व्यवसाय पूंजी से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंपूँजी की एक और परिभाषा देखे तो “किसी विशेष समय पर व्यवसाय की सम्पत्ति का उसके दायित्व पर जो आधिक्य होता है। वह व्यापार की पूँजी होती है।” इसे एक उदाहरण से समझते हैं। नमन अपना व्यवसाय 35000 रू नगद और 25000 रू का माल (Goods) लगाकर प्रारम्भ करता है।
एकल स्वामित्व से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंएकल स्वामित्व (Sole proprietorship) एक प्रकार का व्यावसायिक संगठन है। इस प्रकार एकल स्वामित्व वह व्यापार संगठन है, जिसमें एक ही व्यक्ति स्वामी होता है और व्यवसाय से संबंधित सभी कार्यकलापों का प्रबंधन और नियंत्रण उसी के हाथ में होता है। एकल व्यवसाय के स्वामी और संचालक ‘एकल स्वामी’ या ‘एकल व्यवसायी’ कहलाते हैं।
शाखा व्यापार से क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंधनप्राप्ति के उद्देश्य से वस्तुओं का क्रय-विक्रय करना ही वाणिज्य (कॉमर्स) है। वस्तुओं को प्राप्त करने के लिए उसे धन की आवश्यकता पड़ती है और इस धन को प्राप्त करने के लिए या तो वह दूसरों की सेवा करता है अथवा ऐसी वस्तुएँ तैयार करता है या क्रय-विक्रय करता है जो दूसरों के लिए उपयोगी हों।
व्यावसायिक उपक्रम का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंएक सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम को किसी व्यावसायिक अथवा औद्योगिक उपक्रम के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जिसका स्वामित्व और प्रबन्धन सरकार द्वारा समाज कल्याण को बढ़ावा देने की दृष्टि से तथा लोकहित में किया जाता है।
पूंजी से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंप्रो. मार्शल के शब्दों में, “प्रकृति के निःशुल्क उपहारों के अलावा वह सब संपत्ति, जिससे आय प्राप्त होती है, पूंजी कहलाती है।” प्रो. चैपमैन के शब्दों में, “पूंजी वह धन है, जो आय प्रदान करती है या इस उद्देश्य से जिसका प्रयोग होता है।”
एकल स्वामित्व का मुख्य दोष कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंएकल स्वामित्व के नुकसान: व्यवसाय के इस रूप में असीमित देयता होगी, ताकि यदि व्यवसाय पर मुकदमा चलाया जाए, तो प्रोप्राइटर व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायी हो। कर्मचारियों को किराए पर लेना भी मुश्किल हो सकता है। व्यवसाय का जीवन काल भी अनिश्चित है, और। व्यवसाय के स्वामी को एक ऑल-राउंडर भी होना चाहिए।
निम्न व्यवसाय का सामाजिक उत्तरदायित्व क्या नहीं है?
इसे सुनेंरोकेंवास्तविकता यह है कि सभी व्यवसायी समाज के प्रति समान रूप से अपने आप को उत्तरदायित्व नहीं समझते हैं। बहुत लंबे समय से यह वाद – विवाद का विषय रहा है कि व्यवसाय का सामाजिक उत्तरदायित्व होना चाहिए अथवा नहीं। वास्तव में व्यवसाय की उन्नति एवं विकास तभी संभव है जबकि समाज को वस्तुएँ एवं सेवाएँ लगातार उपलब्ध होती रहें।
व्यवसाय ग्राहकों के प्रति कैसे जिम्मेदार है?
इसे सुनेंरोकेंविश्व स्तर पर प्रतिस्पर्ध वस्तुओं तथा सेवाओं की उपलब्धता : व्यवसाय को उन वस्तुओं तथा सेवाओं के उत्पादन में वृद्धि करनी चाहिए, जिनकी विश्व बाजार में माँग तथा प्रतिस्पर्ध अधिक है। इससे निर्यातक देश की छवि में सुधार आता है और देश को अधिक विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होती है।
व्यवसाय के सामाजिक उत्तरदायित्व क्या है?
इसे सुनेंरोकेंव्यवसाय के सामाजिक उत्तरदायित्व का अर्थ उन नीतियों का अनुसरण करना, उन निर्णयों को लेना अथवा उन कार्यों को करना है जो समाज के लक्ष्यों एवं मूल्यों की दृष्टि से वांछनीय हैं।