निम्न में से कौन सी बीमारी दूषित भोज्य पदार्थों को खाने से होता है?
इसे सुनेंरोकेंखाद्य विषाक्तता एक रोग है, जो कि रोगजनक बैक्टीरिया, वायरस, परजीवी, विषाक्त पदार्थों या रसायनों से दूषित आहार या पेय पदर्थों के सेवन के कारण होता है। अधिकांश लोग उपचार की आवश्यकता के बिना ठीक हो जाते हैं।
कौन सा खाद्य जनित रोग है?
खाद्यजनित रोग सामान्यत: अनुचित साज-संभाल, पकाने और खाद्य भंडारण से उत्पन्न होता है।…कम सामान्य जीवाणु एजेंट:
- ब्रुसेल्ला (Brucella) एसपीपी.
- कोरीनेबैक्टेरिअम अलसरैंस (Corynebacterium ulcerans)
- कोक्सीला बर्नैटी (Coxiella burnetii) या क्यू बुखार (Q fever)
- प्लैसिओमोनास शिगैल्लोइड्स् (Plesiomonas shigelloides)
भोजन खराब होने के कारण क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभोजन के खराब होने का मुख्य कारण सूक्ष्मजीवों जैसे फफूंद और बैक्टीरिया द्वारा आक्रमण है। माइक्रोबियल खराब होना। सूक्ष्मजीव जैसे फफूंदी, सांचे, खमीर, जीवाणु आदि सूक्ष्मजीवों के खराब होने का कारण बनते हैं। शारीरिक खराब होना: फसल खराब होने, प्रसंस्करण या वितरण के दौरान भोजन को शारीरिक क्षति के कारण शारीरिक क्षति होती है।
जीवाणु जनित रोग कौन कौन से हैं?
इसे सुनेंरोकेंअनेक प्रकार के परजीवी जीवाणु कई रोग उत्पन्न करते हैं, जैसे – हैजा , मियादी बुखार, निमोनिया , तपेदिक या क्षयरोग, प्लेग इत्यादि।
दूषित जल और भोजन से कौन कौन से रोग होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंदूषित पानी के सेवन से डाइरिया, टाइफाइट, पीलिया, दस्त समेत पेट से संबंधित तमाम रोग हो जाते हैं। यदि समय रहते इनका उपचार नहीं किया गया तो धीरे-धीरे यह रोग गंभीर हो जाते हैं। बरसात के दिनों में उबला हुआ पानी ही पानी चाहिए या फिल्टर का प्रयोग करना चाहिए।
जनित रोग क्या है?
इसे सुनेंरोकेंकई वेक्टर जनित रोग आर्थोपोड्स (मच्छर, टिक्स, कण आदि) के द्वारा संचरित होते हैं तथा भारत में मलेरिया, डेंगी, चिकनगुनिया, फाइलेरियारोग और कालाजार के नाम से व्याप्त हैं। ये रोग जन स्वास्थ्य के लिए गम्भीर समस्या बन गए हैं।
भोजन से संबंधित खतरे क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभोजन विकारों एक व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की हानि के लिए अपर्याप्त या अत्यधिक भोजन के सेवन या तो शामिल हो सकता है। असामान्य खाने की आदतों से परिभाषित मनोवैज्ञानिक बीमारियों हो सकती हैं। बुलिमिया आभाव और एनोरेक्सिया नर्वोसा खाने विकारों का सबसे आम विशिष्ट प्रकार के होते हैं।
भोज्य पदार्थ कितने प्रकार के होते हैं?
इसे सुनेंरोकें(1) प्रोटीन, (2) काबोहाइड्रेड, (3) स्नेह या वसा, (4) खनिज पदार्थ, (5) विटामिन और (6) जल। जंतुओं और मनुष्यों के शरीर भी इन्हीं पदार्थों से बने होते हैं।
जीवाणु की खोज किसने और कब की?
इसे सुनेंरोकेंव्याख्या- जीवाणु की खोज हालैण्ड के वैज्ञानिक एण्टोनीवान ल्यूवेन हॉक (Antone Von Leeuwenhock) ने 1676 में की थी।
बैक्टीरियल संक्रमण क्या है?
इसे सुनेंरोकेंपेट संक्रमण को बैक्टीरियल आंत्रशोथ के रूप में भी जाना जाता है यह तब होता है जब आपका पेट जीवाणु संक्रमण से प्रभावित होता है। इससे आपके पेट और आंतों में सूजन हो जाती है। आपको उल्टी, दस्त और गंभीर पेट ऐंठन जैसे लक्षण का अनुभव होगा। यहाँ तक कि कम स्वच्छता भी पेट में संक्रमण पैदा कर सकती है।
परिरक्षण क्या है?
इसे सुनेंरोकेंखाद्य-पदार्थों के मौलिक आकार एवं रूप को परिवर्तित कर या अपरिवर्तित रखकर इनके पोषक तत्व एवं विटामिनें को यथा सम्भव बनाये रखते हुए बिना विकृति के दीर्घकाल तक सुरक्षित रखने की विधियों एवं तकनीकों को परिरक्षण (Preservation) कहा जाता है।