स्फटिक माला क्या है?

स्फटिक माला क्या है?

इसे सुनेंरोकेंशक्ति की साधना के लिए स्फटिक की माला का विशेष रूप से प्रयोग किया जाता है. स्फटिक की माला से मां दुर्गा, मां लक्ष्मी, मां सरस्वती के मंत्रों का जप किया जाता है. शुक्रवार के दिन स्फटिक की माला से मां लक्ष्मी के मंत्र का जप करने पर शीघ्र ही उनकी कृपा प्राप्त होती है और आर्थिक स्थिति में चमत्कारिक रूप से सुधार होता है.

रुद्राक्ष का कीमत कितना है?

इसे सुनेंरोकेंएकमुखी रुद्राक्ष की कीमत भारत में लगभग 5100 रूपए से लेकर 3.5 लाख रूपए तक है, शायद इससे भी ज्यादा के एकमुखी रुद्राक्ष आपको मिल जाए।

स्फटिक माला की पहचान कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंस्फटिक बर्फ के पहाड़ों पर बर्फ के नीचे टुकड़े के रूप में पाया जाता है। कहते हैं कि यह सिलिकॉन और ऑक्सीज़न के एटम्स के मिलने से बनता है। यह बर्फ के समान पारदर्शी और सफेद होता है। दरअसल, स्फटिक एक रंगहीन, पारदर्शी, निर्मल पत्थर होता है जो कि सफेद रंग का चमकदार दिखाई देता है।

एक मुखी रुद्राक्ष का रेट क्या है?

भगवान शिव की आंखों से गिरा प्रथम आंसू ही एकमुखी रुद्राक्ष है। इस रुद्राक्ष को सबसे अधिक कल्‍याणकारी और महत्‍वपूर्ण माना गया है।…एक मुखी रुद्राक्ष

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स्फटिक माला कब धारण करे?

शुक्रवार एवं बुधवार को करें स्फटिक का ये उपाय, कभी नहीं होगी धन की कमी

  • इस माला का नाम स्फटिक है।
  • इस माला को धन प्राप्ति का सबसे अच्छा स्त्रोत माना जाता है।
  • ज्योतिषविदों के अनुसार शुक्रवार के दिन इस माला को धारण करने से व्यक्ति के रुके हुए काम पूरे हो जाते हैं।
  • स्फटिक रत्न धारण करने से पहले इसे गंगा जल से शुद्ध कर लें।

सबसे अच्छा रुद्राक्ष कितने मुखी का होता है?

इसे सुनेंरोकेंग्यारह मुखी रुद्राक्ष को साक्षात् रुद्र कहा गया है. जो इसे श‍िखा में धारण करता है, उसे कई हजार यज्ञ कराने का फल मिलता है. बारह मुखी रुद्राक्ष कान में धारण करना शुभ बताया गया है. इसे धारण करने से धन-धान्य और सुख की प्राप्ति‍ होती है.

रुद्राक्ष की माला कितने प्रकार की होती है?

Rudraksh Pehnne ke fayde : जानें कितने प्रकार के होते हैं रुद्राक्ष, उनके लाभ और मंत्र

  • एक मुखी रुद्राक्ष- इसे पहनने से शोहरत, पैसा, सफलता प्राप्ति और ध्‍यान करने के लिए सबसे अधिक उत्तम होता है।
  • दो मुखी रुद्राक्ष- इसे आत्‍मविश्‍वास और मन की शांति के लिए धारण किया जाता है।