अशोक के पत्ते क्या काम आते हैं?
इसे सुनेंरोकेंदर्द निवारक होने के साथ ये कई बीमारियों में दवा का काम करता है। अशोक का पेड़ ज्योतिष में दुखों का नाश करने वाला माना गया तो आयुर्वेद में ये कई बीमारियों कि दवा है। खास बात ये है कि इस पेड़ की छाल से लेकर उसके पत्ते, जड़ और फूल सब में कुछ न कुछ औषधिय गुणवत्ता है। महिलाओं की कई बीमारियों का इलाज इस पेड़ में छुपा है।
अशोका सिरप के क्या फायदे हैं?
इसे सुनेंरोकेंइसमें लगभग 5% से 10% अल्कोहल होती है जो इसका एक्टिव कंपाउंड है। अशोकारिष्ट मुख्य रूप से ओवेरी के रोगों और गर्भाशय के विकारों में फायदा करता है। यह अशोक, मुस्ता, विभिताकी, जीरका, वासा, धाताकी आदि औषधीय चीज़ों से बना है जो मासिक धर्म के समय के दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
अशोक का पौधा घर में लगाने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंअशोक का पौधा अपने घर में जरूर लगाएं. अगर आप बगीचे में लगा रहे हैं तो थोड़ी-थोड़ी दूर पर अशोक के कई पौधे लगाएं. बड़े होने पर अशोक के पेड़ देखने में बहुत सुंदर लगते हैं. इसे लगाने से घर से शोक और दुख दूर होता है और घर में सुख-समृद्धि आती है.
अशोक का छाल पीने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंआयुर्वेद के अनुसार, ल्यूकोरिया कफ दोष के असंतुलन के कारण होता है। अशोक की छाल को पानी में उबालकर पीने से आप वाइट डिस्चार्ज की समस्या से राहत पा सकते हैं। ध्यान रहे कि पानी को तब तक उबालें जब तक कि वो एक चौथाई मात्रा में न हो जाए।
गुलमोहर का पौधा कैसे होता है?
इसे सुनेंरोकेंगुलमोहर का पेड़ बहुत ही आकर्षक होता है। यह शादबहार पोधो की श्रेणी में आता है, जिसके कारण यह दुनिया के खूबसूरत पेड़ो में से एक है। इस पेड़ की शाखाएं लम्बी और चौड़ी होती है, जो की पेड़ के तने को चारो और से घेरकर छाया प्रदान करती है। इस पेड़ पर जब लाल रंग के फूल खिलते है, तो यह जंगल में सभी पेड़ो से अलग नजर आता है।
अशोकारिष्ट कब किया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंडाबर अशोकारिष्ट एक आयुर्वेदिक दवा है जो की महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान अधिक रक्तस्राव और अन्य स्त्री रोग संबंधी समस्याओं का उपचार करने के लिए उपयोग किया जाता है। अशोकारिष्ट को झंडु फार्मा वर्क्स बनाती है।
अशोक की छाल क्या है?
इसे सुनेंरोकेंअशोक के पेड़ की छाल (Ashoka Tree in Hindi) में फ्लेवोनॉयड्स, टैनिन और एनाल्जेसिक जैसे औषधीय गुण पाए जाते हैं। ये सभी तत्व हड्डियों के लिए जरूरी होते हैं। यहां तक कि अशोक की छाल का उपयोग (Ashoka Tree Bark Uses) हड्डियों को जोड़ने के लिए भी किया जा सकता है।