हरिहर काका के मामले में गाँववालों की क्या राय थी और उसके क्या कारण थे?

हरिहर काका के मामले में गाँववालों की क्या राय थी और उसके क्या कारण थे?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 6: हरिहर काका के मामले में गाँव वालों की क्या राय थी और उसके क्या कारण थे? उत्तर: हरिहर काका के मामले में गाँव वाले दो गुटों में बँट चुके थे। एक गुट की राय थी कि हरिहर काका को जमीन ठाकुरबारी के नाम कर देनी चाहिए। इस गुट में वैसे लोग थे जिनके लिए ठाकुरबारी पेट पूजा करने का जरिया थी।

अनपढ़ होते हुए भी हरिहर काका दुनिया की बेहतर समझ कैसे रखते हैं?

इसे सुनेंरोकेंअनपढ़ होते हुए भी हरिहर काका दुनिया की बेहतर समझ रखते थे, क्योंकि उन्हें दुनिया के स्वार्थीपन का पता था। उन्हें मालूम था कि उनके जो भी संबंधी है या मित्रगण हैं अथवा ठाकुरबारी के संत सब उनकी संपत्ति पर अपनी नजरें गड़ाए हुए हैं। यानि सब संपत्ति के लोभ में ही उनका आदर सम्मान और खातिरदारी करते हैं।

ठाकुर बारी के पुजारी कैसे थे?

इसे सुनेंरोकेंयहाँ धार्मिक लोगों की एक समिति है जो ठाकुरबारी की देख-रेख करती है और इसके संचालन हेतु प्रत्येक तीन साल पर एक पुजारी की नियुक्ति करती है। ठाकुरबारी का मुख्य कार्य है-गाँव के लोगों में ठाकुरबारी के प्रति भक्ति-भावना उत्पन्न करते हुए धर्म-विमुख लोगों को रास्ते पर लाना हैं। प्रश्न 6.

रर र काका के मामले में गााँव वालों की क्या राय थी और उर्के क्या कारर् थे?

इसे सुनेंरोकेंहरिहर काका के मामले में गाँव वालों की क्या राय थी और उसके क्या कारण थे? हरिहर काका के मामले में गाँव के लोग दो पक्षों में बँट गए थे कुछ लोग मंहत की तरफ़ थे जो चाहते थे कि काका अपनी ज़मीन धर्म के नाम पर ठाकुरबारी को दे दें ताकि उन्हें सुख आराम मिले, मृत्यु के बाद मोक्ष, यश मिले।

हरिहर काका के मामले में गाँव और गाँववाले कितने भागों में बंट गए थे immersive Reader?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: हरिहर काका के मामले में गाँव वाले दो गुटों में बँट चुके थे। एक गुट की राय थी कि हरिहर काका को जमीन ठाकुरबारी के नाम कर देनी चाहिए।

हरिहर काका को महंत और अपने भाई एक ही श्रेणी के क्यों लगते थे?

इसे सुनेंरोकेंहरिहर काका के भाइयों ने पहले तो उनकी खूब देखभाल की परंतु धीरे-धीरे उनकी पत्नियों ने काका के साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। महंत को जब यह पता चला तो वह बहला-फुसलाकर काका को ठाकुरबारी ले आए और उन्हें वहाँ रखकर उनकी खूब सेवा की। इसी कारण हरिहर काका को अपने भाई और महंत एक ही श्रेणी के लगने लगे।

हरिहर काका का जीवन हर व्यक्ति को क्या संदेश प्रदान करती है?

इसे सुनेंरोकेंजिन कष्टों में वे थे और उनके मन की जो स्थिति थी, उनको अपने मुँह से कहने की भी कोई जरुरत नहीं थी क्योंकि उनकी आँखे ही सब कुछ कह रही थी। हरिहर काका की जिन्दगी से मैं बहुत गहरे में जुड़ा हूँ। अपने गाँव में जिन चंद लोगों को मैं सम्मान देता हूँ, उनमें हरिहर काका भी एक हैं।

हरिहर काका की सुरक्षा के लिए कितने पुलिसकर्मी रखे गए?

इसे सुनेंरोकेंहरिहर काका ने बताया कि उनके भाइयों ने उनके साथ बहुत ही ज्यादा बुरा व्यवहार किया है, जबरदस्ती बहुत से कागजों पर उनके अँगूठे के निशान ले लिए है, उन्हें बहुत ज्यादा मारा-पीटा है। इस घटना के बाद हरिहर काका अपने परिवार से एकदम अलग रहने लगे थे। उन्हें उनकी सुरक्षा के लिए चार राइफलधारी पुलिस के जवान मिले थे।