भारत में आहार के पोषक तत्व के मानकों को निर्धारित करने वाला मुख्य संस्थान कौन सा है?
शिशुओं को जीवन के पहले छह महीनों के दौरान केवल स्तनपान कराया जाना चाहिए।
पौष्टिक आहार कौन कौन से होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंस्रोत : अंडा, मांस, दूध, व दूध से बने पदार्थ, सन फ्लावर सीड, मशरूम, चिया सीड, ब्राउन राइस, आलसी व तिल के बीज, ब्रोकली, पत्ता गोभी, पालक, मशरूम, ओट्स , काजू आदि
संतुलित आहार ना मिलने की स्थिति में क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंइससे कार्यक्षमता पर दुष्प्रभाव पड़ता है। भूख कम होने लगती है और सही पोषण नहीं मिलने से आयु के अनुसार शारीरिक वृद्धि नहीं हो पाती है। युवतियों में एनीमिया आगे जाकर उनकी गर्भावस्था को भी प्रभावित करता है और वह असुरक्षित मातृत्व के दौर से गुजरती हैं। यही कारण है कि यहां पर उच्च मातृत्व मृत्यु दर है
कैल्शियम के कमी से कौन सा रोग होता है?
कैल्शियम की कमी होने के कारण होने वाले रोग
- सूखा रोग
- ऑस्टियोपोरोसिस ऑस्टियोपोरोसिस का अर्थ होता है हड्डियों का कमजोर होना।
- मोतियाबिंद
- मोनोपॉज की समस्या
- हाइपरटेंशन, शुगर और हार्ट पेशेंट को है कोरोना से ज्यादा खतरा, स्वामी रामदेव के बताए उपाय से दूर भागेगा कोविड-19.
- हार्ट के लिए हो सकता है खतरनाक
- ब्लड प्रेशर
- एप्रिकॉट
उपचारात्मक आहार का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकें० उपचारात्मक आहार एक सामान्य या एक नियमित आहार के रूपांतरण होते हैं। कर सकता है। जाता है। आंत्र रोग आदि में उत्तेजक और स्वाद में दृढ़ मसालों एवं सुगंधित फलों और सब्जियों से परहेज किया जाता है।
एक पूरे भोजन है कि पौष्टिक माना जाता है क्या है *?
इसे सुनेंरोकेंभोजन के विविध अवयव इसके अतिरिक्त भोजन में सभी पोषक तत्व होने चाहिए ; अर्थात् मांसपेशियों और उत्तकों को सबल बनाने के लिए प्रोटीन, ऊर्जा या शक्ति प्रदान करने के लिए कार्बोहाइड्रेट और वसा, मजबूत हडि्डयों और रक्त के विकास के लिए खनिज लवण और स्वस्थ जीवन एवं शारीरिक विकास के लिए विटामिन।
सेहतमंद बनने के लिए क्या क्या खाना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंसुबह-सुबह भीगे हुए बादाम खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद रहता है. इसमें सारे जरूरी विटामिन और मिनरल्स होते हैं. रात भर बादाम भिगोने से इसका न्यूट्रिशन और बढ़ जाता है. दिन की शुरूआत अच्छी करनी है तो सुबह-सुबह 5 से 10 बादाम खाएं
कितना पोषण मानव शरीर के लिए आवश्यक?
इसे सुनेंरोकेंसाधारणतया एक मनुष्य को प्रति दिन 100 ग्राम प्रोटीन आहार में मिलना चाहिए। यह मात्रा केवल अवयवों के ह्रास की पूर्ति के लिये हैं। गर्भवती स्त्री और बढ़नेवाले शरीर को 50% प्रोटीन और मिलना चाहिए। प्रोटीन विविध ऐमिनो अम्लों से बना हुआ है।