ग्राम श्री का अर्थ क्या होता है?

ग्राम श्री का अर्थ क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंग्राम श्री का भावार्थ -फसलों की मखमली, कोमल हरियाली खेतों में दूर-दूर तक फैली हुई है सूरज की किरणें उससे ऐसे लिपट गई हैं जैसे उस हरियाली पर चाँदी की उजली जाली लपेट दी गई हो। कवि तिनकों को हरे तन वाला बताता है। ऐसे हरे तिनकों में हरियाली इस प्रकार समा गई है जैसे नसों में बहता हुआ खून हो।

कोयल कब मतवाली होकर गाती है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: कोयल वसंत ऋतु में मतवाली होकर कुहुकती है।।

28 कवि ने गाँव को हरता जन मन क्यों कहा है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: गाँव का वातावरण अत्यंत मनमोहक है। यहाँ प्रकृति का सौंदर्य सभी लोगों के मन को अच्छा लगता है। इसलिए कवि ने गाँव को ‘हरता जन मन’ कहा है।

ग्राम श्री के लेखक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंग्राम श्री / सुमित्रानंदन पंत चाँदी की सी उजली जाली !

सुमित्रानंदन पंत को क्या कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंसुमित्रानंदन पंत (२० मई १९०० – २८ दिसम्बर १९७७) हिंदी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं। इस युग को जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ और रामकुमार वर्मा जैसे कवियों का युग कहा जाता है। उनका जन्म कौसानी बागेश्वर में हुआ था।

4 अरहर और सनई के खेत कवि को कैसे दिखाई देते हैं?

इसे सुनेंरोकेंअरहर और सनई के खेत कवि को कैसे दिखाई देते हैं? उत्तर: अरहर और सनई के सुनहरे खेतों को देखकर कवि को लगता है कि मानो वसुधा ने अपनी कमर पर सुनहरे रंग के धुंघरुओं वाली करधनी धारण कर रखी हो। आशय यह है कि अरहर और सनई पर सुनहरे रंग की बजती हुई फलियाँ उग आई हैं।

कोयल कौन से मौसम में गाती है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: कोयल बसंत ऋतु में कूकती है ।

इस संसार में सच्चा संत कौन कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंइस संसार में सच्चा संत कौन कहलाता है? उत्तर:- कबीर के अनुसार सच्चा संत वही कहलाता है जो साम्प्रदायिक भेदभाव, सांसारिक मोह माया से दूर, सभी स्तिथियों में समभाव (सुख दुःख, लाभ-हानि, ऊँच-नीच, अच्छा-बुरा) तथा निश्छल भाव से प्रभु भक्ति में लीन रहता है।

ग्राम श्री कविता के अनुसार गंगा तट पर किसकी खेती की गई थी?

इसे सुनेंरोकेंबालू के साँपों से अंकित गंगा की सतरंगी रेती सुंदर लगती सरपत छाई तट पर तरबूजों की खेती; अँगुली की कंघी से बगुले कलँगी सँवारते हैं कोई, तिरते जल में सुरखाब, पुलिन पर मगरौठी रहती सोई !