नमन कब किया जाता है?

नमन कब किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंजब हम किसी से मिलते हैं तो हम उसका अभिवादन नमस्ते, नमामि, नमन, प्रणाम वंदन, वंदे आदि शब्दों द्वारा करते हैं. इसमें नम्रता, श्रद्धा व आदर का भाव समाहित रहता है. नमस्कार :- यह शब्द, दो शब्दों नमन व कार से मिलकर कर निर्मित हुआ है यानी आदर सत्कार करने वाला. नमन का तात्पर्य है अपने अहम को त्याग कर दूसरों को सम्मान देना.

शत शत नमन कैसे लिखा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंयानी मूल शब्द शत ही है, शत् नहीं। इसीलिए जब आप किसी को सौ-सौ बार नमन करना चाहें तो शत-शत नमन ही लिखें, शत्-शत् नमन नहीं। शत् ग़लत है और शत ही सही है, यह मैं आपको किसी प्रामाणिक शब्दकोश की तस्वीरों (नीचे देखें) के आधार पर भी बता सकता था।

सादर नमन का अर्थ क्या है?

इसे सुनेंरोकेंनमस्कार; प्रणाम। Also see नमन in English.

शत शत शब्द का क्या अर्थ है?

इसे सुनेंरोकेंशत का अर्थ है सौ । शत शत नमन का अर्थ हुआ ” सौ सौ नमन” ।

प्रणाम और नमस्ते में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंअतः नमस्ते का शाब्दिक अर्थ है- तुम्हारे लिए प्रणाम। इसे “तुमको प्रणाम” या “तुम्हें प्रणाम” भी कहा जा सकता है। परन्तु इसका संस्कृत रूप हमेशा “तुम्हारे लिए नमह” ही रहता है, क्योंकि नमह अव्यय के साथ हमेशा चतुर्थी विभक्ति आती है, ऐसा नियम है।

मनान का मतलब क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंमनन नाम का मतलब – Manan ka arth आपको बता दें कि मनन का मतलब ध्यान, सोच, विचार होता है।

नमन नाम का क्या मतलब होता है?

इसे सुनेंरोकेंनमन नाम का अर्थ “निर्माता ” होता है।

सत् शब्द का क्या अर्थ है?

इसे सुनेंरोकेंवह जो वस्तुतः विद्यमान हो । अस्तित्व । सत्ता (को॰) ।

कोटि कोटि का मतलब क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंकोटि संस्कृत [संज्ञा स्त्रीलिंग] 1. एक ही प्रकार की वस्तुओं का वर्ग या श्रेणी ; किस्म ; (ग्रेड) 2. धनुष का सिरा 3.

प्रणाम का उत्तर क्या दें?

इसे सुनेंरोकेंऔर हर बार हर किसी को इतना लंबा उत्तर वो देती ही हैं । अब तक यही सर्वोत्तम उत्तर मुझे मिला है । परिवार में मैं सबसे छोटी हूँ जब मैं कई सालों बाद किसी को प्रणाम का उत्तर दूँ तो ऐसे ही देना चाहूंगी। धन्यवाद।

नमस्ते का जवाब क्या देना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंनमस्ते और नमस्कार दोनों शब्द एक दूसरे के पर्यायवाची हैं और परस्पर समतुल्य तरीके से प्रयोग किए जाते हैं। परंतु यदि हम व्याकरण की दृष्टि से देखें तो नमस्ते एक पूरा संस्कृत वाक्य है जिसका विग्रह है नमः स्ते, अर्थात — “नमन है”। वहीं नमस्कार एक भाववाचक संज्ञा है जिसका विग्रह है नमः + कार जिसका अर्थ है नमन करने की क्रिया।