लोहरी त्यौहार कैसे मनाते हैं?

लोहरी त्यौहार कैसे मनाते हैं?

इसे सुनेंरोकेंइस त्योहार को मनाने के लिए खुली जगह पर आग लगाई जाती है और नृत्य करते हुए गीत गाए जाते हैं और फिर पवित्र अग्नि में मूंगफली, गजक, तिल आदि डालकर परिक्रमा की जाती है।

धार्मिक पर्व कौन कौन से हैं?

इसे सुनेंरोकेंधनतेरस, दीपावली, होली, नवरात्रि, दशहरा, महाशिवरात्री, गणेश चतुर्थी, रक्षाबंधन, कृष्णजन्माष्टमी, करवां चौथ, रामनवमी, छठ, वसंत पंचमी, मकर संक्रांति, दुर्गा पूजा, भाईदूज, उगादि, ओणम, पोंगल, लोहड़ी, हनुमान जयंती, गोवर्धन पूजा, काली पूजा, विष्णु पूजा, कार्तिक पूर्णिमा, नरक चतुर्थी, रथ या‍त्रा, गौरी हब्बा उत्सव, महेश …

किसी एक धार्मिक त्योहार को चुनिए और बताइए कि आपके क्षेत्र में यह कैसे मनाया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंधनतेरस से भाई दूज तक यह त्योहार चलता है। धनतेरस के दिन व्यापार अपने नए बहीखाते बनाते हैं। अगले दिन नरक चौदस के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करना अच्‍छा माना जाता है। अमावस्या यानी कि दिवाली का मुख्य दिन, इस दिन लक्ष्मीजी की पूजा की जाती है।

भारत में कौन से धार्मिक त्योहार मनाए जाते हैं?

अक्टूबर/नवम्बर

  • करवा चौथ
  • देव प्रबोधिनी एकादशी
  • धनतेरस
  • दीपावली
  • गोवर्धन पूजा
  • यम द्वितीया (भाई दूज)
  • गुरु पर्व
  • छठ पूजा

लोहड़ी का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंलोहड़ी के त्योहार का संबंध फसल की बुआई और उसकी कटाई से जुड़ा है. इस दिन पंजाब और हरियाणा में नई फसल की पूजा करने की परंपरा है. वहीं रात के समय लोहड़ी जलाई जाती है. पुरुष लोहड़ी की आग के पास भांगड़ा करते हैं, वहीं महिलाएं गिद्दा करती हैं.

भारत देश में कई त्योहार मनाते हैं क्यों अपने मन पसंद किसी एक त्योहार के बारे में चार वाक्य लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंभारत त्योहारों का देश है, यहां कई प्रकार के त्योहार पूरे साल ही आते रहते हैं लेकिन दीपावली सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। यह त्योहार पांच दिनों तक चलने वाला सबसे बड़ा पर्व होता है। इस त्योहार का बच्चों और बड़ों को पूरे साल इंतजार रहता है। कई दिनों पहले से ही इस उत्सव को मनाने की तैयारियां शुरू हो जाती है।

लोहड़ी का अर्थ क्या है?

इसे सुनेंरोकेंक्या है लोहड़ी- मकर संक्रांति से पहले वाली रात को सूर्यास्त के बाद मनाया जाने वाला पंजाब प्रांत का पर्व है लोहड़ी, जिसका का अर्थ है- ल (लकड़ी)+ ओह (गोहा यानी सूखे उपले)+ ड़ी (रेवड़ी)। इस पर्व के 20-25 दिन पहले ही बच्चे ‘लोहड़ी’ के लोकगीत गा-गाकर लकड़ी और उपले इकट्ठे करते हैं।