अगस्त संकल्प क्या है?

अगस्त संकल्प क्या है?

इसे सुनेंरोकेंभारत छोड़ो आन्दोलन, द्वितीय विश्वयुद्ध के समय 8 अगस्त 1942 को आरम्भ किया गया था। यह एक आन्दोलन था जिसका लक्ष्य भारत से ब्रिटिश साम्राज्य को समाप्त करना था। यह आंदोलन महात्मा गांधी द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मुम्बई अधिवेशन में शुरू किया गया था।

भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत कब हुई?

इसे सुनेंरोकेंगांधीजी ने कई मोर्चों पर देश को स्वाधीनता के लिए एक करने की कोशिश की और अंत में उन्होंने आखिरी बार 09 अगस्त, 1942 को “भारत छोड़ो आंदोलन”शुरू किया जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक मील का पत्थर साबित हुआ. भारत छोड़ो आंदोलन 9 अगस्त, 1942 को सम्पूर्ण भारत में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आह्वान पर प्रारम्भ हुआ था.

भारत छोड़ो आंदोलन के क्या कारण थे?

इसे सुनेंरोकेंभारत छोड़ो आंदोलन के कारण: आंदोलन का तात्कालिक कारण क्रिप्स मिशन की समाप्ति/ मिशन के किसी अंतिम निर्णय पर न पहुँचना था। द्वितीय विश्व युद्ध में भारत का ब्रिटिश को बिना शर्त समर्थन करने की मंशा को भारतीय राष्ट्रीय काँन्ग्रेस द्वारा सही से न समझा जाना।

अगस्त प्रस्ताव का मुख्य परिणाम क्या निकला?

इसे सुनेंरोकेंसंविधान ऐसा होगा कि रक्षा, अल्पसंख्यकों के हित, राज्यों से संधियाँ तथा अखिल भारतीय सेवाएँ आदि मुद्दों पर भारतीयों के अधिकार का पूर्ण ध्यान रखा जाएगा। (iv) अल्पसंख्यकों को आवश्वस्त किया गया कि सरकार ऐसी किसी संस्था को शासन नहीं सौंपेगी, जिसके विरूद्ध सशक्त मत हो। (v) वायसराय की कार्यकारिणी परिषद का विस्तार किया जाएगा।

अगस्त क्रांति दिवस कब मनाया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंअगस्त क्रांति दिवस (August Kranti Din) या भारत छोड़ो आंदोलन (Quit India Movement) की 79वीं वर्षगांठ, जिसे हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जाता है, 8 अगस्त 2021 को मनाया जा रहा है।

असहयोग आंदोलन का प्रणेता कौन था?

इसे सुनेंरोकेंअसहयोग आंदोलन महात्मा गांधी के नेतृत्व मे चलाया जाने वाला प्रथम जन आंदोलन था।

करो या मरो का नारा किसने दिया और कब दिया?

इसे सुनेंरोकेंइस आंदोलन के लिए महात्‍मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा देते हुए कहा कि हम देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्‍व न्‍योछावर कर देंगे. – इससे पहले आठ अगस्त 1942 को मुंबई के ग्‍वालिया टैंक मैदान में अखिल भारतीय कांग्रेस महासमिति ने ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन का प्रस्‍ताव पारित किया.