भोपाल गैस त्रासदी कैसे हुई थी?
इसे सुनेंरोकें3 दिसंबर 1984 को भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड कीटनाशक संयंत्र से जहरीली गैस का रिसाव हुआ. इस हादसे में हजारों लोगों की मौत हुई थी. Bhopal Gas Tragedy: साल 1984 3 दिसंबर को भोपाल में कार्बाइड कीटनाशक संयंत्र से जहरीली गैस के रिसाव ने कहर ढाया था. इस घटना को 37 साल हो गए हैं पर आज भी इस घटना की यादें ताजा है.
विश्व की सबसे बड़ी गैस त्रासदी कब हुई?
इसे सुनेंरोकें2-3 दिसंबर 1984 की रात और उसके कई सालों तक भोपाल की जनता ने गैस त्रासदी झेली, उसकी भयावहता की दुनिया गवाह है। यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री (Union Carbide factory) से लीक हुई मिथाइल आइसोसाइनेट गैस (methyl isocyanate) ने पूरे भोपाल की आबोहवा को जहरीली बना दिया था।
भोपाल गैस कांड में कौन सी गैस लीक हुई थी?
इसे सुनेंरोकेंपुराने भोपाल में 1977 में बने यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड (यूका) के कारखाने में 2-3 दिसंबर 1984 को एक टैंक से जहरीली मिथाइल आइसोसाइनेट गैस लीक हो गई थी।
दुनिया की सबसे बड़ी त्रासदी कौन सी है?
इसे सुनेंरोकेंयूएन की रिपोर्ट: भोपाल गैस त्रासदी दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटना, 15 हजार की हुई थी मौत संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हजारों लोगों को मौत के मुंह में धकेलने वाली 1984 की भोपाल गैस त्रासदी दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटनाओं में से एक है।
मिथाइल गैस क्या है?
इसे सुनेंरोकेंमिथाइल आइसोसाइनेट एक कार्बनिक यौगिक है। मिथाईल आइसोसाइनेट यौगिक फोसजीन (COCL२) एवं मिथायेल ऐमीन विलियन के संयोग से बनता है। इसका प्रयोग कार्बोनेट कीटनाशियों के उत्पादन के लिए किया जाता है।
भोपाल दुर्घटना किसका उदाहरण है?
इसे सुनेंरोकेंभारत की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक भोपाल गैस त्रासदी वर्ष 1984 में हुई थी। इस त्रासदी में जान गवानों वाले लोगों के लिए आज के दिन श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाती है। एक रिपोर्ट के अनुसार 5 लाख से अधिक लोगों की जहरीली गैस रिसाव के कारण मृत्यु हो गयी थी।
भोपाल गैस त्रासदी दिवस कब मनाया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंभोपाल की गैस त्रासदी पूरी दुनिया के औद्योगिक इतिहास की सबसे बड़ी दुर्घटना है। 3 दिसंबर, 1984 को भोपाल में आधी रात के बाद सुबह यूनियन कार्बाइड की फैक्टरी से निकली जहरीली गैस (मिक या मिथाइल आइसो साइनाइट) ने हजारों लोगों की जान ले ली थी।
विशाखापट्टनम गैस कांड कब हुआ?
इसे सुनेंरोकेंविशाखापत्तनम गैस रिसाव, जिसे विजाग गैस रिसाव भी कहा जाता है, 7 मई 2020 की रात को आन्ध्र प्रदेश विशाखापत्तनम के वेंकटपुरम गांव में एलजी पॉलिमर उद्योग में विषाक्त गैस के रिसाव की एक दुर्घटना थी। इस दुर्घटना में, स्टायरीन (Styrene ) नामक यौगिक वाष्पीकृत होकर रिस गया और हवा में मिलते हुए आसपास के गाँवों में फैल गया।
भोपाल गैस त्रासदी में कितने लोगों की मृत्यु हुई?
इसे सुनेंरोकेंइसे भोपाल गैस कांड, या भोपाल गैस त्रासदी के नाम से जाना जाता है। भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड नामक कंपनी के कारखाने से एक ज़हरीली गैस का रिसाव हुआ जिससे लगभग 15000 से अधिक लोगो की जान गई तथा बहुत सारे लोग अनेक तरह की शारीरिक अपंगता से लेकर अंधेपन के भी शिकार हुए।
हमारे देश में सबसे बड़ी औद्योगिक आपदा कौन सी हुई थी?
इसे सुनेंरोकेंभोपाल गैस त्रासदी 20वीं सदी की ”सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटनाओं में से एक : संयुक्त राष्ट्र रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हजारों लोगों को मौत के मुंह में धकेलने वाली 1984 की भोपाल गैस त्रासदी दुनिया की ”सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटनाओं में से एक है।
2 दिसंबर 1984 को भोपाल में यूनियन कार्बाइड से कौन सी गैस निकली है?
इसे सुनेंरोकेंभोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड प्लांट में 2 दिसंबर को आधी रात में मिथाइल आइसोनेट (एमआईसी) के रिसाव के कारण हजारों की तादाद में लोगों की मृत्यु हो गई. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस दुर्घटना के कुछ ही घंटों के भीतर तीन हज़ार लोग मारे गए थे.
1984 में भोपाल गैस त्रासदी हुई क्योंकि मिथाइल आइसोसाइनेट?
इसे सुनेंरोकें2-3दिसम्बर, 1984 की मध्यरात्रि को भोपाल, मध्य प्रदेश में कीटनाशक निर्माणकर्ता यूनियन कार्बाइड की फैक्ट्री में सेविन नामक पीड़कनाशी के निर्माण में प्रयुक्त विषैली मिथाइल आइसोसायनाइड (Methyllso cyanide or MIC) गैस के रिसाव के कारण उत्पन्न वायु प्रदूषण से हजारों लोग प्रभावित हुए।