केरल के कितने जिले हैं?

केरल के कितने जिले हैं?

इसे सुनेंरोकेंकेरल में 14 जिले हैं, सभी अपने विशिष्ट गंतव्यों और खासियतों के लिए प्रसिद्ध हैं।

केरल कौन सा राज्य?

इसे सुनेंरोकेंकेरल भारत के दक्षिण पश्चिम कोने का एक राज्य है। इस राज्य को “गॅाड्स ओन कंट्री“ भी कहा जाता है। केरल का क्षेत्रफल 38,863 वर्ग किमी है और जनसंख्या लगभग 33,406,061 है। राज्य की सीमा एक ओर से समुद्र के साथ और इसके अलावा कर्नाटक और तमिलनाडु से भी जुड़ी है।

केरल में क्या बोलते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकेरल की भाषा मलयालम है जो द्रविड़ परिवार की भाषाओं में एक है। मलयालम भाषा के उद्गम के बारे में अनेक सिद्धान्त प्रस्तुत किए गए हैं।

केरल का मुख्य त्यौहार क्या है?

इसे सुनेंरोकेंओणम केरल का मुख्य त्योहार है । केरल के सब लोग यह मनाते हैं ।

केरल कौन से जिले में आता है?

केरल के जिलों के नाम की सूची

Code District Area
ID इडुक्की जिला 4,358 km2 (1,683 sq mi)
PT पथानामथिट्टा जिला 2,637 km2 (1,018 sq mi)
KS कासरगोड जिला 1,992 km2 (769 sq mi)
KT कोट्टायम जिला 2,208 km2 (853 sq mi)

केरल का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंपालक्काड़ जिला केरल के 14 जिलों में से एक है। यह 2006 से केरल का सबसे बड़ा जिला भी है। जिले का कुल क्षेत्रफल 4,480 कि॰मी2 (4.82×1010 वर्ग फुट) है जो राज्य के क्षेत्रफल का 11.5% है जो इसे केरल का सबसे बड़ा जिला बनाता है।

केरल में कितने संभाग है?

इसे सुनेंरोकेंWhich are the 14 districts in Kerala? प्रशासनिक उद्देश्यों के लिए राज्य को 14 राजस्व जिलों में विभाजित किया गया है: तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलाप्पुझा, पथानमथिट्टा, कोट्टायम, इडुक्की, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाडु, कन्नूर और कासरगोड।

केरल का भाषा कैसे सीखें?

इसे सुनेंरोकेंमेरे हिसाब से आसान तरीका है मलयालम फिल्में देखना । कहानियाँ अच्छी होती हैं । फिल्में देखते देखते आप कुछ हद तक मलयालम सीख जायेंगे । यह मलयालम सीखने का सबसे मज़ेदार तरीका है ।

मलयालम भाषा कैसे बोली जाती है?

इसे सुनेंरोकेंये द्रविड़ भाषा-परिवार में आती है। केरल के अलावा ये तमिलनाडु के कन्याकुमारी तथा उत्तर में कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिला, लक्षद्वीप तथा अन्य कई देशों में बसे मलयालियों द्वारा बोली जाती है। मलयालम, भाषा और लिपि के विचार से तमिल भाषा के काफी निकट है। इस पर संस्कृत का प्रभाव ईसा के पूर्व पहली सदी से हुआ है।