हिंसा से क्या समस्याएं होती हैं?

हिंसा से क्या समस्याएं होती हैं?

इसे सुनेंरोकेंदुनिया भर में 30 प्रतिशत महिलाएं नज़दीकी साथी द्वारा हिंसा दुर्व्यवहार की शिकार होती हैं। कत्ल होने वाली 38 प्रतिशत महिलाओं की हत्या उनके साथियों द्वाराज़्यादा की जाती है। अपने साथी द्वारा शारीरिक या यौन दुर्व्यवहार की शिकार होने वाली 42 प्रतिशत महिलाएं इससे चोटिल हो जाती हैं।

किसी व्यक्ति के लिए बुरा सोचना या गलत का भाव रखना ही हिंसा है यह कथन किसका है?

इसे सुनेंरोकेंमहात्मा गांधी के अनुसार -“किसी व्यक्ति के लिए बुरा सोचना या गलत भाव रखना हिंसा है।” जोहन गाल्टंग के अनुसार -“जो बीमारी दर करने योग्य है उसे दूर ना करना हिंसा है। भारतीय दर्शन के अनुसार, “मन, वाणी और कर्म से प्राणियों को पीड़ा देना हिंसा है।” रूप में होता हैं”, Page 6 – किसी जीव को सताना हिंसा है।

हिंसा के कितने रूप हैं?

इसे सुनेंरोकेंहिंसा के दो रूप हो सकते है – स्थूल एवं सूक्ष्म। स्थूल हिंसा से तात्पर्य ऐसी सभी बातों से है जो प्रत्यक्ष रूप से दूसरों की पीड़ा का कारण बनती है। गाली-गलौच से लेकर मारपीट, हत्या, बलात्कार आदि की घटनाएँ स्थूल हिंसा है। सूक्ष्म हिंसा दूसरों पर अपने विचार, मान्यताएँ थोपना, किसी का अनुचित फायदा उठाना आदि सूक्ष्म हिंसा है।

हिंसा या अशांति के कारण कौन कौन से हो सकते हैं?

इसे सुनेंरोकेंहम वैसी हिंसा से उत्पन्न कुछ ठोस उदाहरणों की ओर देखें – जैसे जातिभेद, वर्गभेद, पितृसत्ता, उपनिवेशवाद, नस्लवाद और सांप्रदायिकता। परंपरागत जाति-व्यवस्था कुछ खास समूह के लोगों को अस्पृश्य मानकर बरताव करती थी।

लिंग हिंसा के प्रमुख विभाजन क्या है कारकों और कारणों की जांच कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंव्यक्तिगत स्तर पर इन कारकों में उत्पीड़क के साथ बचपन के दौरान दुर्व्यवहार किया जाना, या घर में वैवाहिक हिंसा होते देखना, पिता की तरफ से लापरवाही या अस्वीकृति वाला व्यवहार, तथा शराब का आमतौर से उपयोग आदि शामिल हैं।

जैन धर्म के सिद्धांत भारतीय चिंतन परंपरा को कैसे प्रभावित करते हैं?

इसे सुनेंरोकेंवैसे उन्होंने अपने अनुयायी प्रत्येक साधु और गृहस्थ के लिए अहिंसा, सत्य, अचौर्य, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह के पांच व्रतों का पालन करना आवश्यक बताया है, पर इन सबमें अहिंसा की भावना सम्मिलित है। इसलिए जैन विद्वानों का प्रमुख उपदेश यही होता है− ‘अहिंसा ही परम धर्म है। अहिंसा ही परम ब्रह्म है। अहिंसा ही सुख शांति देने वाली है।

भावनात्मक हिंसा में क्या क्या आता है?

इसे सुनेंरोकेंआरोप लगाना, दोषारोपण करना और फिर इनकार करना, Accusing,Blaming and Denial. इस तरह का व्यवहार अपमान, दुर्व्यवहार या शोषण करने वाले की खुद की असुरक्षा या हीन भावना से आता है।

घरेलू हिंसा के कितने उप प्रकार है?

