युवा सीगल ने समुद्र पर तैरना कैसे सीखा?

युवा सीगल ने समुद्र पर तैरना कैसे सीखा?

इसे सुनेंरोकेंहां, सीगल ने सोचा था कि समुद्र जमीन की तरह था। वह समुद्र पर उतरा। जब उसके पैर उसमें डूब गए, तो वह डर के मारे चिल्लाया और फिर से अपने पंख फड़फड़ाने की कोशिश की। यह स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि उसने सोचा था कि समुद्र एक भूमि की तरह था।

सीगल ने अपने परिवार का ध्यान खींचने के लिए क्या किया?

इसे सुनेंरोकेंफिर भी, किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया। उनके भाई-बहन सो रहे थे, उनके पिता अपनी चोंच से उनके पंख साफ कर रहे थे और उनकी माँ एक अन्य पठार पर मछली खा रही थीं, जब उन्होंने उसे देखा। मछली को देखकर सीगल पागल हो गया क्योंकि वह बहुत भूखा था। वह मछली को चीरना और अपनी चोंच को अभी और फिर नोचना पसंद करता था।

भोजन की दृष्टि ने उसे पागल कर दिया इससे क्या पता चलता है कि युवा सीगल ने उड़ने के लिए क्या मजबूर किया?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर- युवा सीगल बहुत भूखा था और यह वह भूख थी जिसने अंततः इसे उड़ान भरी। अपनी भूख को नियंत्रित करने में सक्षम नहीं होने के कारण, यह उस भोजन पर निर्भर करता है जो अपनी माँ की चोंच में था और उसकी भूख ने समुद्र के अपने डर पर काबू पा लिया। इसके शरीर की प्राकृतिक प्रतिक्रिया केवल उड़ने के लिए थी।

वाली कहानी में एक बूढ़ी माटी वाली के माध्यम से लेखक ने किस समस्या को उठाया और उसका क्या परिणाम हुआ?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: उत्तर: ‘माटी वाली’ नामक इस पाठ में लेखक ने गरीबों के विस्थापन की समस्या को अत्यंत प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया है। लेखक ने टिहरी से विस्थापित होने वाले लोगों के दर्द को अत्यंत गहराई से महसूस किया है। माटी वाली के पास न अपनी कोई जमीन थी और न माटाखान का कोई कागज।

भूख मीठी कि भोजन मीठा से क्या तात्पर्य है पठित पाठ के आधार पर बतावें?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 3: ‘भूख मीठी कि भोजन मीठा’ से क्या अभिप्राय है? उत्तर : इस बात का आशय है जब मनुष्य भूखा होता है तो उस भूख के कारण उसे बासी रोटी भी मीठी लगती है। यदि मनुष्य को भूख न हो तो उसे कुछ भी स्वादिष्ट भोजन या खाने की वस्तु दे दी जाए तो वह उसमें नुक्स निकाल ही देता है।

माटी वाली कहानी की प्रमुख समस्या क्या थी?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर=माटी वाली कहानी की समस्या इस प्रकार है कि वह टोकरी लेकर दूसरों के घर में काम करने जाती थी उसे जो पैसा मिलता था उस पैसे से वो खाना खाती थी। ना रहने के लिए घर था। यह माटी वाली की समस्या है।

माटी वाली पाठ की मूल समस्या क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमाटी वाली – Mati Wali टिहरी में भागीरथी नदी पर बहुत बड़ा बाँध बना है जिसमें पूरा टिहरी शहर और उसके पास के अनेक गाँव डूब गए। पहले जो लोग अपने घरो, व्यापारियों से जुड़े थे उनके सामने अचानक विस्थापित होने का संकट उपस्थित हो गया । ‘ माटी वाली ‘ ( Mati Wali ) कहानी भी इसी विस्थापन की समस्या से जुड़ी है।