सुकरात अपनी बुद्धिमता के लिए क्यों प्रसिद्ध थे?
इसे सुनेंरोकेंसुकरात देखने में तो कुरूप थे लेकिन उनका ज्ञान और बुद्धिमता उनकी सारी कमियों को कभी उजागर नहीं होने देता था। उनकी बुद्धिमता को ही दर्शाता ये प्रसंग आपको भी अपनी कमियों पर विजय पाने के लिए प्रेरित करेगा। विश्व के महानतम दार्शनिकों में से एक सुकरात एक बार अपने शिष्यों के साथ बैठे कुछ चर्चा कर रहे थे।
सुकरात का जन्म कहाँ हुआ था?
Alopeceसुकरात / जन्म की जगह
सुकरात पद्धति क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसुकरात की शिक्षण-पद्धति वार्तालाप पर आधारित थी। सुकराती शिक्षण-विधि में यह बात स्पष्ट हो जाती है कि सभी अच्छे कार्यों के मूल में ज्ञान है। सुकरात ने अपने शिष्यों को सोचने एवं तर्क करने की प्रेरणा दी। वह एक परिकल्पना से प्रारम्भ करता था और उस परिकल्पना को अच्छी तरह छान-बीन कर ही आगे बढ़ता था।
सुकरात कैसे दिखते थे?
इसे सुनेंरोकेंसुकरात दिखने में ज्यादा सुंदर नहीं थे, लेकिन अपनी बुद्धि और अच्छे विचारों की वजह से वे यूनान में प्रसिद्ध हो गए थे। आज भी सुकरात की गिनती महान दार्शनिकों में होती है। उन्होंने कभी कोई ग्रंथ नहीं लिखा, लेकिन वे अपने विचारों से समाज में फैली कुरितियों का विरोध करते रहते थे। सुकरात के विचार आज भी प्रसिद्ध हैं।
सुकरात का जन्म कब हुआ?
470 ईसा-पूर्वसुकरात / जन्म तारीख
सुकरात के माता पिता कौन थे?
सोफरोनिसकस
Phaenarete
सुकरात/माता-पिता
सिकंदर के गुरु का नाम क्या था?
इसे सुनेंरोकें’विश्व विजेता’ सिकंदर के गुरु यूनान दार्शनिक अरस्तू ने दुनिया को सोचने का एक नया नजरिया दिया था. अरस्तू का जन्म ग्रीस में 384 ईसा पूर्व में हुआ था. अरस्तू को प्लेटो के सबसे मेधावी शिष्यों में गिना जाता था.
सुकरात के माता पिता का क्या नाम था?
सुकरात का क्या जीवनदर्शन था यह उसके आचरण से ही मालूम होता है, लेकिन उसकी व्याख्या भिन्न-भिन्न लेखक भिन्न-भिन्न ढंग से करते हैं।…
सुकरात (अंग्रेजी में -‘Socrates’) | |
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A bust of Socrates in the Louvre | |
जन्म | 470/469 ईसा पूर्व Deme Alopece, एथेंस |
मृत्यु | 399 ईसा पूर्व(उम्र करीब 71) एथेंस, युनान |