सावन में संभोग क्यों नहीं करना चाहिए?

सावन में संभोग क्यों नहीं करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंसावन के महीने में और सोमवार व्रत (Somvar Vrat) के दिन संभोग इसीलिए नहीं करते हैं क्योंकि व्रत रखने वाले व्यक्ति का नाता महाशिव के साथ जुड़ जाता है। अर्थात दिव्य शक्तियां व्रतधारी के आसपास मौजूद होती हैं।

सावन में क्या नही करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंसावन मास में प्याज व लहसुन जैसे तामसिक भोजन न करें और मांस व शराब का सेवन न करें, ऐसा करने से भगवान शिव नाराज होते हैं। साथ ही इस मास में दोपहर के समय सोना और कांसे के बर्तन में भोजन करना शास्त्रों में वर्जित बताया गया है, ऐसा करने से जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

सावन सोमवार में क्या नहीं करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंव्रत के दौरान तली- भूनी चीजें खाने से परहेज करें. ऐसा करने से व्यक्ति का पाचन तंत्र कमजोर होकर पेट दर्द, गैस और अपच का कारण बन सकता है. व्रत के दौरान शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए. प्रतिदिन 6-8 गिलास पानी जरूर पिएं.

सावन के महीने में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

इसे सुनेंरोकें- सावन महीने में पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मैथी, लाल भाजी, बथुआ नहीं खाना चाहिए. इसके अलावा गोभी और पत्ता गोभी भी नहीं खानी चाहिए. – नॉनवेज, लहसुन-प्‍याज, तेज मसाले वाला तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए. – शराब नहीं पीनी चाहिए.

सावन के महीने में क्या क्या नहीं करना चाहिए?

यह न करें

  • शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए
  • कांसे के बर्तन में नहीं खाना चाहिए।
  • पूजा के समय में शिवलिंग पर हल्दी न चढ़ाएं।
  • सावन के महीने में दूध का सेवन अच्छा नहीं होता है।
  • सावन के महीने में द‌िन के समय नहीं सोना चाह‌िए।
  • सावन के महीने में बैंगन नहीं खाना चाह‌िए।
  • भगवान शिव को केतकी का फूल भूल कर भी न चढ़ाएं।

सोमवार के दिन क्या काम नहीं करना चाहिए?

ये कार्य न करें :

  • इस दिन उत्तर, पूर्व और आग्नेय में यात्रा नहीं कर सकते।
  • किसी को सफेद वस्त्र या दूध दान में न दें।
  • इस दिन शक्कर का त्याग कर दें।
  • चन्द्रमा कष्ट दे रहा हो तो रात को दूध या पानी से भरा बर्तन सिरहाने रखकर सो जाएं और सुबह पीपल के पेड़ में डाल दें।
  • मानसिक, शारीरिक या आर्थिक कष्ट हो तो कुलदेवता की पूजा करें।

सोमवार के दिन क्या करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंसोमवार के दिन शिव जी को प्रसन्न करने के लिए पूजा में हरा, लाल, सफेद, केसरिया, पीला या आसमानी रंग का वस्त्र पहन सकते हैं. इसके अलावा इस दिन की पूजा में भोले बाबा को चावल (अक्षत) अवश्य अर्पित करें. यहां इस बात का विशेष ध्यान रखें कि चावल का दाना टूटा हुआ नहीं होना चाहिए.

क्या सावन में संभोग कर सकते है?

इसे सुनेंरोकेंश्रावण में व्रत : संपूर्ण श्रावण माह में फलाहार के अलावा कुछ भी नहीं खाते हैं। हालांकि तपस्वी लोग तो फलाहार भी नहीं खाते हैं। धर्म के नियमों के अनुसार ही इस माह में व्रत का पालन करना चाहिए। इस माह में भोग, संभोग, बहस और किसी भी प्रकार से धर्म विरूद्ध कर्म निषेध है।

सावन के महीने में बाल क्यों नहीं कटवाते?

इसे सुनेंरोकेंसावन के महीने में दाढ़ी और सिर के बाल नहीं कटवाने चाहिए। इस दौरान अपने शरीर पर तेल की मालिश करना वर्जित बताया गया है। कहते हैं कि सावन में जो भी व्यक्ति सच्चे दिल से भगवान शिव की अराधना करता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। Sawan 2021: हिंदू धर्म में सावन के महीने का काफी महत्व है।

सावन के महीने में क्या क्या किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंइस माह में सोमवार का व्रत और सावन स्नान की परंपरा है। श्रावण मास में बेल पत्र से भगवान भोलेनाथ की पूजा करना और उन्हें जल चढ़ाना अति फलदायी माना गया है। 3. शिव पुराण के अनुसार जो कोई व्यक्ति इस माह में सोमवार का व्रत करता है भगवान शिव उसकी समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं।

सावन के महीने में शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंशिवलिंग पर शहद भी अर्पित करना चाहिए। शहद चढ़ाने के बाद शिवलिंग पर गंगा जल या शुद्ध जल जरूर अर्पित करें।

भोलेनाथ को कैसे प्रसन्न करे?

इसे सुनेंरोकेंभगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय : व्रती दिनभर शिव मंत्र ‘ॐ नमः शिवाय:’ का जाप करें तथा पूरा दिन निराहार रहें। रोगी, अशक्त और वृद्ध दिन में फलाहार लेकर रात्रि पूजा कर सकते हैं। : शिवपुराण में रात्रि के चारों प्रहर में शिव पूजा का विधान है। माना जाता है कि इस दिन शिवपुराण का पाठ सुनना चाहिए।

क्या सावन के महीने में बाल कटवाना चाहिए या नहीं?

बाल कौन से दिन कटवाने चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंइसे असामयिक मृत्यु का कारक माना जाता है. बुधवार- बुधवार (Wednesday) का दिन नाखून और बाल कटवाने के लिए शुभ होता है. इससे धन धान्य बढ़ता है और खुशहाली बनी रहती है. गुरुवार- गुरुवार (Thursday) के दिन बाल कटवाने या दाढ़ी बनवाने से से धन लक्ष्मी और संपत्ति का नुकसान होता है.