कपास कौन लेकर आते है?
इसे सुनेंरोकेंफल के अन्दर बीज व कपास होती है। कपास की फसल उत्पादन के लिये काली मिट्टी की आवश्यकता पड़ती है। भारत में सबसे ज्यादा कपास उत्पादन गुजरात में होता है। कपास से निर्मित वस्त्र सूती वस्त्र कहलाते है।
कपास की खेती की कटाई कब होती है?
इसे सुनेंरोकेंकपास की खेती के लिए मौसम/ जलवायु यदि पर्याप्त सिंचाई सुविधा उपलब्ध हैं तो कपास की फसल को मई माह में ही लगाया जा सकता है। सिंचाई की पर्याप्त उपलब्धता न होने पर मानसून की उपयुक्त वर्षा होते ही कपास की फसल लगा सकते हैं। कपास की उत्तम फसल के लिए आदर्श जलवायु का होना आवश्यक है।
कपास और नरमे में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंनरमा कपास की तरह की ही फसल है। अंतर सिर्फ इतना है कि कपास की रूई रजाई आदि के काम आती है, वहीं नरमा की रूई काफी उत्तम किस्म की होती है और यह रेशम के कपड़े बनाने के काम आती है।
लीची कब आती है?
इसे सुनेंरोकेंलीची के पौधों में जनवरी-फरवरी में फूल आते हैं एवं फल मई-जून में पक कर तैयार हो जाते है।
कपास उत्पादन में भारत का कौन सा स्थान है?
इसे सुनेंरोकेंभारत कपास का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है और विश्व में कपास का सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है। भारत प्रति वर्ष लगभग 6.00 मिलियन टन कपास का उत्पादन करता है जो विश्व कपास का लगभग 23 प्रतिशत है।
नरमे की खेती कैसे की जाती है?
- नरमा के लिए चार किलो प्रमाणित बीज प्रति एकड़ डालना चाहिए|
- नरमा का बीज लगभग 4 से 5 सेंटीमीटर की गहराई पर डालें|
- बुवाई कपास ड्रिल से 60 से 67 सेंटीमीटर (सवा दो फुट) की दूरी पर कतारों में करें|
- संकर किस्मों की बुवाई बीज रोपकर (डिबिलिंग) करें, इसमें एक किलो प्रति बीघा की दर से बीज की आवश्यकता होगी|
नरमा कौन सा अनाज होता है?
इसे सुनेंरोकेंअमेरिकन कपास (नरमा) का भाव 2021: खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में कपास की कीमतों में जबरदस्त तेजी का दौर लगातार जारी जारी है। इस बार कृषि उपज मंडियों में कपास का भाव रिकॉर्ड तेजी के साथ अपने उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहा है ।
लीची का पेड़ कितने दिन में फल देता है?
इसे सुनेंरोकेंइस किस्म के फल 15-30 मई तक पक जाते है. खुशबूदार और गूदे की अधिक मात्रा इस किस्म की प्रमुख विशेषता है. इस किस्म के 15-20 वर्ष के पौधे से 80-100 किलो उपज प्रति वर्ष प्राप्त की जा सकती है. चाइना: यह एक देर से पकने वाली किस्म है जिसे पौधे अपेक्षाकृत बौने होते है.
लीची का पौधा कितने दिन में फल देता है?
इसे सुनेंरोकेंलीची की प्राप्त उपज परन्तु जैसे-जैसे पौधों का आकार बढ़ता है फलन एवं उपज में बढ़ोतरी होती है। पूर्ण विकसित 15-20 वर्ष के लीची के पौधों से औसतन 70-100 कि. ग्रा. फल प्रति पेड़ के हिसाब से प्रतिवर्ष प्राप्त किये जा सकते है।