कैसे अनिल परिवर्तन हरि सिंह चरित्र किया?

कैसे अनिल परिवर्तन हरि सिंह चरित्र किया?

इसे सुनेंरोकेंहरि सिंह ने अनिल के लिए काम करते समय काफी आनंद का अनुभव किया। उसने सुबह चाये बनाई तथा दैनिक उपयोग की वस्तुएँ खरीदकर लाया। उसने एक लेखक से अपना नाम भी लिखना-पढ़ना सीखा।

क्यों था चोर अनिल का आभारी?

इसे सुनेंरोकेंअनिल चोरी के बारे में सब जानता था। वह उसको पुलिस के हवाले नहीं करना चाहता था। इसीलिए वह उसको अपने पास रख लेता है।)

अनिल और हरि ने भुगतान का तरीका क्या माना?

इसे सुनेंरोकेंउसने फिर से क्रेप किया और चुपके से गद्दे के नीचे पैसे डाल दिए। अगले दिन अनिल उठा, हरि और खुद के लिए चाय तैयार की। उन्होंने हरि को पचास रुपये का नोट सौंपा और उनसे कहा कि अब उन्हें नियमित रूप से भुगतान किया जाएगा। हरि ने नोट लिया और पाया कि यह अभी भी गीला था।

अनिल कौन था?

इसे सुनेंरोकेंAnil Dujana Arrested News : कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना पर 8 मर्डर समेत रंगदारी, लूटपाट, जमीन पर कब्जा, कब्जा छुड़वाना और आर्म्स एक्ट समेत 62 केस दर्ज हैं। उस पर रासुका और गैंगस्टर एक्ट भी लग चुका है।

चोर क्या सोचता है कि चोरी पर अनिल की क्या प्रतिक्रिया होगी?

इसे सुनेंरोकेंउसने सोचा कि अनिल को धोखा देना उसके लिए बहुत कठिन था क्योंकि उसने उसपर विश्वास किया था। वह उसे लिखना और पढ़ना सिखा रहा था जो उसे बहुत सम्माननीय व्यक्ति बना सकता था। इसलिए उसने वापस जाने का निर्णय किया।

लेखक ने अनिल की चापलूसी क्यों की?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: उन्होंने बहुत ही भयानक भोजन पकाया जिससे अनिल को फायदा हुआ। उन्होंने आवारा कुत्ते को भोजन दिया और उसे बंद होने के लिए कहा। लेकिन उन्होंने अनिल की चापलूसी करके अपनी नौकरी वापस पा ली जो एक सरल और बड़े दिल के आदमी थे।

चोर की कहानी में कथाकार ट्रेन से क्यों छूट गया और अनिल के कमरे में वापस चला गया?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: हरि सिंह अनिल के पास वापस आ गया क्योंकि अनिल ने उस पर भरोसा किया। वह शिक्षित होने का मौका नहीं गंवाना चाहता था। शिक्षा निश्चित रूप से उसे एक बेहतर इंसान बना सकती है।

क्या बदला हरि सिंह का मन बदल गया लौटा दिया चोरी का पैसा?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: चोर को एहसास हुआ कि अनिल जानता था कि उसने उसके पैसे चुरा लिए हैं क्योंकि उसने पाया कि कुछ नोट अभी भी गीले थे, जैसे कि उन्हें बारिश में बाहर निकाल दिया गया हो। उसने अगली सुबह हरि सिंह को एक पचास रुपये का नोट दिया, और उसने उसे और पैसे देने का वादा किया, हालांकि उसके पास कोई पैसा देने का कोई अनुबंध नहीं था।

अनिल ने उसे क्या सिखाने का वादा किया था?

इसे सुनेंरोकेंअनिल ने प्रभावित किया और उससे वादा किया कि वह उसे लिखना सिखाएगा, संख्याओं को जोड़ना और स्वादिष्ट भोजन कैसे बनाना है। अब दोनों खुशी से साथ रह रहे थे। एक दिन हरि ने देखा कि अनिल नोटों का एक बंडल लेकर आया है।

क्यों हरि सिंह के अनुसार लापरवाह आदमी को लूटना मुश्किल है?

इसे सुनेंरोकेंहरि का मानना ​​है कि एक लापरवाह आदमी को लूटने में कोई आनंद नहीं है क्योंकि कभी-कभी वह यह भी नहीं देखता है कि उसे लूट लिया गया है। रात के समय हरि अनिल के कमरे में जाता है और धीरे-धीरे गद्दे के नीचे रखे पैसे को निकालता है। उस पैसे से हरि एक-दो हफ्ते अमीर आदमी की तरह रह सकता था।