सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी का मृत्यु कब हुआ?

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी का मृत्यु कब हुआ?

इसे सुनेंरोकेंउनकाजन्म वसंत पंचमी के दिन 1896 में पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में हुआ और मृत्यु 15 अक्टूबर, 1961 को इलाहाबाद में हुई. निराला ने हाईस्कूल तक शिक्षा प्राप्त की.

निराला की प्रथम कविता कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंउनकी पहली कविता ‘जूही की कली’ (1916) तत्कालीन प्रमुख साहित्यिक पत्रिका ‘सरस्वती’ में प्रकाशन योग्य न मानकर संपादक महावीर प्रसाद द्विवेदी ने लौटा दी थी। आज उसकी गिनती छायावाद की श्रेष्ठतम कविताओं में होती है। 1923 में निराला ने ‘मतवाला’ नामक पत्रिका का संपादन आरंभ किया, जो हिंदी का पहला व्यंग्यात्मक पत्र था।

निराला की मृत्यु कैसे हुई थी?

इसे सुनेंरोकेंसूर्यकांत त्रिपाठी निराला की मृत्यु हिंदी साहित्य के छायावादी युग के प्रमुख कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के जीवन का अंतिम समय प्रयागराज के दारागंज नामक मोहल्ले में एक छोटे से कमरे में व्यतीत हुआ था। सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की मृत्यु इसी कमरे में 15 अक्टूबर वर्ष 1961 को हुई थी।

निराला की अन्तिम कविता कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंनिराला का प्रथम काव्य-संग्रह ‘अनामिका’ (1923 ई.) एवं अंतिम काव्य-संग्रह ‘सांध्यकाकली’ (1969 ई.) है, जो इनके मरणोपरांत प्रकाशित हुआ।

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का जन्म और मृत्यु कब हुई?

इसे सुनेंरोकेंसूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ का जन्म बंगाल की महिषादल रियासत (जिला मेदिनीपुर) में माघ शुक्ल ११, संवत् १९५५, तदनुसार २१ फ़रवरी, सन् १८९९ में हुआ था। वसंत पंचमी पर उनका जन्मदिन मनाने की परंपरा १९३० में प्रारंभ हुई।

निराला की पत्नी की मृत्यु कब हुई?

सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’
मृत्यु 15 अक्टूबर, सन् 1961
मृत्यु स्थान प्रयाग, भारत
अभिभावक पं. रामसहाय
पति/पत्नी मनोहरा देवी

निराला की कविता कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंकुकुरमुत्ता :1942 ई. यह प्रसिद्ध प्रगतिवादी रचना है। यह कविता निराला की महान व्यंग्य रचना है। इसमें कुकुरमुत्ता सर्वहारा वर्ग का और गुलाब पूंजीवाद का प्रतीक है।

निराला की प्रसिद्ध कविता क्या है?

इसे सुनेंरोकेंस्नेह-निर्झर बह गया है ! रेत ज्यों तन रह गया है । जीवन दह गया है ।” जो ढह गया है ।”

निराला जी का बचपन का नाम क्या था?

सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ का जीवन परिचय – Suryakant Tripathi ‘Nirala’ Biography in Hindi

नाम सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’
जन्म – स्थान महिषादल
मृत्यु 15 अक्टूबर 1961 ई०
मृत्यु – स्थान प्रयाग (इलाहाबाद)
पिता का नाम पंडित रामसहाय त्रिपाठी

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का जन्म कब हुआ था और कहां हुआ था?

इसे सुनेंरोकेंसूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ का जन्म बंगाल की महिषादल रियासत (जिला मेदिनीपुर) में माघ शुक्ल ११, संवत् १९५५, तदनुसार २१ फ़रवरी, सन् १८९९ में हुआ था।

निराला जयंती कब है?

इसे सुनेंरोकेंआज 21 फरवरी को छायावाद के स्तंभ समझे जाने वाले सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की जयंती है.