क्या ऐसे समय हैं जब आप उदास या निराश महसूस करते हैं?
इसे सुनेंरोकेंबिना किसी कारण के आप दिल पर भारी और एक प्रकार का बोझ महसूस करते है। और जब आप रोते है तो अच्छा महसूस करते है क्योंकि आपके दिल का बोझ आंसुओं के रूप में बाहर निकल जाता है। जब कभी मौसम सुहाना होता है तो ऐसा बहुत कम ही होता है कि आप उदास या दुखी महसूस करें। दरअसल, एक गहरा और बादलों वाला दिन आपके मूड को खराब कर सकता है।
मनुष्य को निराश क्यों नहीं होना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंहमें खुद से निराश क्यों नहीं होना चाहिए? जीवन में सबसे निराश होना ठीक है, खुद से कभी नहीं। क्यौकि इससे इन्सान का आत्मविश्वास, उसका मनोबल गिरता है, टूटता है। और एक इन्सान बिना आत्मविश्वास के, बिना मनोबल के आगे नहीं बढ़ सकता।
निराश क्यों?
इसे सुनेंरोकेंहम निराश क्यों होते है? निराश होना हमारी मानसिक शक्ति पर निर्भर करता है । अगर हमारी मानसिक शक्ति कम है तो हम जल्दी निराश होंगे और अगर हमारी मानसिक शक्ति अधिक है तो हम जल्दी से निराश नहीं होंगे ।
निराशा क्यों होती है?
इसे सुनेंरोकेंनिराशा एक मनोदशा है, जो काम के प्रति अरुचि को दर्शाती है। निराश व्यक्ति उदास, दुखी, बेबस, चिड़चिड़ा और बेचैन हो जाता है। निराश व्यक्ति अपने आपको इतना हताश पाता है कि उसके दिमाग में आत्महत्या करने तक का ख्याल आने लगता है। निराशा के भंवर से निकलने के कई रास्ते हैं।
निराशा को आशा में कैसे बदलें?
आत्मविश्वास को रखें बरकरार निराशा की मन:स्थिति में अपने आत्मविश्वास को कमजोर न पड़ने दे।
क्या असफलिाओ से हमें जीवन में कभी भी निराश होना चाहहए?
इसे सुनेंरोकेंसफलता और असफलता बहनें हैं। असफलता हमारी आँखें खोलती है और हमारी कमजोरियों को उजागर करती हैं। उन्हें दूर कर हम पुन: सफल हो सकते हैं।
असफलता से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?
इसे सुनेंरोकेंसफलता और असफलता एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, जीवन में इन दोनों का खासा महत्त्व है. असफलता से अधिकतर लोग घबरा कर अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं. ऐसे में हमें बड़ों के संघर्ष से प्रेरणा मिलती है, जिस के सहारे हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ते हैं.