बाल अधिकार कितने प्रकार के हैं?

बाल अधिकार कितने प्रकार के हैं?

समानता का अधिकार ( अनुच्छेद 14)

  • भेदभाव के विरुद्ध अधिकार ( अनुच्छेद 15)
  • व्यक्तिगत स्वतंत्रता और कानून की सम्यक् प्रक्रिया का अधिकार ( अनुच्छेद 21)
  • जबरन बँधुआ मजदूरी में रखने के विरुद्ध सुरक्षा का अधिकार ( अनुच्छेद 23)
  • सामाजिक अन्याय और सभी प्रकार के शोषण से, समाज के कमजोर तबकों के सुरक्षा का अधिकार ( अनुच्छेद 46)
  • बाल सुरक्षा क्या है बाल सुरक्षा के संदर्भ में शिक्षा की भूमिका स्पष्ट कीजिए?

    इसे सुनेंरोकेंयूनिसेफ और भारत में उसके सहयोगी साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि बच्चों को श्रम और शोषण से बचाया जाए जो उनके विकास के लिए हानिकारक है। वे यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि बच्चे आर्थिक रूप से स्थिर परिवार रहें और उन्हें स्कूल जाने और शिक्षित होने का अवसर मिले।

    प्रमुख बाल अधिकार कौन कौन से हैं?

    इसे सुनेंरोकेंबच्चे की परिभाषा, कोई भेदभाव नहीं, बाल हितों की रक्षा, अधिकारों को लागू करना, मां बाप की जिम्मेदारियों का मार्गदर्शन, जिंदा रहना व विकसित होना, नाम और राष्ट्रीयता,पहचान का संरक्षण, मां बाप के साथ रहना, पारिवारिक एकता, अपहरण से बचाव, बच्चों के विचार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, वैचारिक एवं धार्मिक स्वतंत्रता, मिलने जुलने …

    बाल अधिकार क्या है वर्णन करें?

    इसे सुनेंरोकेंबाल अधिकार क्या हैं? 18 वर्ष से कम आयु वाले समस्त मनुष्यों के लिए मूलभूत स्वयत्ता तथा जन्मजात अधिकार बाल अधिकार हैं। यह अधिकार आयु, भाषा, कुल, रंग, जाति, धर्म, लिंग, संप्रदाय, शारीरिक क्षमता या अन्य स्तर के आधार पर भेदभाव किए बिना समस्त बच्चों पर समान रूप से लागू है। इसका आधारभूत तथ्य समान अवसर प्रदान करना है।

    बाल अधिकार का क्या तात्पर्य है संविधान में कौन से अधिकारों को शामिल किया गया है?

    इसे सुनेंरोकेंबाल अधिकार (Children’s rights) नाबालिगों की देखभाल और विशिष्ट सुरक्षा के रूप में बच्चों को मिलने वाले व्यक्तिगत मानवाधिकारों को कहा जाता है।

    बाल अधिकार की घोषणा कब हुई?

    इसे सुनेंरोकेंवर्ष 1959 में बाल अधिकारों की घोषणा की गई थी। जिसे 20 नवंबर 2007 में स्वीकार किया गया। बाल अधिकार में जीवन का अधिकार, भोजन पोषण, स्वास्थ्य, विकास, शिक्षा, पहचान, नाम, राष्ट्रीयता, परिवार, मनोरंजन. बदसलूकी, सुरक्षा और बच्चों का गैर कानूनी व्यापार जैसे शामिल है

    बाल सुरक्षा क्या है एवं क्यों जरूरी है?

    इसे सुनेंरोकेंहम हिंसा, प्रताड़ना और शोषण से मुक्त एक पारिवारिक माहौल में पलने – बढ़ने के बच्चों के अधिकार को हासिल कराना सुनिश्चित करते हैं।

    बाल सुरक्षा क्यों जरूरी है?

    इसे सुनेंरोकेंबच्चो के संरक्षण के लिए यह अति आवश्यक है कि हम उपेक्षित बच्चों की पारिवारिक समस्याओं का मूल्यांकन करें। किसी भी परिस्थिति में बच्चे का बचपन उससे न छिना जाए, यह हम सब की जिम्मेदारी है। बच्चों के लिए यदि कुछ बेहतर करना है तो हमे मृत हो चुकी संवेदनाओ को जगाना होगा। बाल संरक्षण के लिए हमें दिन-रात काम करना होगा।

    राज्य बाल अधिकार संरक्षण अधिनियम कब बना?

    इसे सुनेंरोकेंसंयुक्त राष्ट्र प्रोटोकाल पर हस्ताक्षर के बाद 2005 में संसद में बाल अधिकार संरक्षण आयोग बिल पेश किया गया जो 2006 में पारित होकर कानून बन गया।

    बाल अधिकार कब और किसके द्वारा निर्धारित किए गए?

    इसे सुनेंरोकेंबालक को 0 से 18 वर्ष के आयु वर्ग में शामिल व्यक्ति के रूप में पारिभाषित किया गया है। आयोग की स्थापना संसद के एक अधिनियम (दिसम्बर 2005) बालक अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम, 2005 के अंतर्गत मार्च 2007 में की गई थी।

    बाल अधिकार पर समझौता 1989 क्या है स्पष्ट कीजिए?

    इसे सुनेंरोकें20 नवम्बर, 1989 को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा ने ‘बाल अधिकार समझौता’ पारित किया था। यह संधि ऐसा पहला अंतरराष्ट्रीय समझौता है जो सभी बच्चों के नागरिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक अधिकारों को मान्यता देता है। आज मानव तस्करी के पीड़ितों में करीब एक तिहाई बच्चे हैं