स्ट्रेचिंग कैसे किया जाता है?

स्ट्रेचिंग कैसे किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंअपनी पीठ को स्ट्रेच करने के लिए, खड़े रहकर हल्का सा पीछे की तरफ झुकें: अपने हाथों को अपनी लोअर बैक पर रखें। अपनी मसल्स को लंबा करते हुए, खुद को कमर से थोड़ा सा पीछे झुकाएँ। इस स्ट्रेच को करते समय सुनिश्चित करें कि आपके घुटने स्ट्रेट हैं। कुछ सेकंड के बाद, वापस अपनी शुरुआती पोजीशन पर पहुँच जाएँ।

सुपर स्ट्रेच आसन कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंसुपर स्ट्रेच इस व्यायाम को करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और अपना पूरा वजन अपने तलवों पर छोड़ दें और हथेलियों को बगल में रखें। अब आप अपने दोनों हाथो को अपने सिर से उपर ले जाए और और उसके बाद अपनी एड़ी को थोड़ा उपर उठाये और इस पोजीशन में 10-12 सेकंड तक होल्ड रहे यह एक्सरसाइज 4 से 5 बार करें।

कुछ आसान तरीके…

  1. पैरों को कंधों के बराबर चौड़ाई में फैलाकर खड़े हों और फिर घुटनों को हल्का सा मोड़ें। आगे की ओर झुकें और हाथों को घुटनों के ऊपर रखें।
  2. उंगलियों को आपस में बांधें और हथेली को बाहर की ओर फैलाएं। हाथों को जितना हो सके पुश करें। पीठ और कंधों को आगे की ओर झुकाएं। 10 सेकंड के लिए ऐसे ही रुकें।

वार्म अप से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंजैसे Jump करना, Jogging करना, रस्सी कूदना या फिर अपने शरीर को Strech करना. असल में इन्ही सब चीज़ों को Warm Up कहते हैं. सीधा सा मतलब ये हैं की आप कोई भी बड़ी Exercise शुरू करने से पहले अपने शरीर का तापमान थोडा बढाइये और Streching कीजिये. इससे आपको Exercise करने में आसानी होती है.

वार्म अप का अर्थ क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंवार्मअप से धीरे-धीरे शरीर का तापमान और हार्ट बीट बढ़ती है, जिससे आपकी मसल्स खुल जाती हैं। इससे आप हैवी वर्कआउट के लिए तैयार हो जाते हैं। तेजी से किया गया वार्मअप आपका स्टेमिना बढ़ाने में भी मदद करता है। इससे आप हर एक्सरसाइज का मैक्सिमम फायदा उठा पाते हैं।

बाजू का वजन कैसे कम करें?

कैसे करें-

  1. सबसे पहले फर्श की ओर मुंह करके लेट जाएं और पुशअप पोजीशन में आ जाएं।
  2. अब अपनी पीठ की मांसपेशियों और कोहनियों को मोड़ते हुए धीरे-धीरे अपनी छाती को नीचे करें।
  3. इसके बाद अपनी हथेली और पैरों की उंगलियों को संतुलित करते हुए शरीर की ऊपर की ओर उठाएं।

वार्मअप से क्या समझते हैं वर्णन करें?

इसे सुनेंरोकेंवार्मअप का काम वार्मअप शरीर के तापमान को बढ़ाकर परफॉर्मेंस बढ़ाने के साथ ही इंजरी के जोखिम को भी कम करता है। बॉडी का तापमान बढ़ने से मसल्स में ब्लड फ्लो और ऑक्सीजन की मौजूदगी बढ़ जाती है। इससे न्यूरोमस्कुलर सेंसेटिविटी (Neuromuscular Sensitivity) और ताकत बढ़ती है। इसका असर यह होता है कि आप हैवी लिफ्ट कर सकते हैं।

वार्म अप कितने प्रकार का होता है?

Warm Up Tips In Hindi: किसी भी तरह के वर्कआउट के लिए सबसे पहले वार्मअप करने की सलाह दी जाती है ताकि मांसपेशियों की अकड़न दूर होने के साथ शरीर में ऊर्जा आ सके।

  • वार्मअप टिप्स ( Warmup Tips )
  • स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज ( stretching exercise )
  • रस्सी कूदना ( Skipping )
  • वार्मअप के फायदे ( Warm Up Benefits )
  • ध्यान रखें