आत्मने में विभक्ति और वचन क्या है?

आत्मने में विभक्ति और वचन क्या है?

इसे सुनेंरोकें(i) ‘आत्मनि’ में वचन और विभक्ति है (A) सप्तमी विभक्ति, एकवचन (B) पंचमी विभक्ति, बहुवचन (C) तृतीया विभक्ति, द्विवचन

कर्त्ता कारक में कौन सी विभक्ति का प्रयोग होता है *?

इसे सुनेंरोकेंकर्त्ता कारक (प्रथमा विभक्ति) क्रिया को सम्पन्न करने वाला कर्त्ता कहा जाता है। अर्थात् किसी काम (क्रिया) को करने वाले को कर्ता कहते हैं कर्त्ता का हिन्दी चिह्न ने है। कर्त्ता स्वतंत्र होता है। कर्ता कारक में प्रथमा विभक्ति होती है।

विभक्ति कैसे लिखें?

इसे सुनेंरोकेंकिसी शब्द के अर्थ, लिङ्ग एवं परिमाण को प्रकट करने के लिए प्रथमा विभक्ति का प्रयोग होता है। यथा— मोहन:, पुरुष:, लघु:, लता इति के योग में प्रथमा विभक्ति होती है। वाक्य में कर्ता के सर्वाधिक अभीष्ट अर्थात् कर्म में द्वितीया विभक्ति लगती है।

राज्ञ में कौन सी विभक्ति है?

Shabd Roop of Rajan

विभक्ति एकवचन बहुवचन
प्रथमा राजा राजानः
द्वितीया राजानम् राज्ञः
तृतीया राज्ञा राजभिः
चर्तुथी राज्ञे राजभ्यः

विभक्ति या कितनी होती हैं?

इसे सुनेंरोकेंप्रथमा, द्वितीया, तृतीया आदि विभक्तियाँ हैं जिनमें एकवचनं (singular), द्विवचनं, बहुवचन—तीन बचन होते है। पाणिनीय व्याकरण में इन्हें ‘सुप’ आदि २७ विभक्ति के रूप में गिनाया गया है। संस्कृत व्याकरण में जिसे ‘विभक्ति’ कहते है, वह वास्तव में शब्द का रूपांतरित अंग होता है।

करता में कौन सी विभक्ति होती है?

इसे सुनेंरोकेंकर्त्ता कारक हिन्दी अथवा – संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से क्रिया (कार्य) के करने वाले का बोध होता है वह ‘कर्ता’ कारक कहलाता है। इसका विभक्ति-चिह्न ‘ने’ है।

हिंदी में विभक्ति कैसे पहचाने?

इसे सुनेंरोकेंविभक्ति का शाब्दिक अर्थ है – ‘ विभक्त होने की क्रिया या भाव’ या ‘विभाग’ या ‘बाँट’। व्याकरण में शब्द (संज्ञा, सर्वनाम तथा विशेषण) के आगे लगा हुआ वह प्रत्यय या चिह्न विभक्ति कहलाता है जिससे पता लगता है कि उस शब्द का क्रियापद से क्या संबंध है।

सरित्सु में कौन सी विभक्ति और वचन है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: सरित्सु सप्तमी विभक्ति बहुवचन है।

युष्मद् * शब्द का पंचमी एकवचन क्या होगा?

इसे सुनेंरोकेंअतः स्पष्ट है कि ‘युष्मद्’ शब्द के चतुर्थी एकवचन के रूप ‘तुभ्‍यम्’ तथा ‘ते’ हैं।