रचना के आधार पर शब्द के कौन से तीन भेद है?

रचना के आधार पर शब्द के कौन से तीन भेद है?

इसे सुनेंरोकेंरचना यानी व्युपत्ति के आधार पर शब्द के तीन भेद होते हैं.. रूढ़ शब्द : रूढ़ शब्दों से तात्पर्य उन शब्दों से होता है, जिनका खंड खंड करने पर वह अर्थहीन हो जाते हैं और उनका कोई अर्थ नहीं निकलता। ऐसे शब्द पूर्ण रूप से स्वतंत्र होते हैं। उदाहरण के लिए घर इस शब्द का खंड खंड करने पर दोनों वर्णों का कोई अर्थ नहीं निकलेगा।

रचना के आधार पर शब्दों का वर्गीकरण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंव्युत्पत्ति/रचना के आधार पर शब्द-भेद वे शब्द जिनके खंड करने पर कोई अर्थ न निकलता हो तथा जो पूर्ण रूप से स्वतंत्र होते हैं, रूढ़ शब्द कहलाते हैं। जैसे: कल, कपड़ा, आदमी, घर, घास, पुस्तक, घोड़ा आदि।

पद किसे कहते हैं इसके कितने भेद हैं?

इसे सुनेंरोकेंजब दो या दो से अधिक व्यंजन मिलते हैं तो एक शब्द का निर्माण करते हैं लेकिन जब इसी शब्द का प्रयोग किसी वाक्य में किया जाता है तो उस शब्द को पद कहा जाता है। साधारण शब्दों में कहें तो शब्द को जब वाक्य में प्रयोग किया जाता है तो वह पद कहलाता है और शब्द विभक्तरहित होते हैं जबकि पद विभक्तसहित होते हैं।

रचना के आधार पर भेद कितने होते हैं?

इसे सुनेंरोकें1- सरल वाक्य – राधा नाचती-गाती है। मिश्र वाक्य – जो नाचती-गाती है, वह राधा है। 2- सरल वाक्य – मोहन हँसकर बोला। मिश्र वाक्य – वह मोहन है जो हँसकर बोला।

रचना की दृष्टि से शब्दों के कितनें भेद हैं?

रचना के आधार पर शब्द के भेद ( rachna ke aadhar par shabd ke kitne bhed hote hain )

  • रूढ़ शब्द
  • यौगिक शब्द
  • योगरूढ़ शब्द

रचना के आधार पर शब्दों को कितने भागो में बाँटा गया है?

इसे सुनेंरोकें2. यौगिक – जो शब्द एक या उससे अधिक रूढ़ शब्दों से मिलकर बनते हैं यौगिक शब्द कहलाते हैं यौगिक शब्द को खंड किए जाने पर प्रत्येक खंड का अपना रूप अर्थ होता है | उदाहरण – विद्यालय पुस्तकालय आदि । 3.

पद से क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंजब कोई सार्थक शब्द वाक्य मेँ प्रयुक्त होता है तब उसे ‘पद’ कहते हैँ। व्याकरण के नियमोँ के अनुसार विभक्ति, वचन, लिँग, काल आदि की योग्यता रखने वाला वर्णोँ का समूह ‘पद’ कहलाता है। जैसे– राम विद्यालय जायेगा। यह वाक्य ‘राम’, ‘विद्यालय’ और ‘जायेगा’ तीन पदोँ से बना है।

रचना के कितने भेद हैं?

इसे सुनेंरोकेंरचना के आधार पर वाक्य के निम्नलिखित तीन भेद होते हैं। (1)सरल वाक्य- जिस वाक्य में एक ही विधेय होता है, उसे सरल वाक्य या साधारण वाक्य कहते हैं, इन वाक्यों में एक ही क्रिया होती है; जैसे- मुकेश पढ़ता है।