मुद्रण का आविष्कार कब हुआ?
इसे सुनेंरोकेंमुद्रण कला का प्रयोग पहली बार चीन में शुरू हुआ, जब 650 ई में भगवान बुद्ध की मूर्ति छापी गई। इतना ही नहीं, चीन की सहस्र् बुद्ध गुफाओं से हीरक सूत्र नामक मिली पुस्तक को ही संसार की पहली मुद्रित पुस्तक माना जाता है। सबसे पहली टाइप मशीन 1041 ई़ में चीन के केपी शैंग ने बनाई थी।
भारत में पहला प्रिंटिंग प्रेस कहाँ स्थापित हुआ?
इसे सुनेंरोकेंQ. भारत में सबसे पहले प्रिंटिंग प्रेस की स्थापना किसने की? Notes: भारत में प्रिंटिंग की शुरुआत पुर्तगालियों ने की, इसकी शुरुआत सबसे पहले गोवा से हुई। 30 अप्रैल, 1556 को गेस्पर कालेज़ा द्वारा लिखे गये पत्र में पुर्तगाल से लायी जा रही प्रिंटिंग मशीन का जिक्र मिलता है।
मुद्रण की शुरुआत कहाँ हुई?
इसे सुनेंरोकेंसन् १०४१ ई. में चीन के पाई शेंग नामक व्यक्ति ने चीनी मिट्टी की मदद से अक्षरों को तैयार किया। इन अक्षरों को आधुनिक टाइपों का आदि रूप माना जा सकता है। चीन में ही दुनिया का पहला मुद्रण स्थापित हुआ, जिसमें लकड़ी के टाइपों का प्रयोग किया गया था।
चीन में वुडब्लॉक प्रिंटिंग का प्रयोग कब शुरू हुआ?
इसे सुनेंरोकें(iv) धार्मिक पुस्तके बड़ी तादाद में व्यापक जन समुदाय तक पहुँच रही थी। (v) अखबार भारतीय मूल के एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र तक समाचार पहुँचाते थे। प्रश्न 11: ‘वुडब्लॉक’ ( काठ की तख्ती ) वाली छपाई यूरोप में 1295 के बाद आई इस कथन को स्पष्ट करो। (i) यह तकनीक पहले चीन के पास थी।
भारत में छपाई कब शुरू हुई?
इसे सुनेंरोकेंयह प्रारंभिक चित्र के समान प्रकार में लगभग विविधता की अनुमति देती है। भारत में छपाई का इतिहास 1556 से शुरू होता है। इस युग में गोवा में पुर्तगालियों ने छपाई की मशीन लगाई।
छापेखाने का आविष्कार कब और किसने किया था?
इसे सुनेंरोकेंयोहानेस गुटेनबर्ग (जर्मन: Johannes Gutenberg, 1398-1468) टाइप के माध्यम से मुद्रण विद्या का आविष्कारक। वेजर्मनी के मेंज के रहने वाले थे।। इन्होनें सन १४३९ में प्रिंटिंग प्रेस की रचना की जिसे एक महान आविष्कार माना जाता है।
हिन्दी का सर्वप्रथम छपखाना प्रेस कहाँ स्थापित हुआ था?
इसे सुनेंरोकेंखड्गविलास छापाखाना, पटना का प्रसिद्ध प्रेस था। उन्नीसवीं सदी के उतरार्ध में पटना का वह प्रेस बिहार का गौरव था।
भारत में सर्वप्रथम प्रेस की स्थापना कब हुई?
इसे सुनेंरोकेंभारत में प्रिटिंग प्रेस की शुरुआत 16 वी सदी में उस समय हुई जब गोवा के पुर्तगाली पादरियों ने सन् 1557 में एक पुस्तक छापी। ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपना पहला प्रिटिंग प्रेस सन् 1684 में बंबई में स्थापित किया।
मुद्रण की शुरुआत कहाँ से हुई अमेरिका से जापान से चीन से भारत से?
इसे सुनेंरोकेंविश्व में सर्वप्रथम मुद्रण की शुरुआत कहाँ हुई? (a) अमेरिका (b) जापान (c) चीन (d) भारत
मुद्रण क्रांति का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंमुद्रण तकनीक ने पाठकों के एक नये वर्ग को जन्म दिया। मुद्रण की मदद से किसी किताब की आसानी से अनेक कॉपी बनाई जा सकती थी, इसलिए किताबें सस्ती होने लगीं। इसके परिणामस्वरूप किताबें अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचने लगीं। जनसाधारण तक किताबें पहुँचने से पढ़ने की एक नई संस्कृति का विकास हुआ।
छपाई से पहले भारत में किताबों की प्रतियां कैसे तैयार की जाती थी?
इसे सुनेंरोकेंवे लकड़ी के टुकड़ों, अक्षरों, शब्दों तथा डिजाइनों की खुदाई करते थे। इन्हें स्याही में डुबाकर कागज के टुकड़ों पर छपाई करते थे। आगे चलकर इसी विधि का प्रयोग करके पुस्तकें छापी जाने लगीं।
यूरोप के लोगों के मन में मुद्रित किताबों को लेकर क्या विचार थे?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर :- प्रत्येक व्यक्ति मुद्रित किताब को लेकर खुश नहीं था। जिन्होंने इसका स्वागत भी किया उनके मन में इसको लेकर कई डर थे। भय था कि अगर छपे हुए और पढ़े जा रहे किताबों पर, कोई नियंत्रण नहीं होगा तो लोगों में बागी और अधार्मिक विचार पनपने लगेंगे। अगर ऐसा हुआ तो मूल्यवान साहित्य की सत्ता ही नष्ट हो जाएगी।
मुद्रण कला का आविष्कार कहाँ हुआ था?
प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार कब हुआ था?
इंग्लैंड में मुद्रण कला पहुंचाने वाला कौन था?
इसे सुनेंरोकेंप्रसिद्ध अंग्रेजी विद्वान चार्ल्स डिक्नस ने मुद्रण की महत्ता को बताते हुए कहा है कि स्वतंत्र व्यक्ति के व्यक्तित्व को बनाए रखने में मुद्रण महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
सर्वप्रथम छापने की मशीन कौन सी थी?
इसे सुनेंरोकेंप्रिंटिंग मशीन योहानेस गुटेनबर्ग ने सबसे पहले सन 1439 में बनाई थी। हालांकि इसके कुछ सौ साल पहले से ही लकड़ी के गुटकों से प्रिंटिंग और घूमने वाली छपाई मशीन का चीन में प्रयोग हो रहा था, लेकिन गुटेनबर्ग की छपाई मशीन उनसे अलग थी।