बहुउद्देशीय परियोजना के क्या उद्देश्य है?

बहुउद्देशीय परियोजना के क्या उद्देश्य है?

इसे सुनेंरोकेंइन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य- सिंचाई का प्रबंध, जल विद्युत् का उत्पादन, बाढ़ नियंत्रण, पर्यावरण की रक्षा, अन्तः-स्थलीय नौपरिवहन का विकास, भू-संरक्षण और मछली पालन का विकास।

भारत में बहुउद्देशीय परियोजनाओं को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य क्या था?

इसे सुनेंरोकेंस्वतंत्रता के बाद भारत में बहुउद्देशीय योजनाओं को आरम्भ करने का प्रमुख उद्देश्य राष्ट्र के विकास और विकास के लिए |

नदियों पर बांध बांधने से हमें क्या लाभ है?

बांध और जलाशय निम्‍नलिखित मानवीय मूलभूल आवश्‍यकताओं की पूर्ति करने में उल्‍लेखनीय योगदान देते हैं :

  • पेयजल और औद्योगिक उपयोग हेतु जल
  • सिंचाई
  • बाढ़ नियंत्रण
  • जल-विद्युत उत्‍पादन
  • इनलैंड नेवीगेशन (अन्‍तर्देशीय नौपरिवहन)
  • मनोरंजन

बहुउद्देशीय परियोजना से क्या हानि है?

इसे सुनेंरोकेंबहुउद्देशीय परियोजना से हानि इससे भूमि का निम्नीकरण होता है। भूकंप की संभावना बढ़ जाती है। किसी कारणवश बॉंध के टूटने पर बाढ़ आ जाना। जलजनित बीमारियॉं,प्रदूषण,वनों की कटाई,मृदा व वनस्पति का अपघटन हो जाता है।

नदी घाटी परियोजना को बहुउद्देशीय क्यों कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. नदी घाटी परियोजनाओं को बहुउद्देश्यीय इसलिये कहा जाता है क्योंकि किसी भी नदी की घाटी पर बाँध आदि बनाकर अनेक तरह के उद्देश्यों की पूर्ति की जाती है। ये उद्देश्य मानव हितार्थ होते हैं, इसके लिये नदी के जल-थल का मानव के हित के लिये पूरी तरह से उपयोग किया जाता है।

राजस्थान की सबसे बड़ी परियोजना कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंइन्दिरा गांधी नहर परियोजना को प्रदेश की जीवन रेखा/मरूगंगा भी कहा जाता है। यह परियोजना पूर्ण होने पर विश्व की सबसे बड़ी परियोजना होगी। पहले इसका नाम राजस्थान नहर था। 2 नवम्बर 1984 को राजस्थान नहर का नाम इन्दिरा गांधी नहर परियोजना कर दिया गया।

राजस्थान की प्रथम बहुउद्देशीय परियोजना कौन सी है?

राजस्थान की बहु-उद्देशीय नदी घाटी परियोजनाएं

क्र:सं: परियोजना का नाम नदी
1 भाखड़ा-नाँगल परियोजना सतलज नदी
2 व्यास परियोजना व्यास नदी
3 इंदिरा गांधी नहर परियोजना सतलज नदी
4 चम्बल परियोजना चम्बल नदी

बहुउद्देशीय परियोजना के क्या लाभ हैं?

इसे सुनेंरोकेंबहुउद्देशीय परियोजनाओं के उद्देश्य एवं लाभ – (i) जल भण्डारण में सहायता मिलती है। (ii) बाढ़ रोकने में भी सहायता मिलती है। (iii) जल विधुत का उत्पादन होता है। (iv) नहरों द्वारा नौका परिवहन में भी सहायता मिलती है (v) मत्स्य पालन के लिए उत्तम क्षेत्र प्रदान करती है।