स्पॉटिंग कब होती है?

स्पॉटिंग कब होती है?

इसे सुनेंरोकेंकब होती है स्‍पॉटिंग माना जाता है कि करीब 20 से 30 पर्सेंट महिलाओं को पहली तिमाही में या यों कहें कि प्रेग्‍नेंसी के पहले तीन महीनों के दौरान स्‍पॉटिंग होती है। आमतौर पर यह लाइट पिंक या डार्क ब्राउन रंग की होती है

क्यों भूरे रंग के निर्वहन?

इसे सुनेंरोकेंक्‍या है यह ब्राउन डिस्‍चार्ज? डॉ मित्तल के अनुसार, भूरे रंग का डिस्‍चार्ज चिंता का कारण नहीं है। वह कहती है, “यह थोड़ा पुराना ब्‍लड है जो आपकी वेजाइना में रह गया था, जिसके ऑक्‍सीजन के संपर्क में आने से इसका ऑक्‍सीकरण हो गया है। हमारे खून में लोहे की उपस्थिति के कारण, यह रंग में भूरा हो जाता है

प्रेगनेंसी में सफेद पानी आए तो क्या करें?

इसे सुनेंरोकेंसफेद पानी आने पर क्‍या करें डॉक्‍टर एंटीबायोटिक या अन्‍य कोई दवा दे सकते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान योनि को स्‍वस्‍थ रखने के लिए टैंपोन का इस्‍तेमाल न करें। अपने प्राइवेट पार्ट्स में केमिकल वाली चीजों का इस्‍तेमाल करने से बचें। यौन अंगों में गीलापन न रहने दें

प्रेगनेंसी में पीरियड जैसा दर्द होना क्या है?

इसे सुनेंरोकेंप्रेग्नेंसी के शुरुआती 3 महीनों में यानी 1 से 12 हफ्ते के दौरान पेट में हल्का दर्द होना सामान्य सी बात है क्योंकि इस दौरान आपके शरीर के अंदर काफी बदलाव हो रहा होता है। आपका गर्भाशय फैलने लगता है, लिगामेंट्स स्ट्रेच होने लगते हैं, मॉर्निंग सिकनेस रहती है। इन सबकी वजह से थोड़ा बहुत पेट दर्द होना नॉर्मल है

गर्भ ठहरने के कितने दिन बाद पता चलता है?

इसे सुनेंरोकेंअकसर महिलाओं के सामने सबसे पहला और बड़ा सवाल होता है कि पीरियड न आने के कितने दिन बाद टेस्ट किया जाए। साफ तौर पर प्रेग्नेंसी का पता तब ही लगाया जा सकता है जब महिला के खून में HCG हॉर्मोन का स्राव होने लगे। ज्यादातर महिलाओं में इस प्रोसेस को पूरा होने में 6 से 7 दिन लग जाते हैं

प्रेगनेंसी के कितने दिन बाद ब्लीडिंग होती है?

इसे सुनेंरोकेंफर्टिलाइजेशन यानी गर्भधारण होने के 10 से 12 दिन के बाद जब भ्रूण यूट्रस में इम्प्लांट होने लगता है उस दौरान भी हल्की ब्लीडिंग होती है जिसे पीरियड्स समझा जा सकता है। लेकिन ये मुश्किल से 2 या 3 दिन तक ही रहता है, पीरियड्स की तरह 5 से 7 दिन नहीं

पीरियड के बाद पीला पानी क्यों आता है?

इसे सुनेंरोकेंइस कारण योनि से स्त्राव होता है। इस दौरान महिलाओं की योनि से होने वाले स्त्राव में गंध भी अधिक आती है। वहीं, अगर किसी महिला को ट्राइकोमोनिएसिस है, तो ऐसे में महिलाओं की योनि से हरे रंग का या पीले रंग का स्त्राव होता है। फोरप्ले के दौरान भी महिलाओं की योनि से स्त्राव होता है

प्रेगनेंसी में खून क्यों आता है?

इसे सुनेंरोकेंप्रेग्नेंसी की शुरुआत में आपको हल्की ब्लीडिंग हो सकती है, लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं है। इसे ‘स्पॉटिंग’ (spotting) कहते हैं। ऐसा तब होता है, जब बढ़ता हुआ भ्रूण खुद को आपकी कोख की दीवारों में प्रत्यारोपित करता है। इस तरह की ब्लीडिंग अक्सर उस समय के आसपास होती है, जब आपके पीरियड का समय होने वाला होता है।

पानी गिरने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंमहिलाओं में श्वेत प्रदर रोग आम बात है। ये गुप्तांगों से पानी जैसा बहने वाला स्त्राव होता है। यह खुद कोई रोग नहीं होता परंतु अन्य कई रोगों के कारण होता है। श्वेत प्रदर वास्तव में एक बीमारी नहीं है बल्कि किसी अन्य योनिगत या गर्भाशयगत व्याधि का लक्षण है; या सामान्यतः प्रजनन अंगों में सूजन का बोधक है।

सफेद पानी गिरना कैसे बंद होगा?

केले से ल्यूकोरिया का घरेलू उपचार (Banana: Home Remedies to Treat Leucorrhoea in Hindi)

  1. पके हुए केले को चीनी के साथ खाने से कुछ ही दिनों में सफेद पानी की समस्या दूर हो जाती है।
  2. पके हुए केले को घी या मक्खन के साथ दिन में दो बार खाने से लिकोरिया से आराम मिलता है।
  3. पके हुए केले को बीच से काट लें।

प्रेग्नेंट है या नहीं कैसे पता चलता है?

इसे सुनेंरोकें1- विनेगर : विनेगर में पेशाब मिलाकर यह टेस्ट किया जाता है। विनेगर में पेशाब मिलाने के बाद अगर रंग में बदलाव नजर आता है तो हो सकता है कि आप गर्भवती हों। 2- कांच के ग्लास : अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो कांच के ग्लास में यूरिन डालने से कुछ देर बाद इसपर सफेद परत दिखाई देगी। अगर ऐसा होता है तो आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं