दुर्लभ की हत्या कैसे हुई?

दुर्लभ की हत्या कैसे हुई?

इसे सुनेंरोकेंफेसबुक पर आपराधिक पोस्ट डालने वाले हिस्ट्रीशीटर दुर्लभ कश्यप 20 साल की रविवार-सोमवार देररात आपसी गैंगवार में चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। चाय की दुकान पर सामने खड़े युवक से कहासुनी के बाद दुर्लभ ने उस पर कट्टे से गोली दाग दी, जो युवक की गर्दन के पास लगी और वह गिर गया।

दुर्लभ कश्यप का मौत कब हुआ?

इसे सुनेंरोकेंजिसकी मृत्यु 6 सितंबर 2020 की रात करीब 2 बजे हेलावाड़ी क्षेत्र में गैंगवार के दौरान हुई थी. पुरानी रंजिश को लेकर हिस्ट्रीशीटर बदमाश दुर्लभ कश्यप की हत्या हेलावाड़ी में मौजूद जुम्मन चाचा की दुकान पर चाय पीने के दौरान शाहनवाज और शादाब से हुआ था. इसी दौरान चाकू से गोदकर की गई थी.

दुर्लभ कश्यप कौन सी जाति से था?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर प्रदेश में ये जाति ओबीसी में आती है। कश्यप जाति पुरातन युग मे समृद्ध थी। कश्यप समाज महर्षि कश्यप महाकुल से उत्पन्न हैं। महर्षि कश्यप के वंशज होने के कारण ये कश्यप राजपूत उपनाम लगाते हैं।

दुर्लभ कश्यप को किसने मारा और कैसे मारा?

इसे सुनेंरोकेंदुर्लभ कश्यप की हत्या उसकी पुरानी रंजिश के कारण हुई थी। बताया जाता है कि, जब दुर्लभ कश्यप हेलावाड़ी में मौजूद एक चाय की दुकान पर चाय पी रहा था तभी गैंगवार में शाहनवाज और शादाब द्वारा कश्यप को चाकू से गोदकर-गोदकर उसकी हत्या कर दी गई थी। दुर्लभ को 36 चाकू मारी गई थीं।

दुल्हन कश्यप की मौत कैसे हुई?

इसे सुनेंरोकेंशाहनवाज और उसकी गैंग ने जहां चाकू से वार किया, वहीं दुर्लभ ने शाहनवाज पर गोली चला दी जो उसके कंधे पर जा लगी। शाहनवाज गैंग संख्या में ज्यादा था और वो लगातार चाकुओं से वार कर रहा था। इस घटना में दुर्लभ कश्यप की मौत हो गई।

दुर्लभ कश्यप कौन से गांव का है?

इसे सुनेंरोकेंदुर्लभ कश्यप का जन्म 08 नवंबर 2000 को उज्जैन, मध्य प्रदेश, भारत में हुआ था।

शाहनवाज ने दुर्लभ को क्यों मारा?

इसे सुनेंरोकेंहेलावाड़ी में सात सितंबर की रात दुर्लभ कश्यप साथियों के साथ चाय व सिगरेट पीने गया था। यहां पर शाहनवाज से कहासुनी होने पर उस पर पिस्टल से गोली दाग दी थी जो शहनवाज की गर्दन में लगी थी। घटना के बाद शहनवाज के साथी भी हमला करने दौड़े तो दुर्लभ के सारे साथी उसे अकेला छोड़कर भाग गए।

दुर्लभ कश्यप कौन सी कास्ट का है?

दुर्लभ कश्यप कौन से समाज का था?

इसे सुनेंरोकेंदुर्लभ कश्यप जीवाजीगंज के अब्दालपुरा निवासी मनोज कश्यप का पुत्र था. दुर्लभ की माता उज्जैन के क्षीरसागर क्षेत्र में पूर्व स्कूल टीचर रह चुकी है. पिता मुंबई में नौकरी के बाद इंदौर शिफ्ट हुए है. दुर्लभ एक संभ्रात परिवार का बालक था.

दुर्लभ कश्यप को क्यों मारा?

इसे सुनेंरोकेंफेसबुक के जरिए ही रंगदारी और सुपारी लेना उसका शगल बन गया था। इसके अलावा उसकी गैंग में अधिकतर नाबालिग लड़के ही शामिल थे। दुर्लभ कश्यप सोशल मीडिया के जरिए धमकी देने के अलावा अपनी ड्रेसिंग के कारण भी चर्चा में रहता था। आंखों में काला सूरमा, माथे पर लंबा तिलक और कंधे पर गमछा उसकी और गैंग की पहचान बन चुकी थी।