दो ध्रुवीयता का अंत का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंवह आजकल दुनिया में केवल मात्र ऐसी शक्ति है जिसके वर्चस्व को सैनिक, सांस्कृतिक तथा आर्थिक क्षेत्रों में देखा जा सकता है। सही अर्थ में अब उसकी टक्कर लेने वाला कोई देश नहीं है। द्वि-ध्रुवीयता का अर्थ है-द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान विश्व की दो सुपर शक्तियों (Super-Powers) यानी पूर्व सोवियत संघ तथा सं. रा.
सोवियत संघ का विघटन कितने देशों में हुआ?
इसे सुनेंरोकेंसोवियत संघ के टूटने से 15 देश अस्तित्व में आए- आर्मीनिया, अजरबैजान, बेलारूस, इस्टोनिया, जॉर्जिया, कजाकिस्तान, कीर्गिस्तान, लातविया, लिथुआनिया, मालदोवा, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, यूक्रेन और उज्बेकिस्तान।
द्वि ध्रुवीय विश्व से क्या तात्पर्य है?
इसे सुनेंरोकेंअशोक कुमार बेहुरिया जवाब देते हैं: एक बहुध्रुवीय दुनिया वह है जहां कुछ राज्यों के बीच सत्ता को विनियोजित किया जाता है, न कि कुछ राज्यों द्वारा अभिभूत। शीत युद्ध के दौरान, दुनिया दो महत्वपूर्ण शक्ति गठबंधनों में विभाजित हो गई थी, जिससे परीक्षकों को इसे ‘द्विध्रुवीय’ दुनिया मानने के लिए प्रेरित किया गया था।
दो ध्रुवीय का अर्थ क्या है?
इसे सुनेंरोकेंAnswer. Answer: शीत युद्ध के दौरान विश्व का दो गुटों में गया जिससे शक्ति संरचना ही दो ध्रुवीय हो गई जिसे अमेरिका और सोवियत संघ का नेतृत्व प्राप्त हुआ! Ans सोवियत संघ में अर्थ में उत्पादन के सभी साधनों पर सरकार का नियंत्रण था जबकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में समूह पर का उत्पादन पर नियंत्रण था!
द्विध्रुवीय का अंत कब हुआ?
इसे सुनेंरोकें1991 में सोवियत संघ के पतन के साथ द्विध्रवीयता का भी अंत हो गया। सोवियत प्रणाली योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था व राज्य द्वारा नियंत्रित थी। नागरिकों की सुविधा से लेकर विकास व संचार के साधनों पर सरकार का एकमात्र नियंत्रण था। मिखाईल गोर्बाचोव 1980 के दशक के मध्य सोवियत संघ की साम्यवादी पार्टी के अध्यक्ष बने।
दि धुवीयता क्या है?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: शीत युद्ध के दौरान विश्व का दो गुटों में गया जिससे शक्ति संरचना ही दो ध्रुवीय हो गई जिसे अमेरिका और सोवियत संघ का नेतृत्व प्राप्त हुआ! Ans सोवियत संघ में अर्थ में उत्पादन के सभी साधनों पर सरकार का नियंत्रण था जबकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में समूह पर का उत्पादन पर नियंत्रण था!
दो ध्रुवीय विश्व का अंत कब से माना जाता है?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: 25 दिसंबर, 1991 : गोर्बाचेव ने सोवियत संघ के राष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दिया। सोवियत संघ का अंत। सोवियत संघ के विभिन्न गणराज्य इस उभार ।
संयुक्त राष्ट्र संघ क्या है उसकी उपलब्धियों पर प्रकाश डालें?
इसे सुनेंरोकेंसंयुक्त राष्ट्र 1920 में विश्व युद्ध के अंतर्काल में गठित अप्रभावी देशों का उत्तराधिकारी है. इसके गठन का उद्देश्य दो उद्देश्यों को प्राप्त करना था– अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना और और आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं लोगों की अंतरराष्ट्रीय समस्याओं को सुलझाने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करना.