3 दिसंबर 2021 को क्या है?

3 दिसंबर 2021 को क्या है?

इसे सुनेंरोकेंPanchang 3 December 2021 Friday: 3 दिसंबर 2021, दिन शुक्रवार, मार्गशीर्ष मास, कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 16.55 बजे तक फिर अमावस्या तिथि लग जाएगी. विशाखा नक्षत्र 16.55 बजे तक रहेगा फिर अमावस्या नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा.

3 दिसंबर को कौन सी जयंती है?

इसे सुनेंरोकेंपंचांग 3 दिसंबर : आज श्री बालाजी जयंती और देविका स्नान महाव्रतारम्भ, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल आज श्री बालाजी जयंती और देविका स्नान (ऊधमपुर) महाव्रतारम्भ है। आज राहुकाल का समय सुबह 10.30 बजे से मध्याह्न 12 बजे तक रहेगा। आज मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि और शुक्रवार का दिन है।

21 दिसंबर को कौन सा त्यौहार है?

इसे सुनेंरोकेंये साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा। विनायक चतुर्थी का पर्व हर माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को आता है। इस दिन भगवान श्रीगणेश जी की पूजा-उपासना की जाती है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और माता सीता का स्वयंवर और विवाह हुआ था।

4 दिसंबर को कौन सा व्रत है?

इसे सुनेंरोकेंमासिक शिवरात्रि का व्रत (Masik Shivratri Vrat) हर माह की चतुर्दशी को रखा जाता है. 4 दिसंबर- मार्गशीर्ष अमावस्या, सूर्य ग्रहण- साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) 4 दिसंबर 2021 को लगने वाला है.

दिसंबर में शुभ मुहूर्त कब है?

इसे सुनेंरोकेंसूर्योदय का समय 31 दिसंबर 2021 : सुबह 7 बजकर 14 मिनट पर। सूर्यास्त का समय 31 दिसंबर 2021 : शाम 5 बजकर 35 मिनट पर। आज का शुभ मुहूर्त 31 दिसंबर 2021 : ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 24 मिनट से 6 बजकर 19 मिनट तक।

दिसंबर के महीने में एकादशी कब कब है?

इसे सुनेंरोकेंइस साल के आखिरी गुरुवार 30 दिसंबर को खास संयोग बन रहा है। दरअसल इस दिन एकादशी व गुरुवार का विशेष संयोग बन रहा है। शास्त्रों की मानें तो एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है। पौष कृष्ण एकादशी को सफला एकादशी कहा जाता है।

4 दिसंबर को अमावस्या कितने बजे तक है?

इसे सुनेंरोकेंPanchang 4 December 2021 Saturday: 4 दिसंबर 2021, दिन शनिवार , मार्गशीर्ष मास, कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 13.12 बजे तक फिर प्रतिपदा तिथि लग जाएगी. अनुराधा नक्षत्र 10.48 बजे तक फिर ज्येष्ठा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा. चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेंगे और भगवान सूर्य भी वृश्चिक राश‍ि में व‍िराजमान हैं.