औद्योगीकरण के बाद आई नई योजनाओं के कारण सिंगरौली में क्या क्या परिवर्तन हुआ?
सिंगरौली.
- सिंगरौली.
- औद्योगिक केंद्र एवं विकास निगम (एकेवीएन) के अधिकारियों की माने तो उनकी ओर से प्राप्त भूमि को विकसित करने की योजना पूरी तरह से तैयार है।
- बैढऩ का क्षेत्र 33 से बढक़र हुआ 85 हेक्टेयर
- बारूद फैक्ट्रियों को डगा में शिफ्ट करने की योजना
- ——-सिंगरौली में दो नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाना है।
औद्योगीकरण ने पर्यावरण को कैसे प्रभावित किया है जहाँ कोई वापसी नहीं पाठ के आलोक में स्पष्ट कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंऔद्योगीकरण के लिए सरकार ने उपजाऊ भूमि तथा वहाँ के परिवेश को नष्ट कर डाला। इसका प्रभाव यह पड़ा कि प्राकृतिक असंतुलन बढ़ गया। औद्योगीकरण ने विकास तो दिया लेकिन प्रदूषण का उपहार भी हमें दे दिया। इसमें भूमि, वायु तथा जल प्रदूषण ने प्रकृति के संतुलन को बिगाड़ दिया और वहाँ के सौंदर्य को नष्ट कर दिया।
दूसरा देवदास पाठ में किसका वर्णन किया गया है?
इसे सुनेंरोकेंइस कहानी का नाम ‘दूसरा देवदास’ बिलकुल उचित है। यह शीर्षक कहानी की सार्थकता को स्पष्ट करता है। जिस प्रकार शरतचंद्र का देवदास अपनी पारो के लिए सारा जीवन मारा-मारा फिरता रहा, वैसे ही संभव रूपी देवदास अपनी पारो के लिए मारा-मारा फिरता है। पारो की एक झलक उसे दीवाना बना देती है।
सिंगरौली को काला पानी क्यों कहा जाता था?
इसे सुनेंरोकेंसिंगरौली, जो अब तक अपने सौंदर्य के कारण ‘बैकुंठ’ और अपने अकेलेपन के कारण ‘काला पानी’ माना जाता था, अब प्रगति के मानचित्र पर राष्ट्रीय गौरव के साथ प्रतिष्ठित हुआ।
औद्योगीकरण ने पर्यावरण का संकट पैदा कर दिया क्यों और कैसे?
जहां कोई वापसी नहीं पाठ की मूल संवेदना क्या है?
इसे सुनेंरोकेंमूल संवेदना – प्रस्तुत पाठ में लेखक ने पर्यावरण संबंधी सरोकारों के साथ-साथ विकास के नाम पर पर्यावरण से उत्पन्न मनुष्य की विस्थापन संबंधित समस्या को विचित्र किया है। लेखक ने यह बताना चाहा है कि यदि विकास और पर्यावरण संबंधी सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखा जाए तो हमेशा विस्थापन और पर्यावरण संबंधित समस्या सामने आती रहेगी।
मनोकामना हेतु लाल धागे कितने रुपए में बिक रहे थे?
इसे सुनेंरोकेंमनोकामना के हेतुक लाल-पीले धागे सवा रुपए में बिक रहे थे।
लोमड़ी स्वेच्छा से शेर के मुंह में क्यों चली जा रही थी?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: लोमड़ी बेरोज़गार थी। उसे पता चला था कि शेर के मुँह में रोज़गार कार्यालय है, जहाँ उसे नौकरी मिल सकती है। अतः वह नौकरी की अर्जी जमा कराने के लिए स्वेच्छा से शेर के मुँह में चली जा रही थी।
5 लेखक के अनुसार स्वातंत्र्योत्तर भारत की सबसे बड़ी ट्रैजेडी क्या है?
इसे सुनेंरोकेंAnswer. Answer: लेखक के अनुसार स्वतंत्र उत्तर भारत की सबसे बड़ी ट्रेजडी पश्चिमी देशों की नकल और निरक्षरता है।