छाया में रख दें। उसके बाद प्रति एकड़ के हिसाब से खेतों में मिला दें।

    बीज उत्पादन क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंबीज उत्पादन बीज फसल उत्पादन की बुनियादी इकाई है और पर्यावरण तथा सांस्कृतिक कारको की तुलना में अधिक से अधिक योगदान है भारत कोलगभग 11.73 लाख हेक्टअर क्षेत्र को पूरा करने के लिए लगभग 9400 टन प्याज के बीज की सालाना आवश्यकता हैपूरे बीज की मात्रा कालगभग 54% सगठित क्षेत्र पूरा करते है।

    कौन सा पौधा जल के द्वारा अपने बीजों का प्रकीर्णन करता है?

    इसे सुनेंरोकें⦅ ऊपर दिए गए विकल्पों में से ❛नारियल❜ जल के द्वारा अपने बीजों का प्रकीर्णन करता है।⦆

    कौन सा बीज हवा से फैलता है?

    इसे सुनेंरोकेंहवा द्वारा फैलाए गए फल और बीज आमतौर पर बहुत छोटे और हल्के होते हैं। उनके पास पंख और बाल होते हैं जो उन्हें आसानी से उड़ने में सक्षम बनाते हैं। वे उन्हें हवा के चारों ओर ले जाने की अनुमति देते हैं। कैलोट्रोपिस (मदार) और कपास के बीजों में बाल होते हैं और वे हल्के भी होते हैं, इसलिए आसानी से हवा में फैल जाते हैं।

    चने के कुछ दाने और तीन कटोरियाँ लो। पहली कटोरी में चने के चार-पाँच दाने लो और कटोरी को पानी से पूरा भर दो।

  • दूसरी कटोरी में भी उतने ही चने भीगी हुई रूई या कपड़े में लपेटकर रख दो। ध्यान रहे, कपड़ा या रूई सूखने न पाये। तीसरी कटोरी में केवल चने ही रखो।
  • तीनों कटोरियों को ढंक दो।। दो दिन बाद देखो और लिखो।
  • इसे सुनेंरोकेंयह शुष्क व गीली विधि से किया जाता है। क्या है फायदा : बीज के बाहर या अंदर बहुत से रोगों के रोगाणु (जीवाणु) सुसुप्तावस्था में होते हैं जो अनुकूल वातावरण मिलने पर अंकुरित हो जाते हैं। मिट्टी में रहने वाले रोगाणु भी संपर्क में आकर पौधों को रोगी बना देता है। उपचारित बीज रोग मुक्त होता है।

    बीज उपचार कैसे करे?

    इसे सुनेंरोकेंबीज उपचार निम्न में से किसी एक प्रकार से किया जा सकता है। बीज ड्रेसिंग: यह बीज उपचार का सबसे आम तरीका है। बीज या तो एक सूखे मिश्रण या लुग्दी अथवा तरल घोल से गीले रूप में उपचारित किया जाता है। ड्रेसिंग, खेत और उद्योगों दोनों में लागू की जा सकती है।