युग्मकोद्भिद क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंअर्धसूत्रण द्वारा बने चार लघुबीजाणु केन्द्रक मातृ कोशिकाओं में ही रहते है। इनमें से केवल एक केन्द्रक क्रियाशील रहता है जबकि शेष तीन विघटित होकर नष्ट हो जाते है। क्रियाशील केन्द्रक के समसूत्री विभाजन से एक जनन कोशिका और एककायिक कोशिका बनती है। जनन कोशिका के समसूत्री विभाजन द्वारा दो नर युग्मक बनते है।
मादा युग्मकोद्भिद के निर्माण में कितने विभाजन होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंप्रथम विभाजन द्वारा निर्मित दोनों केन्द्रक रिक्तिका (Vacuole) के दीर्धीकरण के कारण विपरीत ध्रुवों (निभागीय एवं बीजाण्डद्वारी) पर पहुँच जाते हैं। ध्रुवों पर पहुँचकर दोनों केन्द्रकों में दूसरा एवं तीसरा समसूत्री विभाजन होता है जिसके फलस्वरूप दोनों ध्रुवों पर चार-चार केन्द्रक हो जाते हैं।
मादा युग्मकोद्भिद के एक बीजाणुज विकास से क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंमादा युग्मकोभिद् के एकबीजाणुज विकास (monosporic development of female gametophyte) – अधिकांश आवृतबीजी पादपों में मादा युग्मकोद्भिद का विकास एक गुरुबीजाणु से होता है। बीजाण्ड के बीजाण्डकाय (nucellus) में गुरु बीजाणु मातृकोशिका (megaspore mother cell) अर्द्धसूत्री विभाजन द्वारा चार गुरुबीजाणु (megaspore) बनाती है।
मादा युग्मकोद्भिद के एकबीजाणुज विकास से क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंदोनों ध्रुवों से आये एक-एक केन्द्रक, केन्द्रीय कोशिका में संयोजन द्वारा ध्रुवीयकेन्द्रक (polar nucleus) बनाते हैं। चूंकि मादा युग्मकोद्भिद् सिर्फ एक ही गुरुबीजाणु से विकसित होता है, अत: इसे एक बीजाणुज विकास कहते हैं।
5 आप मादा युग्मकोद्भिद के एकबीजाणुज विकास से क्या समझते हैं?
असंगजनन क्या है इसका क्या महत्व है?
इसे सुनेंरोकेंप्रजनन की वह विधि जिसमे निषेचन के बिना ही भ्रूण का निर्माण होता है, उसे असंगजनन कहते हैं । उदाहरण – घास , एस्टेर्सिया । यदि संकर किस्म के संग्रहित बीज को बुआई करके प्राप्त किया गया है तो उसकी पादप संतति पृथक्कृत होगी और वह संकर बीज की विशिष्टता को अथवा गुण को यथावत नहीं रख पाएगा ।
भ्रूणपोष क्या है इसके विभिन्न प्रकारों का संक्षिप्त विवरण दीजिए 5?
इसे सुनेंरोकेंजब प्राथमिक भूणपोष केन्द्र के उत्तरोत्तर रूप से विभाजन के द्वारा अनेक केन्द्रक बनते है तो इस प्रकार के भ्रूणपोष को मुक्त केन्द्रीय भूणपोष कहते है। कोशिका अन्य विभाजन के द्वारा अनेक कोशिकाओं का निर्माण होता है। इस प्रकार के भूणपोषको कोशिकीय भूणपोष कहते है।