भारत में मानव पूंजी निर्माण के महत्वपूर्ण स्रोत क्या हैं?

भारत में मानव पूंजी निर्माण के महत्वपूर्ण स्रोत क्या हैं?

इसे सुनेंरोकेंमानव पूंजी निर्माण के स्रोत मानव पूंजी निर्माण के दो प्रमुख स्रोत हैं। 1- आन्तरिक स्रोत 2 – बाह्य स्रोत आन्तरिक स्रोत- मानव पूंजी निर्माण के आंतरिक स्रोत इस प्रकार हैं- 1– शिक्षा– शिक्षा पर निवेश मानव पूंजी निर्माण का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत है । शिक्षा व्यक्ति को अधिक कुशल बनाकर उसकी उत्पादन क्षमता में वृद्धि करती है।

भारत में मानव पूंजी निर्माण की स्थिति क्या है?

इसे सुनेंरोकेंभारत में मानव पूँजी निर्माण : हमें कार्याें को कुशलतापूर्वक करने के लिए अच्छे प्रशिक्षण तथा कौशल की आवश्यकता होती है। किसी शिक्षित व्यक्ति के श्रम-कौशल अशिक्षित व्यक्ति से अधिक होते हैं। कोई शिक्षित व्यक्ति अशिक्षित व्यक्ति के अपेक्षा, अधिक आय का सृजन करता है और आर्थिक समृद्धि में उसका योगदान क्रमशः अधिक होता है।

मानव का उत्पादन का सबसे महत्वपूर्ण संसाधन क्यों कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंमानव संसाधन उत्पादन में प्रयुक्त हो सकने वाली पूँजी है। यह मानव पूँजी कौशल और उन्में निहित उत्पादन के ज्ञान का भंडार है। यह प्रतिभाशाली और काम पर लगे हुए लोगों और संगठनात्मक सफलता के बीच की कड़ी को पहचानने का सूत्र है। यह उद्योग/संगठनात्मक मनोविज्ञान और सिद्धांत प्रणाली संबंधित अवधारणाओं से संबद्ध है।

चल पूंजी क्या है?

इसे सुनेंरोकेंचल पूंजी Meaning in Hindi किसी कंपनी की कार्यशील पूँजी को उसकी कार्यक्षमता और अल्पकालिक वित्तीय अवस्था से आंकी जाती है ।

मानव पूंजी निर्माण की समस्या क्या है?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न: भारत में मानव पूंजी निर्माण की मुख्य समस्याएं क्या हैं? 1) बढ़ती जनसंख्या : तेजी से बढ़ती जनसंख्या विकासशील देशों में मानव पूंजी निर्माण की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। यह मौजूदा सुविधाओं की प्रति व्यक्ति उपलब्धता को कम करता है। एक बड़ी आबादी को शिक्षा और स्वास्थ्य में भारी निवेश की आवश्यकता होती है।

क्या शिक्षा की भांति स्वास्थ्य भी मानव पूंजी निर्माण को प्रभावित करता है स्पष्ट कीजिए?

इसे सुनेंरोकें(iii) स्वास्थ्य किसी व्यक्ति को रोगों से लड़ने कि क्षमता प्रदान करता हैl स्वस्थ व्यक्ति जीवन कि समस्याओ से आसानी से लड़ सकता है। (iv)स्वस्थ व्यक्ति में काम करने कि अधिक ऊर्जा, समर्थ्य और शक्ति होती है। (v) मानव का विकास शिक्षा और स्वास्थ्य से विकसित होता है जिससे मानव पूँजी का निर्माण किया जाता है।