राजस्थान का प्रसिद्ध मेला कौन सा है?
राजस्थान के प्रमुख मेले
क्र. सं. | मेले का नाम | स्थान |
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1. | आन्देश्वर पाश्र्वनाथ मेला | अन्देश्वर |
2. | भर्तृहरी का मेला | अलवर |
3. | बाणगंगा का मेला | बैराठ (जयपुर) |
4. | बेणेश्वर मेला | आसपुर (डूंगरपुर) |
गोगामेड़ी पशु मेला कब भरता है?
इसे सुनेंरोकेंगोगामेड़ी राजस्थान के पांच पीरों में से एक वीर तथा लोक देवता गोगा जी का समाधि स्थल है यह वर्तमान में हनुमानगढ़ जिले की नोहर तहसील में है यहां प्रतिवर्ष श्रावण सुदी पूनम से भादवा सुदी पूनम तक पशु मेले का आयोजन होता है इस मेले के संचालन का काम पशुपालन विभाग द्वारा अगस्त १९५९ से हो रहा है।
राजस्थान के प्रमुख त्यौहार कौन कौन से हैं?
धुलण्डी:- चैत्र कृष्ण एकम् (रंगो का पर्व)
राजस्थान में सबसे बड़ा मेला कौन सा होता है?
राजस्थान का सबसे बड़ा मेला है?
- राजस्थान का सबसे रगीन मेला – पुष्कर मे
- बाणगंगा मेला – जयपुर में
- बोहरा समाज का उर्स – गलियाकोट (डूगरपूर) यहां पर आलिमशाह की दरगाह पर उर्स भरता है।
- जैनियो का सबसे बडा मेला – महावीर जी का मेला (हिडोन,करौली)
- मुस्लिमो का सबसे बडा उर्स – ख्वाजा साहब का उर्स (अजमेर)…
मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा कब आयोजित किया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंयह मेला प्रतिवर्ष चैत्र बुदी ग्यारस से चैत्र सुदी ग्यारस तक बाड़मेर जिले के पचपदरा तहसील के के तिलवाड़ा गांव में लूनी नदी पर लगता है इस पशु मेले में सांचोर की नस्ल के बैलों के अलावा बड़ी संख्या में मालानी नस्ल के घोड़े और ऊंठ की भी बिक्री होती है।
महावीर जी का मेला कब लगता है?
इसे सुनेंरोकेंमहावीर जी का मेला श्री महावीर जी में हर साल महावीर जयंती के अवसर पर चैत्र शुक्ल 13 से वैशाख कृष्ण द्वितीया तक पांच दिवसीय मेला लगता है। इस मेले में प्रभु की प्रतिमा को रथ पर बैठा कर गंभीर नदी के तट पर ले जाया जाता है। साथ में उत्साह से भजन गान कर रहे भक्तों की मंडली होती है।