किस पेड़ की छाप लेना मुश्किल था और क्यों?
इसे सुनेंरोकेंक्यों? उत्तर 3 अधिक खुरदरे और बिल्कुल समतल तने वाले पेड़ की छाप लेना मुश्किल था। खुरदरे पेड़ पर कागज फट रहा था। समतल पेड़ पर छाप का पता ही नहीं चल रहा था।
पृथ्वी की सतह पर रहने वाले पेड़ पौधे क्या कहलाते हैं?
इसे सुनेंरोकेंपृथ्वी के वे प्राकृतिक संसाधन, जिनमें जीवन होता है, जैव संसाधन कहलाते हैं, जैसे कि पेड़-पौधे, मानव, जानवर आदि। तथा वे प्राकृतिक संसाधन जिनमें जीवन नहीं होता है, अजैव प्राकृतिक संसाधन कहलाते हैं, जैसे कि लकड़ी, मिट्टी, हवा आदि।
हवा शुद्ध कौन करता है?
इसे सुनेंरोकेंएलोवेरा सूर्य की किरणों को तेजी से ग्रहण करता है. ऐरेका पाम- इस पौधे को लिविंग रूम प्लांट भी कहा जाता है. ये पौधा हवा से फार्मेल्डिहाइड, कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी जहरीली गैसों को दूर कर शुद्ध ऑक्सीजन देता है.
यदि पेड़ के सभी पत्ते झड़ जाएंगे तो क्या होगा?
इसे सुनेंरोकेंअगर किसी पेड़ के सारे पत्ते तोड़ दे तब भी पेड़ नहीं सुखेगा क्योंकि इससे पेड़ में एक नई mechanism start हो जाती हे जो पेड़ में store food को use करेगा जब की जड़ों से खनिज व पानी की supply continue रह्ती हे । और ये process नई leaves के आने तक continue रहता हैं ।
पौधों की परी जैसा मिलता जुलता खेल कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंखेल पिफर शुरू हुआ। अब ‘पौधें की परी’ ने कहा μ एक ऐसे पेड़ को छुओ जिसका तना या तो बहुत मोटा हो या पिफर पतला हो। बच्चे पिफर भागे मोटे और पतले तने वाले पेड़ों को छूने। क्या तुमने कोइर् ऐसा पेड़ देखा है जिसका तना चित्रा में दिखाए गए पेडमाइकल को खेल बड़ा रोचक लगने लगा था।
रेगिस्तान में उगने वाले पादपों को क्या कहते हैं इनमें कौन से शारीरिक अनुकूलन पाए जाते हैं?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: रेगिस्तान में प्राकृतिक वास करने वाले पौधों को जीरोफाइट्स यानी शुष्क भूमि के पौधे कहते हैं। रेगिस्तानी वनस्पतियों का वर्गीकरण तीन मुख्य अनुकूलन प्रवृत्ति के आधार पर गूदेदार, सूखा सहनशील और सूखे से बचाव के आधार पर किया गया है।
जीवों की तरह निर्जीव में क्या पाई जाती है?
इसे सुनेंरोकेंजंतुओ और मनुष्यों में यह उत्सर्जन क्रिया कहलाती है। निर्जीवों में यह क्रिया नहीं होती है। सजीवों में उत्सर्जन क्रिया होती है, जबकि निर्जीवों में उत्सर्जन क्रिया नहीं पाई जाती है।
सबसे शुद्ध पेड़ कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंअशोक का पेड़ (Ashok Tree) यह एक छोटा सा पेड़ होता है जिसकी जड़ एकदम सीधी होती है. इस पेड़ को लगाने से न सिर्फ ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है बल्कि ये पेड़ दूषित गैसों को भी सोखकर शुद्ध बना देता है. पर्यावरणविदों की मानें तो अशोक के पेड़ को लगाने से न केवल वातावरण शुद्ध रहता है बल्कि उसकी शोभा भी बढ़ती है.
वायु का शुद्धिकरण कैसे होता है?
इसे सुनेंरोकेंतमाम तरह के भयावह परिणाम- जैसे मर्करी का नीचे जाना, निष्क्रिय वायु, पराली जलना और पश्चिमी एशिया से आने वाली धूल भरी हवाएं, इन सबके साथ मिलकर पहले से चिन्हित कारक जैसे वाहनों का धुआं, सड़क की धूल और ऊर्जा संयंत्रों से निकलने वाला धुआं, दिल्ली को एक दमघोंटू गैस चैंबर में बदल देते हैं।