गीतकार कर चले हम फिदा गीत के माध्यम से देशवासियों को क्या संदेश देना चाहता है?

गीतकार कर चले हम फिदा गीत के माध्यम से देशवासियों को क्या संदेश देना चाहता है?

इसे सुनेंरोकें’कर चले हम फ़िदा जानो तन’ के माध्यम से सैनिक देशवासियों और युद्ध कर रहे अपने साथियों से यह कहना चाहते हैं कि उन्होंने साहस और वीरता से अपने देश की रक्षा की है। अपने तन में प्राण रहते हुए उन्होंने देश की मर्यादा और प्रतिष्ठा पर आँच नहीं आने दिया।

कौन किसकी राह रोक कर खड़ा है *?

इसे सुनेंरोकेंमानवता की राह रोककर अनगिनत मुसीबतें खड़ी हैं। धर्म जाति-पाति,वर्ग- तथा वर्ण भेद जैसी अनेकों मुसीबतों ने इंसान का मार्ग रोक रखा है। शांति कहाँ इस भव को? भावार्थ – भीष्म पितामह युधिष्ठिर से कहते हैं कि जब तक इस धरती पर रहने वाले मानव को न्याय के अनुसार सुख-सुविधाएँ प्राप्त नहीं हो जातीं तब तक वह चैन से नहीं बैठ सकता।

2 )’ स्वर्ग बना सकते हैं कविता के आधार पर कवि मनुष्य को क्या संदेश देना चाहते हैं विस्तार से वर्णन करें?

इसे सुनेंरोकेंकवि का मानना है कि धरती पर सुख के इतने साधन मौजूद हैं कि उनसे सभी मनुष्यों की आवश्यकताएँ पूर्ण हो सकती हैं। अत: मनुष्यों को अपने लोभ का त्याग कर समाज में स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की स्थापना करनी चाहिए और धरती को स्वर्ग के समान बनाने की कोशिश करनी चाहिए।

1 कर चले हम फिदा गीत का केंद्रीय भाव क्या है अपने शब्दों में लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंकर चले हम फ़िदा’ कविता देश के वीर व शहीद सैनिकों को समर्पित कविता है। कवि इस कविता के माध्यम से देश के लोगों को इन शहीदों के ह्दय की पीड़ा व चिन्ता को दर्शाने का प्रयास करते हैं। कवि कहते हैं की शहीद सैनिक चाहता है की हमने अपने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए देश की सीमाओं की रक्षा अपने प्राणों का बलिदान देकर की है।

न्यायोचित सुख से क्या तात्पर्य है ये कब और कैसे प्राप्त हो सकते हैं समझाकर लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंप्रस्तुत पंक्ति का आशय यह है कि ईश्वर ने हमारे लिए धरती पर सुख-साधनों का विशाल भंडार दिया हुआ है। सभी मनुष्य इसका उचित उपयोग करें तो यह साधन कभी भी कम नहीं पड़ सकते। शमित न होगा कोलाहल, संघर्ष नहीं कम होगा। लगा हुआ केवल अपने में और भोग-संचय में।

स्वर्ग बना सकते हैं कविता क्या संदेश देती है?

इसे सुनेंरोकेंसभी देशवासियों को न्यायोचित सुख मिले । सभी का समान अधिकार हो . किसी प्रकार का संघर्ष या दंगे न हो कवि यह संदेश देते हैं। कवि के अनुसार आदर और प्रेम के आधार पर हम इस देश व सारी धरती को स्वर्ग के समान बना सकते हैं क्योंकि बदलाव हम ही ला सकते हैं।