सूखा का प्रमुख कारण क्या है?

सूखा का प्रमुख कारण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमौसम संबंधी सूखा: यह सूखा स्थिति प्राकृतिक कारकों जैसे वर्षा के निचले स्तर, वातावरण में नमी की कमी, अधिक समय तक सूखापन और उच्च तापमान के कारण होती है। मौसम संबंधी सूखा यदि लंबे समय तक बना रहता है तो गंभीर जल संकट और इससे संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।

सूखा प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण आप कैसे करेंगे?

इसे सुनेंरोकेंसूखा उस जगह होता है, जहां पर कम वर्षा होते हैं। आवश्यकता से भी कम वर्षा होने के कारण वहां पर पेड़ पौधे अपने अनुकूल वातावरण में नहीं रहने के कारण वह जमीन धीरे-धीरे बंजर होने लगती हैं। भारत में वर्तमान समय में सूखा की सबसे बड़ी चपेट में राजस्थान का पश्चिमी भाग जैसे कि पूर्ण रेगिस्तान जैसलमेर मुख्य जिला है।

सूखा कितने प्रकार का होता है?

इसे सुनेंरोकेंये चार प्रकार हैं – क्लाइमैटेलॉजिकल ड्रॉट यानी जलवायुक सूखा, हाइड्रोलॉजिकल ड्रॉट यानी जल विज्ञानी सूखा, एग्रीकल्चरल ड्रॉट अर्थात कृषि संबंधित सूखा और चौथा रूप जिसे सोशिओ-इकोनॉमिक ड्रॉट यानी सामाजिक-आर्थिक सूखा कहते हैं। अभी हम पानी के कम बरसने यानी सामान्य से 25 फीसदी कम बारिश को ही सूखे के श्रेणी में रखते हैं।

सूखे से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंसूखा पानी की आपूर्ति में लंबे समय तक की कमी की एक घटना, चाहे वायुमंडलीय (औसत से नीचे है वर्षा) पानी हो, सतह का पानी हो या भूजल। सूखा महीनों या वर्षों तक रह सकता है, और इसे 15 दिनों के बाद घोषित किया जा सकता है।

सूखे के परिणाम स्वरूप क्या हानियां होती है?

इसे सुनेंरोकेंफसल की पैदावार में कमी, पशुधन उत्पादन की कम दर, पौधे की बीमारी और हवा के क्षरण में वृद्धि सूखा के कुछ प्रमुख प्रभाव हैं। सूखा से किसान सबसे प्रभावित होते हैं। सूखा प्रभावित क्षेत्रों में फसलों का उत्पादन नहीं होता है और किसानों की एकमात्र आय खेती के जरिए उत्पन्न होती है। इस स्थिति से किसान सबसे ज्यादा प्रभावित होता है।

सूखे से बचाव का एक मुख्य तरीका क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसूखे के प्रभाव को कम करने के उपाय पौधरोपण द्वारा तथा सूखारोधी फसलों की कृषि करके सूखे के प्रभावों को सीमित किया जा सकता है। सिंचाई के तरीकों में परिवर्तन करके जल के दुरुपयोग को रोकने वाली सिंचाई पद्धतियों, जैसे- ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर सिंचाई आदि को अपनाकर जल की बर्बादी को रोका जा सकता है।

सूखा से आप क्या समझते हैं?

बाढ़ एवं सूखा में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर- सूखा- किसी भी क्षेत्र में होने वाली सामान्य वर्षा में 25 प्रतिशत या उससे अधिक कमी होने पर उसे सूखे की स्थिति कहा जाता है तथा 50 प्रतिशत से अधिक कमी होने पर गंभीर सूखे की स्थिति होती है। बाढ़- किसी बड़े भू-भाग में किन्हीं भी कारणों से हुआ जल भराव, जिससे जन-धन की अपार क्षति हो, बाढ़ कहलाती है।

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