कृषि वितरण क्या है?

कृषि वितरण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकृषि विपणन (Agricultural marketing) के अन्तर्गत वे सभी सेवाएँ आ जातीं हैं जो कृषि उपज को खेत से लेकर उपभोक्ता तक पहुँचाने में करनी पड़तीं हैं। भारत एक कृषि प्रधान देश है और देश की अर्थव्यवस्था में कृषि की एक महत्वपूर्ण भूमिका है.

भारतीय कृषि विपणन के दोष क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकृषि-विपणन का सबसे बड़ा दोष मध्यस्थ है, क्योंकि गाँवों से लेकर मण्डियों तक मध्यस्थ के रूप में दलाल, आढ़तिया, फुटकर व्यापारी आदि फैले रहते हैं, जो कृषकों से मधुर व्यवहार के साथ उन्हें अपनी चालाकी का शिकार बनाते हैं । अनुमानतः 50 प्रतिशत विक्रय मूल्य की राशि मध्यस्थों की जेबों में जाती है।

कृषि विपणन का क्या महत्व है?

इसे सुनेंरोकेंआर्थिक विकास में कृषि विपणन का महत्व कृषि उत्पादन की वृद्धि राष्ट्रीय आय में बढोत्तरी कर आर्थिक विकास को गाति प्रदान करती है। (2) देश में खाद्यान्न पूर्ति में सहायक – औद्योगीकरण के कारण गांवों की जनसंख्या नगरों की ओर पलायन करती है। इस कारण अच्छी विपणन व्यवस्था के द्वारा ही नगरों में खाद्यान्न की आपूर्ति की जाती हैं।

कृषि विपणन से आप क्या अभिप्राय है?

इसे सुनेंरोकेंकृषि विपणन एक प्रक्रिया है जिसमें देशभर में उत्पादित कृषि उत्पादों का संग्रह, भंडारण, प्रसंस्करण, परिवहन, बैंकिंग, वर्गीकरण और वितरण शामिल है। भारतीय कृषि बाजार असक्षम और कुछ हद तक आदिमकाल के हैं। न्यूनतम समर्थन कीमत गेहूँ और चावल के पक्षों में पक्षपाती है।

भारत में कृषि बाजार से संबंधित मुख्य समस्याएं क्या है?

इसे सुनेंरोकेंभारत का कृषि क्षेत्र काफी हद तक मानसून पर निर्भर करता है. प्रकृति पर अत्यधिक निर्भरता के कारण कभी-कभी किसानों को नुकसान का भी सामना करना पड़ता है. कृषि के संदर्भ में जलवायु परिवर्तन भी एक प्रमुख समस्या है. एक और मुख्‍य समस्‍या है अच्‍छी गुणवत्‍ता वाले बीज देश के अधिकतर किसानों तक पहुंच ही नहीं पाते हैं.

भारत में कृषि उत्पादों के परिवहन एवं विपणन में मुख्य बाधाएँ क्या हैं?

इसे सुनेंरोकेंकोल्ड स्टोरेज, पक्की सड़क इत्यादि की कमी के कारण किसान बाज़ार तक नहीं पहुँच पाते हैं। इसके अलावा उचित भंडारण सुविधाओं की कमी के कारण उत्पादों की अधिकता और कमी के कारण मूल्य में अस्थिरता की स्थिति उत्पन्न होती है। इसके अलावा सरकारी खरीद की सुविधा पूरे देश में उपलब्ध नहीं हैं।