3 वित्र में क्या पढ़ा जाता है?
इसे सुनेंरोकेंवित्र नमाज़ तीन रकअत है और प्रत्येक रकअत में सूरह अल-फातिहा का पाठ करना अनिवार्य है। तीसरी रकात में यानी अल-तहियात का पाठ करने के बाद ही क़ायदा में खड़ा होना है, और दुआ क़ुनूत का पाठ करना अनिवार्य है।
3 रकात नमाज वित्र कैसे पढ़े?
इसे सुनेंरोकेंज्यादातर नमाजों में 2 रकातें होती हैं, पर वित्र की नमाज़ में कुल मिलाकर 3 रकातें हैं। जिसमे से आपको दो रकात पढ़ कर बैठ जाना है, और फिर अहतियात पढ़ने के बाद खड़ा हो जाना है। उसके बाद सूरह फातिहा पढ़ने के बाद आपको अल्लाहु कब कहना है। फिर अपने हाथों को कंधे तक उठाकर बांध लेना है, और दुआ ए क़ुनूत पढ़नी है।
वित्र की नियत कैसे करें?
वित्र एक इस्लामी इबादत है और इस इबादत को रात के वक्त किया जाता है।…2 भाग 2 का 2: वित्र नमाज़ पढ़ने का तरीका
- नमाज की शुरुआत में सीने पर हाथ रखकर खड़े होना है और सीधे हाथ को उल्टे हाथ पर रखकर पकड़ना है।
- फिर रुकू में जाएं: रुकू में इस तरह जाया जाता है कि कमर पूरी झुका ली जाती है और हाथों को घुटनों पर रख दिया जाता है।
ईशा में कितनी रकात होती है?
इसे सुनेंरोकेंईशा की नमाज अर्थात रात की की प्रार्थना में 17 रकात होती हैं।
ईशा की नमाज में मित्र कैसे पढ़ें?
इसे सुनेंरोकेंईशा की 4 सुन्नत नमाज़ पढ़ने का तरीका – सजदे में जाते वक़्त सबसे पहले हाथ घुटनो पर रखे फिर घुटने जमीन पर टिकाये फिर हाथ जमीन पर रखे ! फिर अल्लाहु-अकबर कहते सजदे से उठकर सीधे बैठ जाए। जब बैठे सीधे पेर की उंगलिया हिलनी नहीं चाहिए मतलब क़िबला रुख ही मुड़ी हुई हो और उलटे पैर को सीधे पैर की जानिब मोड़ के बैठे।
वित्र की नमाज़ में कौन सी सूरत पढ़ी जाती है?
इसे सुनेंरोकेंवित्र की नमाज़ के कुछ मसाइल अगर दुआए कुनुत भूल जाये और रुकू में याद आए तो न रुकू में पढ़े न कयाम की तरफ लौट कर खड़े हो कर पढ़े बलके छोड़ दे- और आखिर में सिजदा सहु करले नमाज़ हो जाएगी. वित्र की तीनो रकअत में करायत फ़र्ज़ है और हर रकअत में अलहम्दो के बाद सूरत मिलाना वाजिब है. वित्र की नमाज़ बैठ कर नहीं पढ़ सकते है.
ईशा की नमाज़ कैसे पढ़े?
इसे सुनेंरोकेंईशा की नमाज़ में 17 rakat होती है , सबसे पहले 4 रकात सुन्नत , उसके बाद 4 रकात फ़र्ज़ , फिर 2 रकात सुन्नत , फिर 2 रकात नफिल , फिर 3 रकात वित्र , फिर 2 रकात नफिल की नमाज़ पढ़ी जाती है।
ईशा की नमाज का टाइम कब तक रहता है?
इसे सुनेंरोकेंईशा की नमाज़ का आखिरी वक़्त कब तक रहता है? ईशा की नमाज़ का आखिरी वक़्त सेहरी के वक़्त से पहले तक रहता है या फज़र की नमाज़ से पहले तक होता है।
ईशा की नमाज में 17 रकात कौन कौन सी होती है?
इसे सुनेंरोकेंईशा की नमाज़ में कितनी Rakat होती है ईशा की नमाज़ में 17 rakat होती है , सबसे पहले 4 रकात सुन्नत , उसके बाद 4 रकात फ़र्ज़ , फिर 2 रकात सुन्नत , फिर 2 रकात नफिल , फिर 3 रकात वित्र , फिर 2 रकात नफिल की नमाज़ पढ़ी जाती है।
नियत बांधने के बाद क्या पढ़ा जाता है?
इसे सुनेंरोकें” नियत की मैंने दो रकात नमाज़ मगरिब की नफिल वास्ते अल्लाह ताला के मुह मेरा तरफ़ क़ाबा शरीफ के अल्लाहु अकबर।” Magrib ki namaz पढने के बाद isha ki namaz होती है।
ईशा की नमाज में भीतर कैसे पढ़ें?
इसे सुनेंरोकेंतिसरी रकात (isha ki namaz ka tarika) तिसरी रकात में आप सिर्फ सूरह फातिहा पढ़ेंगे; ना आपको सना पढना है और ना ही कोई सुरह। आप सूरह फातिहा पढ़कर रुकु में जाएं और रुकु सुजूद करने के बाद आप खड़े हो; खड़े होकर के सजदे में जाए। दोनों सजदे मुकम्मल करने के बाद आप अल्लाहू अकबर कहते हुए चौथी रकात के लिए खड़े हों।