इसे सुनेंरोकेंघरेलू हिंसा कितने प्रकार की होती है? इसे चार श्रेणियों में बांटा जा सकता है – शारीरिक, मौखिक एवं भावनात्मक, आर्थिक और यौन हिंसा।

सामाजिक दुर्व्यवहार क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकई बच्चों को कई प्रकार की हिंसा,शोषण और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है, जिसमें यौन दुर्व्यवहार व शोषण,सशस्त्र हिंसा,तस्करी,बाल श्रम,लिंग आधारित हिंसा,दादागीरी (देखें यूनिसेफ प्रकाशन,टू ऑफन इन साइलेंस,2010),गैंग हिंसा,महिला जननांग विकृति,बाल विवाह,शारीरिक और भावनात्मक रूप से हिंसक बाल अनुशासन,और अन्य हानिकारकप्रथाएं …

हिंसा से क्या समझते होती है?

इसे सुनेंरोकेंविश्व स्वास्थ्य संगठन की परिभाषा के अनुसार, हिंसा “स्वयं के विरुद्ध, किसी अन्य व्यक्ति या किसी समूह या समुदाय के विरुद्ध शारीरिक बल या शक्ति का साभिप्राय उपयोग है, चाहे धमकीस्वरूप या वास्तविक, जिसका परिणाम या उच्च संभावना है कि जिसका परिणाम चोट, मृत्यु, मनोवैज्ञानिक नुकसान, दुर्बलता, या कुविकास के रूप में होता हैं”.

हिंसा का प्रमुख कारण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंघरेलू हिंसा के कारण (Causes of Domestic Violence in hindi) – घरेलू हिंसा होने का कारण महिलाओं द्वारा यौन संबंध बनाने से इंकार करना, स्वादिष्ट खाना न बना पाना, पति-पत्नी के बीच बहस, दहेज़ विवाद, साथी को बिना बताए घर से बाहर जाना, बच्चों की वजह से मतभेद आदि घरेलू हिंसा होने का कारण है।

इसे सुनेंरोकेंहिंसा के हानिकारक प्रभाव प्रेरित होने की भावना तथा आत्मसम्मान में कमी। मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे कि चिंता, घबराहट, अवसाद, भोजन व नींद संबंधित समस्याएं । हिंसा का सामना करने के लिए कोई महिला अपनी सम्पूर्ण पहचान को बदलने का पयत्न करने लगती हैं ।

इसे सुनेंरोकेंअशांति का सबसे बड़ा कारण हिंसा है। वे रविवार को भिक्षु बोधि स्थल में अंतरराष्ट्रीय विश्व शांति दिवस पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुनि ने कहा कि हिंसा के पथ पर आगे बढ़कर वैयक्तिक या सामूहिक किसी भी स्तर पर शांति को प्राप्त नहीं किया जा सकता है। विश्व शांति के लिए मूल आधार हिंसा है।

हमारे समाज में हिंसा बढ़ने के प्रमुख कारण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअकेलापन कुछ सीमित शारीरिक गतिविधियों से जुड़ा है, जैसे सही तरह से दवाएं न लेना, खानपान, धूम्रपान व मदिरापान आदि। व्यक्ति अपने ही समुदाय में जितनी अधिक हिंसा का शिकार होता है, अकेलापन उसे उतना ही ज्यादा घेर लेता है। सबसे ज्यादा अकेलापन उन लोगों में पाया गया जो सामुदायिक हिंसा का शिकार हुए।

हिंसा को कैसे रोका जा सकता है?

आपकी बात: घरेलू हिंसा पर रोक कैसे लगाई जा सकती है?

  1. बदलना होगा नजरिया भारत में महिलाओं की सुरक्षा अब भारत में एक प्रमुख मुद्दा बन गया है।
  2. शीघ्र न्याय जरूरी
  3. दंपती में समन्वय जरूरी
  4. दोहरी मानसिकता
  5. बेहतर वातावरण की जरूरत
  6. नशा भी है प्रमुख कारण
  7. समाज व कानून साथ मिलकर काम करे
  8. जागरूकता जरूरी

हिंसा से क्या आशय है?

अहिंसक का मतलब क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकरुणामय; दयालु। जो हिंसक न हो। हिंसा न करनेवाला।

पारिवारिक उत्पीड़न क्या है इसके कारण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपारिवारिक हिंसा व्यवहार का तरीका है जो शारीरिक रूप से, यौन, भावनात्मक रूप से या मनोवैज्ञानिक रूप से अपमानजनक है। यह नियंत्रित करने, हावी होने या किसी व्यक्ति को डराने या भयभीत करने का तरीका है। पालतू जानवरों को धमकी देना या चोट लगाना; तथा • बच्चों के सामने पारिवारिक हिंसा।