बेयरर चेक क्या है?

बेयरर चेक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंबेयरर चेक एक ऐसा चेक होता है, जिसे भुगतान के लिए उपयोग में लाया जाता है। इस चेक को कोई भी व्यक्ति बैंक जाकर भुनवा सकता है मतलब की कैश करवा सकता है, बेयरर चेक में केवल चेक मात्र से ही नकद निकाला जा सकता है। बेयरर चेक के खोने का भी डर होता है यदि यह खो गया तो कोई और व्यक्ति भी बैंक जाकर इसको कैश करवा सकता है

चेक जमा कैसे करते हैं?

Check Kaise Jama Kiya Jata Hai –

  1. सबसे पहले आपको डेट भरनी है।
  2. इसके बाद आपको यहां अपने बैंक शाखा का नाम लिखना है।
  3. अभी यहां पर आपको अपने बैंक अकाउंट की संख्या लिखनी है।
  4. यहां पर आपको जिस व्यक्ति के नाम से बैंक अकाउंट है।
  5. अब यहां पर आपको जितनी धनराशि का चेक है।

क्यों गूगल भुगतान नहीं कर रहा है?

इसे सुनेंरोकेंयह जाँच लें कि आप सही भुगतान खाते के साथ सही UPI पिन का इस्तेमाल कर रहे हैं. आप कभी भी अपना UPI पिन बदल सकते हैं . यह ज़रूर जाँच लें कि आपके भुगतान खाते की जानकारी पुरानी न हो. अगर यह जानकारी पुरानी है, तो इसमें बदलाव करें.

चेक क्या होता है चेक द्वारा भुगतान किस प्रकार से होता है?

इसे सुनेंरोकेंचेक क्या है- चेक बैंक द्वारा अकाउंट होल्डर को दिया जाने वाला वह भुगतान का साधन है जिससे ग्राहक किसी अगले व्यक्ति को अपने अकाउंट से डायरेक्ट कैश न देकर भुगतान कर सकता है। चेक में आप किसे पैसे दे रहे हैं, उनका नाम लिखना होता हैज्वह किसी व्यक्ति का नाम भी हो सकता है या किसी फर्म का

चेक कितने प्रकार के हैं?

चेक मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं –

  1. खुला चेक – Open Cheque. खुला चेक वह चेक होता है जिसे बैंक में प्रस्तुत कर काउंटर पर ही नकद प्राप्त किया जा सकता है.
  2. बेयरर चेक – Bearer Cheque.
  3. क्रॉस्ड चेक – Crossed Cheque.
  4. आदेश चेक – Order Cheque.

चेक बुक से पैसा कैसे निकाला जाता है?

इसे सुनेंरोकेंअगर महीने में नकद निकासी की 4 बार सुविधाएं ले चुके हैं तो उसके अगली बार बैंक ब्रांच या एटीएम से पैसे निकालने के लिए 15 रुपये और जीएसटी चुकाने होंगे. इतना चार्ज आपको चार के बाद हर निकासी पर देना होगा. नए नियम में कहा गया है कि एसबीआई की तरफ से एक वित्तीय वर्ष में प्रति ग्राहक को मुफ्त में 10 पन्ने का चेकबुक दिया जाएगा

चेक कितने दिन में बाउंस होता है?

इसे सुनेंरोकेंचेक के बाउंस होने पर बैंक की तरफ से आपको एक रसीद दी जाती है, जिसमें चेक बाउंस होने की वजह के बारे में बताया जाता है. यदि आपका कोई चेक बाउंस होता है, तो देनदार को 30 दिन के अंदर नोटिस भेजना होता है. नोटिस भेजने के बाद भी अगर देनदार 15 दिन तक अगर देनदार कोई जवाब नहीं देता है, तो लेनदार उसके खिलाफ केस दायर कर सकता है