विटामिन ई का नाम क्या है?

विटामिन ई का नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: (3) – टोकोफेरॉल – विटामिन-E का रासायनिक नाम है और यौगिक का रासायनिक सूत्र C29H50O2 है।

विटामिन ई का मतलब क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंविटामिन ई एक प्रकार का विटामिन होने के साथ एंटीऑक्‍सीडेंट भी है जो शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाता है। विटामिन ई एक प्रकार का विटामिन है जो फैट में घुल जाता है। ये वेजिटेबल ऑयल, अनाज, मांस, अंडे, फलों, सब्जियों और व्‍हीट जर्म ऑयल के साथ-साथ कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। विटामिन ई सप्‍लीमेंट के रूप में भी मिलता है।

विटामिन ई की पूर्ति कैसे करें?

  1. विटामिन ई की कमी पूरी करने के लिए आप बादाम खा सकते हैं.
  2. विटामिन ई की कमी को पूरा करने के लिए आप खाने में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें.
  3. सूरजमुखी के बीज भी विटामिन ई के अच्छे स्रोत हैं.
  4. एवोकाडो में भी अच्छी मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है.

विटामिन ई की कमी से कौन सा रोग होता है?

विटामिन ई की कमी के लक्षण

  • इस विटामिन की कमी होने से इम्यूनिटी सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है।
  • मांसपेशियों में अचानक से कमजोरी आ जाना।
  • आंखों के मूवमेंट में असामान्य स्थिति के अलावा कम दिखना
  • दिखने में झिलमिलाहट महसूस होना।
  • अधिक कमजोरी महसूस होना।
  • प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाना।

विटामिन E की कमी में क्या खाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंविटामिन ई का मजबूत स्रोत हैं बादाम। बादाम से प्राकृतिक तरीके से विटामिन ई हासिल होता है। हम बादाम का दूध, बादाम तेल या कच्चे बादाम खाकर विटामिन ई हासिल कर सकते हैं। लेकिन सबसे बेहतर तरीका है कच्चे बादाम खाना।

विटामिन ई की कमी से क्या क्या खाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंशरीर में विटामिन-ई की कमी न हो, इसके लिए पालक, बादाम, मूंगफली, एवोकाडो, सूरजमुखी के बीज, अंडे, अखरोट, हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली, आम, पपीता और सोयाबीन ऑयल आदि चीजों का सेवन कर सकते हैं। ये विटामिन-ई के अच्छे स्रोत माने जाते हैं।

विटामिन E के लिए क्या खाएं?

विटामिन E की कमी से कौनसा रोग होता है?

इसे सुनेंरोकेंविशेषज्ञ कहते हैं कि विटामिन-ई की कमी से शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता और इस वजह से कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें ब्रेन हैमरेज और हार्ट अटैक आदि शामिल हैं। इसके अलावा विटामिन-ई की कमी से मानसिक विकार हो सकते हैं और इम्यूनिटी भी कमजोर हो सकती है।