दृष्टि दोष क्या है इसके Prakar Likhiye?
इसे सुनेंरोकेंमायोपिया तब होता है, जब आंख की पुतली बहुत लंबी हो जाती है या कार्निया (आंखों की सबसे बाहरी सुरक्षात्मक परत) की वक्रता बहुत बढ़ जाती है। इससे जो रोशनी आंखों में प्रवेश करती है वो ठीक प्रकार से फोकस नहीं होती है, जिससे प्रतिबिंब रेटिना के थोड़ा आगे फोकस होते हैं। इससे नज़र धुंधली हो जाती है।
कुंडली में दोष कितने प्रकार के होते हैं?
कुंडली में होते हैं ये 9 तरह के दोष, 1 भी होने पर शुरू हो जाता है…
- astrology.
- ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में कई तरह के दोष होते हैं। कुंडली में अशुभ दोष होने पर व्यक्ति को तमाम तरह की परेशानियों से दो चार होना पड़ता है।
- शनि दोष
- मांगलिक दोष
- कालसर्प दोष
- प्रेत दोष
मानव आँख में दृष्टि दोष क्या है यह कितने प्रकार के होते हैं?
वर्तन दोष
- निकट दृष्टि
- दूरदृष्टि
- अबिंदुकता
देव दोष क्या है?
इसे सुनेंरोकेंनवम पर जब सूर्य और राहू की युति हो रही हो तो यह माना जाता है कि पितृ दोष योग बन रहा है। शास्त्र के अनुसार सूर्य तथा राहू जिस भी भाव में बैठते है, उस भाव के सभी फल नष्ट हो जाते है। व्यक्ति की कुण्डली में एक ऎसा दोष है जो इन सब दु:खों को एक साथ देने की क्षमता रखता है, इस दोष को पितृ दोष के नाम से जाना जाता है।
निकट दृष्टि दोष में कौन सा लेंस होता है?
इसे सुनेंरोकेंनिकट दृष्टिदोष (मायोपिया): इसमें किसी भी चीज का प्रतिबिंब रेटिना के आगे बन जाता है, जिससे दूर का देखने में दिक्कत होती है। इसे ठीक करने के लिए माइनस यानी कॉनकेव लेंस की जरूरत पड़ती है
जरा दृष्टि दोष क्या है इसका निवारण कैसे होता है?
इसे सुनेंरोकेंजरादृष्टि दोष का कारण आँख में जरादृष्टि दोष होने का कारण है समायोजन क्षमता का कम हो जाना| अक्सर आँख में ऐसे दोष उम्र ढलने के पश्चात ही दिखाई देता है| इस प्रकार के दोष से निवारण के लिए हमें द्विफोकसी लेंस का प्रयोग करना चाहिए।
कुंडली में दोष कैसे पता चलेगा?
इसे सुनेंरोकें9 वें भाव को धर्म का भाव भी कहा जाता है. जब व्यक्ति की कुंडली के इस भाव में सूर्य, राहु- केतु विराजमान हो जाए तो व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष की स्थिति बनती है. मान्यता है कि सूर्य तथा राहू जिस भी भाव में बैठते हैं, उस भाव के सभी फल नष्ट कर देते हैं. इस स्थिति को ही पितृ दोष माना गया है
Dur दृष्टि दोष क्या है परिभाषा?
इसे सुनेंरोकेंदूरदृष्टिदोष या दूरदृष्टिता (Far-sightedness या hypermetropia) आंखों का ऐसा दोष है जिसके होने पर दूर की वस्तुएं स्पष्ट दिखाई पड़ती है परन्तु निकट की वस्तुएं स्पष्ट दिखाई नहीं पड़ती हैं।
कुलदेवता कैसे पता करे?
इसे सुनेंरोकेंमंगलवार को सुबह स्नान आदि से स्वच्छ पवित्र हो अपने देवी देवता की पूजा करें। इस अवधि में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें ,यहां तक कि बिस्तर और सोने का स्थान तक शुद्ध और पवित्र रखें। ब्रह्मचर्य का पालन करें और मांस-मदिरा से पूर्ण परहेज रखें। इस प्रयोग की अवधि के अन्दर आपको स्वप्न में आपके कुलदेवता/देवी की जानकारी मिल जाएगी
कुल देवी देवता कौन होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंकुलदेवी या देवता कुल या वंश के रक्षक देवी-देवता होते हैं। ये घर-परिवार या वंश-परंपरा के प्रथम पूज्य तथा मूल अधिकारी देव होते हैं। अत: प्रत्येक कार्य में इन्हें याद करना आवश्यक होता है