महाशिवरात्रि की कथा क्या है?
इसे सुनेंरोकेंमहाशिवरात्रि व्रत कथा हिंदी में, महाशिवरात्रि व्रत की पौराणिक कहानी ज्ञाताओं के मुताबिक, चित्रभानु नाम के शिकारी की यह कथा शिव पुराण में मिलती है। बहुत समय पहले चित्रभानु अपने परिवार का पेट भरने के लिए शिकार करता था। गरीब होने के चलते वह साहूकार से कर्ज लिया करता था जिसको वह समय पर चुका नहीं पाता था।
महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है 2022?
इसे सुनेंरोकेंइस साल 2022 में महाशिवरात्रि 1 मार्च यानि कि मंगलवार को मनाई जाएगी। महाशिवरात्रि का पर्व का महत्व इसलिए है क्योंकि यह शिव और शक्ति के मिलन की रात है। इस दिन सभी शिव मंदिरों में भोलेनाथ का रुद्राभिषेक चलता है और भक्त गण इस दिन व्रत भी रखते हैं।
क्यों हम महाशिवरात्रि मनाने कर सकते हैं?
इसे सुनेंरोकेंभगवान शिव को एक संहारक से कही पहले एक ज्ञानी माना जाता हैं. योगिक परंपरा के अनुसार शिव कोई देगा नहीं बल्कि आदि गुरु है जिन्होंने सबसे पहले ज्ञान प्राप्त किया और उस ज्ञान का प्रसारण किया। जिस दिन उन्होंने ज्ञान की चरम सीमा को छुआ और वह स्थिर हुए और उस दिन को शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता हैं.
सावन की शिवरात्रि क्यों मनाई जाती है?
इसे सुनेंरोकेंमाना जाता है कि सावन में भगवान शिव की विधिवत पूजा-उपासना करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं. इसी के साथ लंबी उम्र का वरदान भी प्राप्त होता है. हिंदू पंचाग के अनुसार हर महीने कृष्ण पक्ष के 14वें दिन को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है.
महाशिवरात्रि का मतलब क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार शिवरात्रि का अर्थ होता है, वह रात्रि जो आनंद प्रदायिनी है और जिसका शिव के साथ विशेष संबंध है। शिवरात्रि, जो फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को है, उसमें शिव पूजा, उपवास और रात्रि जागरण का प्रावधान है। इस महारात्रि को शिव की पूजा करना सचमुच एक महाव्रत है।
शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंहर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि कहते हैं। लेकिन फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी पर पड़ने वाली शिवरात्रि को महाशिवरात्रि कहा जाता है, जिसे बड़े ही हषोर्ल्लास और भक्ति के साथ मनाया जाता है।
शिवरात्रि का महत्व क्या है?
इसे सुनेंरोकेंहमारे धर्म शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि महाशिवरात्रि का व्रत करने वाले साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है। जगत में रहते हुए मुष्य का कल्याण करने वाला व्रत है महाशिवरात्रि। इस व्रत को रखने से साधक के सभी दुखों, पीड़ाओं का अंत तो होता ही है साथ ही मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है।
हम सावन क्यों मनाते हैं?
इसे सुनेंरोकेंSawan 2021: हिंदू धर्म के अनुसार, श्रावण या सावन माह भगवान शिव को समर्पित है। देवों के देव महादेव की उपासना के लिए यह माह सबसे उत्तम माना गया है। सावन में सच्ची श्रद्धा के साथ शिव पूजन से व्यक्ति के सभी दुख दूर हो जाते हैं। शिव भक्त सावन में ही कांवड़ लेकर जाते हैं, जो पूरे एक माह तक चलता है।