कौन सी मछली जल्दी तैयार होती है?
इसे सुनेंरोकेंकतला एक प्रसिद्ध और जल्दी बढ़ने वाली कार्प है। यह प्रकृति में गैर हिंसक होती है। यह ज्यादातर बांगलादेश की पदमा, मेघना और बरीगंगा नदियों में पायी जाती है। भारत में इसे भाकुरा के रूप में भी जाना जाता है।
मछली का दाना कितने रुपए किलो मिलता है?
एक एकड़ तालाब में खाद की आवश्यकता
खाद का नाम | खाद की मात्रा |
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गोबर | 10,000 किलो प्रतिवर्ष |
चूना | 200 किलो प्रतिवर्ष |
चूरिया | 150 किलो प्रतिवर्ष |
सिंगल सुपर फास्फेट | 150 किलो प्रतिवर्ष |
मछली कितने दिन में तैयार होती है?
इसे सुनेंरोकें72 घंटे तक उनकी देखरेख के बाद मछली के बच्चे को भी तालाब में डाल दिया जाता है। 25 दिन के बाद यह बच्चे बिक्री के लिए तैयार हो जाते हैं। मत्स्य निरीक्षक के मुताबिक मछली को वर्ष में एक तालाब में दो बार डाला जा सकता है। हाईब्रिड की मछलियां लगभग पांच माह में ही बिक्री के लिए तैयार हो जाती हैं।
कौन सी मछली सतही फीडर है?
इसे सुनेंरोकेंतीन प्रजातियों यथा मिरर कार्प, ग्रास कार्प और सिल्वर कार्प का संयोजन प्रजाति चयन की आवश्यकताओं को पूरा करता है और यह मॉडल राज्य के उप शीतोष्ण क्षेत्र के लिए आदर्श सिद्ध हुआ है। इनमें से, मिरर कार्प एक तल फीडर है, ग्रास कार्प एक वृहद- वनस्पति फीडर है और सिल्वर कार्प है सतह फीडर है।
कम से कम जगह में मछली पालन कैसे करें?
इसे सुनेंरोकेंमछली पालन के इस तकनीक को अपनाते हुए मत्स्य पालक न सिर्फ नीली क्रांति के अग्रदूत बनेंगे बल्कि बेरोजगारी से भी मुक्ति मिलेगी. बायोफ्लॉक तकनीक के माध्यम से किसान बिना तालाब की खुदाई किए एक टैंक में मछली पालन कर सकेंगे. यह कम लागत और सीमित जगह में अधिक उत्पादन देने वाली तकनीकी है
रोहू मछली कितने दिन में बड़ी हो जाती है?
इसे सुनेंरोकेंबेहतर देखभाल और पोषण के साथ रोहू मछली का बच्चा 7 से 8 महीनों में एक से डेढ़ किलो तक का हो जाता है
मछली का दाना क्या रेट है?
इसे सुनेंरोकेंमछली चारे के उत्पादन के साथ सरकार ने दानों पर सब्सिडी देने का निर्णय लिया है। तय किया गया है कि तीस रुपये का दाना खरीदने वाले किसान को दस रुपये का दाना मुफ्त दिया जाएगा। झास्कोफिश के प्लांट में तैयार दाने का आकार तीन से चार मिमी का है
मछली का दाना कैसे बनाया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंमछलियों के चारे के रूप में गाय-भैंस समेत किसी भी जानवर का गोबर इस्तेमाल किया जा सकता है। गाय और भैंस के गोबर को सीधे तालाब में डाल दिया जाता है जबकि बकरी के मल का चूरन बना कर उसमें डालना पड़ता है क्योंकि कड़ा होने के कारण यह पानी में जल्द घुलता नहीं है।
घर में मछली कैसे पालें?
मछली पालन कैसे करें?
- तालाब की तैयारी
- जीरा संचयन: तालाब में छ: चुनी हुई मछलियों के संचयन से उत्पादन अधिक होता है।
- खाद का प्रयोग: गहन मछली उत्पादन हेतु जैविक एवं रासायनिक खाद उचित मात्रा में समय-समय पर देना आवश्यक है।
- कृत्रिम भोजन: मछली के अधिक उत्पादन के लिए प्राकृतिक भोजन के अलावा कृत्रिम भोजन की आवश्यकता होती है।
कौन सी मछली में हड्डी नहीं होती है?
इसे सुनेंरोकेंकॉन्ड्रीइक्थीज़ (Chondrichthyes) या उपास्थिदार मछलियाँ (cartilaginous fish) जबड़े-वाली मछलियों की वह श्रेणी होती है जिनके अंदरूनी ढाँचे हड्डियों की बजाय उपास्थि (कार्टिलेज) के बने होते हैं।
कौन सी मछली पालना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंमछली पालन के लिए रोहू, सिल्वर, ग्रास, भाकुर व नैना मछलियों का पालन होता है. इन मछलियों को 200 से 400 रुपये किलो तक बेचा जा सकता है. तालाब में मछली बीज डालने के 25 दिन बाद फसल तैयार हो जाती है. मछली के बीज किसी भी हैचरी से खरीदे जा सकते हैं